उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. आज यानी मंगलवार को रेस्क्यू टीम के हाथ बड़ी सफलता लगी है. एंडोस्कोपिक फ्लेक्सी कैमरे के माध्यम से पहली बार टनल में फंसे मजदूरों को देखा गया. यही नहीं कैमरे और माइक के माध्यम से कुछ मजदूरों से बातचीत करने का प्रयास भी किया गया. राहत की बात यह है कि टनल में फंसे सभी मजदूर पूरी तरह से सुरक्षित हैं और जल्द ही बाहर निकलने की उम्मीद लगाए हुए हैं.
इस बीच सिल्कयारा सुरंग में फंसे मजदूरों से उनके परिवार वाले पाइपलाइन के जरिए बातचीत कर रहे हैं. मजदूरों से बात करने के बाद उनके परिवार वालों ने राहत की सांस ली है. इस बीच टनल में फंसे अपनी मां के लिए ऐसा भावुक संदेश भेजा, जिसको सुनकर कोई भी इमोशनल हो सकता है. सुरंग में 10 दिन से फंसे एक मजदूर ने कहा कि…मां मैं बिल्कुल ठीक हूं…आप अपना खाना समय पर खाती रहना.
इस बीच उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे एक श्रमिक के परिवार के एक सदस्य ने बताया, “टनल में मेरा बड़ा भाई फंसा हुआ है. उसका नाम विश्वजीत कुमार है. मैं उनसे लगातार संपर्क में हूं. मेरा एक और परिजन सुबोध कुमार भी अंदर है. वहां सभी लोग ठीक हैं। उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. वे खुश हैं कि दूसरी पाइप मिल गई जिससे खाना जाएगा.अभी तक केवल ड्राई फ्रूट्स जा पा रहा था. हमें बहुत राहत महसूस हो रही है.
श्रमिकों तक भोजन के साथ ही अन्य आवश्यक सामग्री पहुंचाई जा रही
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया साइट एक्स के जरिए एक मैसेज में कहा कि सिलक्यारा टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के अंतर्गत 6 इंच व्यास की पाइप मलबे के आर-पार किए जाने से श्रमिकों तक भोजन के साथ ही अन्य आवश्यक सामग्री पहुंचाई जा रही है. इस संबंध में आदरणीय प्रधानमंत्री जी का मार्गदर्शन एवं सहयोग भी हमें निरंतर प्राप्त हो रहा है. हमारी सरकार सभी श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
पहली बार एंडोस्कोपिक फ्लेक्सी कैमरे के माध्यम से बातचीत
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सुरंग के अंदर फँसे श्रमिकों से पहली बार एंडोस्कोपिक फ्लेक्सी कैमरे के माध्यम से बातचीत कर उनका कुशलक्षेम पूछा गया. सभी श्रमिक बंधु पूरी तरह सुरक्षित हैं.
उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों की पहली वीडियो मंगलवार को सामने आई है, जिसमें टनल में फंसे मजदूर दिखाई दे रहे हैं. सुरंग के अंदर मलबे में से एक छह इंच चौड़ी पाइपलाइन डाली गई, जिसके जरिए मजदूरों के लिए खाने में खिचड़ी और पानी भेजा गया था. इसी पाइप में एक कैमरा भी डाला गया, जिससे वीडियो सामने आया है. जिसमें ये देखा जा सकता है कि मजदूर किन हालातों में सुरंग में पिछले दस दिनों से रह रहे हैं.
सोमवार को रेस्क्यू ऑपरेशन टीम ने सुरंग के अंदर एक छह इंच का पाइप डाला था, जिसके जरिए मजदूरों तक खाना भेजा गया. वहीं मजदूर किस हालात में हैं, उनकी तबीयत कैसी है, ये जानने के लिए इसी पाइप से एक एंडोस्कोपिक फ्लेक्सी कैमरा भी भेजा गया, जिसमें सारे मजदूर दिखाई दे रहे हैं. इस टीम ने वॉकी-टॉकी के जरिए उनसे बात भी की और उनका हौसला भी बढ़ाया.
टनल में फंसे मजदूरों की वीडियो
टनल में फंसे मजदूरों का जो वीडियो सामने आया है. उसमें देखा जा सकता है कि सारे मजदूर एकसाथ खड़े हुए हैं. रेस्क्यू टीम ने कहा कि हम आपको यहां से देख सकते हैं. इसके साथ ही उन्हें मैसेज दिया गया कि वो कैमरे में लगे माइक के पास जाकर बात करें. इसके साथ ही राहत की बात ये है कि सभी मजदूर सुरक्षित दिखाई दे रहे हैं.
सुरंग में फंसे मजदूरों के रेस्क्यू ऑपरेशन का आज दसवां दिन है. सोमवार को मजदूरों को खाने के लिए खिचड़ी, दाल समेत खाद्य सामग्री भेजी गई. कुक रवि रॉय ने कहा कि एक व्यक्ति के हिसाब 750 ग्राम खाना तैयार किया गया है. खिचड़ी के साथ संतरे-सेब और नींबू का रस भी भेजा गया है. इस पाइप के जरिए मोबाइल और चार्जर भी जाएगा.
वर्टिकल सुंरग के जरिए रास्ता बनाने की कोशिश
वहीं दूसरे तरफ एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत तमाम एजेंसियों के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है. मजदूरों को टनल से निकालने के लिए सभी विकल्पों पर एकसाथ काम किया जा रहा है. सोमवार को विदेश से एक टनल एक्सपर्ट भी यहां पहुंच गए हैं. वहीं सुरंग के ऊपर पहाड़ी के ऊपरी हिस्से में वर्टिकल ड्रिलिंग के जरिए मशीन से रास्ता बनाने की कोशिश की जा रही है.