बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पांचवें और आखिरी दिन जोरदार हंगामा हो रहा है। सदन शुरू होने से पहले भी सता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव की स्थिति बनी। वहीं सदन दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित होने के बाद राजद विधायक और बीजेपी विधायकों के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
दरअसल, राजद विधायक मुकेश रोशन आरक्षण संशोधन विधेयक विधानसभा से पास होने की खुशी में लड्डू बांट रहे थे। वो जैसे ही लड्डू का डिब्बा लेकर बीजेपी के विधायकों के पास पहुंचे, लखेंद्र पासवान ने डिब्बा फेंक दिया। जिसके बाद राजद विधायक भी भड़क गए। बीजेपी विधायकों ने उन्हें वापस जाने के लिए कहा। इसके बाद दोनों के बीच हाथापाई की स्थिति बन गई।
इधर सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी के विधायक वेल में आ गए। और हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे के बीच प्रश्नकाल चलता रहा। बीजेपी के सभी विधायक वेल में आकर नारेबाजी कर रहे थे। इसके बाद भी सरकार के मंत्री सवालों का जवाब देते रहे।
भाजपा के विधायक वेल में डांस करने लगे। मार्शल उनसे पैम्पलेट्स छिनने की कोशिश करते नजर आए। हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद बीजेपी के विधायक विधानसभा के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गए हैं। जीतनराम मांझी भी इनके साथ हैं। विपक्ष के विधायक बिहार के मुख्यमंत्री के इलाज कराने की मांग कर रहे हैं।
राजद के नेता ने सदन के बाहर मिठाई बांट कर और एक दूसरे को गुलाल लगाकर आरक्षण संशोधन विधेयक पास होने का जश्न मना रहे हैं। राजद विधायकों ने कहा कि कल मुख्यमंत्री ने गरीबों और पिछड़ों के लिए जो ऐतिहासिक फैसला लिया है, वो ऐतिहासिक है।
राजद-बीजेपी विधायक में तीखी नोकझोंक
विधानसभा गेट के बाहर प्रदर्शन कर रहे भाजपा विधायकों को राजद के मुकेश रोशन लड्डू खिलाने पहुंच गए थे। इस पर राजद विधायक और भाजपा विधायकों के साथ झड़प हो गई। दोनों के बीच तीखी नोंक झोंक हुई। भाजपा विधायक ने राजद मंत्री के हाथ से लड्डू फेंक दिया और उन्हें वापस जाने के लिए कहा। इसके बाद राजद विधायक भड़क गए और दोनों के बीच हाथापाई की स्थिति बन गई।
विधानसभा के बाहर मौजूद सुरक्षाकर्मियों के बीच बचाव के बीच स्थिति को शांत किया गया है। कुछ सेकेंड के लिए माहौल पूरी तरह गर्म हो गया था।
इसके बाद राजद विधायक ने कहा कि ये लोग आरक्षण विरोधी हैं।
स्पीकर के चेंबर के बाहर मांझी ने दिया धरना
इधर कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर के बाहर नीतीश कुमार के खिलाफ पूर्व सीएम जीतनराम मांझी धरने पर बैठ गए। उनके साथ नेता-प्रतिपक्ष विजय सिन्हा समेत बीजेपी के कई विधायक भी धरने पर बैठे।
मुख्यमंत्री के बयान को बीजेपी ने दलितों का अपमान बताया है। विपक्ष मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने की मांग कर रहा है।
वहीं कार्यवाही शुरू होने से पहले दोनों ओर के विधायकों ने प्रदर्शन किया। सत्ता पक्ष के विधायक पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की। नरेंद्र मोदी को बीवी छोड़ने वाले बताया। नरेंद्र मोदी शर्म करो के नारे लगाए गए।
नीतीश कुमार विधानसभा पहुंचे लेकिन विधानसभा के गेट से एंट्री करने की बजाए वो विधान परिषद के गेट के रास्ते एक बार फिर से विधानसभा में गए हैं।
बता दें कि शीतकालीन सत्र के दौरान विधानसभा में अभी तक हर दिन प्रश्नकाल बाधित रहा है। बीजेपी के विधायकों के प्रदर्शन के कारण एक भी दिन प्रश्नकाल सही से संचालित नहीं हुआ है।
मांझी के आवास पर बीजेपी नेताओं ने बनाई रणनीति
इधर, प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष समेत पार्टी के कई बड़े नेता गुरुवार देर शाम जीतन राम मांझी के आवास पहुंचे। वहां उनलोगों ने मांझी से मुलाकात की। सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार बीजेपी पूरी तरह से पूर्व मुख्यमंत्री के साथ है।
सम्राट ने कहा कि जिस तरह से नीतीश बाबू ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और दलित नेता जीतन राम मांझी को बिहार विधानसभा में अपमानित करने का काम किया। वह अत्यंत ही अशोभनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अपने घमंड के आगे बिहार की महिला, दलित, पिछड़ा सभी समुदाय का अपमान करते रहे हैं। सम्राट के साथ शाहनवाज हुसैन भी मांझी के आवास पहुंचे थे।