बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हुआ। पहले दिन 20 मिनट तक सदन चला। इस दौरान सदन में जीएसटी संशोधन अध्यादेश-2023, बिहार विनियोग ( संख्या-3) विधेयक -2023 , बिहार सचिवालय सेवा (संशोधन) विधेयक 2023 के साथ 2023-24 का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया गया।
शोक प्रस्ताव के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। बिहार विधान परिषद की कार्यवाही भी मंगलवार दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। कल सदन में जातीय गणना की आर्थिक रिपोर्ट पेश होगी।
आज विधानसभा में फिलिस्तीन पर इजराइली हमले का मुद्दा उठा। भाकपा (माले) के विधायकों ने सत्र के पहले दिन शोक प्रस्ताव के दौरान इजराइली हमले से मारे गए फिलिस्तिनियों के लिए भी शोक संदेश पढ़े जाने के मांग की। इस पर भाजपा विधायक हंगामा करने लगे। शोक प्रस्ताव के दौरान बढ़ते हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष को मामला शांत कराना पड़ा।
सदन की कार्यवाही के बाद सीएम नीतीश कुमार ने माले के विधाक दल के नेता महबूब आलम को अपने पास बुलाया। दोनों के बीच लगभग 5 मिनट तक बात चली। इस दौरान डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता अजीत कुमार भी मौजूद रहे।
सदन के बाहर माले का प्रदर्शन
सदन के बाहर माले विधायकों ने फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन किया। हाथों में तख्तियां लिए लेफ्ट के विधायकों ने इजराइली हमले को रोकने की मांग की। पार्टी के विधायक ने कहा कि फिलिस्तीन की आजादी के पक्ष में भाकपा माले का प्रोटेस्ट हो रहा है। इजराइल महिलाओं, बच्चों, अस्पतालों को नहीं छोड़ रहा। हमारी मांग है कि गजा पर हमला तत्काल बंद हो।
मोदी सरकार पर हमला करते हुए लेफ्ट पार्टी के विधायक ने कहा कि केंद्र ने अपनी विदेश नीति को अमेरिका के आगे गिरवी रख दिया है।
चुनाव से पहले याद आए भूमिहार-बचौल
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी विधायक हरिभूषण बचौल ने कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था फेल है। तुष्टिकरण की राजनीति की जा रही है। लैंड जिहाद का खेल चल रहा है। सरकार धर्मांतरण, जातिवाद का जहर घोल रही है। प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है।
वहीं तेजस्वी के बयान (जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी तलवार बांटती है, हम कलम बांटते हैं) पर कहा कि सरकार कलम बांटती है या लाठी में तेल पिलवा कर मरवाती है, ये सब जानते हैं। तेजस्वी के भूमिहार वाले बयान पर उन्होंने कहा कि इलेक्शन पास आया है तो तेजस्वी ऐसे ही छलने का काम करेंगे। बीजेपी जात की राजनीति नहीं करती है, जमात की राजनीति करती है।
एक मिनट के मौन के दौरान सदन में हंगामा
शोक प्रस्ताव में एक मिनट के मौन के दौरान सदन के अंदर वाम दलों के विधायक हमास-इजरायल युद्ध के मुद्दे पर हंगामा करने लगे. हमास का समर्थन कर रहे थे. तब ही बीजेपी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया. विधानसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
आरक्षण का कोटा बढ़ाने से संबंधित प्रस्ताव पेश कर सकती है सरकार
शीतकालीन सत्र काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि सरकार जातीय गणना (Caste Survey) के आंकड़ों को विस्तार के साथ सदन के पटल में रख सकती है. जातीय गणना के दौरान हुए आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट को भी सरकार जारी कर सकती है. जातीय गणना की रिपोर्ट के आधार पर सरकार आरक्षण का कोटा बढ़ाने से संबंधित प्रस्ताव पेश कर सकती है. सरकार आरक्षण का कोटा 50% से बढ़ाकर 70% करने का प्रस्ताव पारित कर केंद्र को भेज सकती है.
जातीय गणना के आंकड़ों को फर्जी बता रही बीजेपी
शीतकालीन सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं. महागठबंधन सरकार को भारतीय जनता पार्टी बिगड़ती कानून व्यवस्था, शिक्षक बहाली में गड़बड़ी, भ्रष्टाचार, 20 लाख नौकरी-रोजगार के वादे के मुद्दे पर घेरेगी. बीजेपी जातीय गणना के आंकड़े को भी फर्जी बता रही है. इसको लेकर भी सरकार की घेराबंदी करेगी. बीजेपी का आरोप है कि बिहार सरकार ने राजनीतिक लाभ के लिए कुछ खास जातियों की संख्या को बढ़ाकर दिखाया व अन्य जातियों की संख्या कम कर दिखाया.
वहीं विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए 70 मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस पदाधिकारी के अलावा 800 पुलिस बल के जवान प्रतिनियुक्त किए गए हैं. आठ क्यूआरटी टीम भी क्रियाशील रहेगी. छह से 10 नवंबर तक चलने वाले इस सत्र को काफी अहम माना जा रहा है.
बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन लॉ-एंड-ऑर्डर को लेकर विपक्ष जमकर हंगामा कर रहा है। विपक्ष ने जॉब में घोटाले का भी आरोप लगाकर भी सरकार को घेरा है। इजराइल और फिलिस्तीन का मुद्दा भी विधानसभा में उठा है।
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी विधायक हरिभूषण बचौल ने कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था फेल है। तुष्टिकरण की राजनीति की जा रही है। लैंड जिहाद का खेल चल रहा है। सरकार धर्मांतरण, जातिवाद का जहर घोल रही है। प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है।
वहीं तेजस्वी के बयान (जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी तलवार बांटती है, हम कलम बांटते हैं) पर कहा कि सरकार कलम बांटती है या लाठी में तेल पिलवा कर मरवाती है, ये सब जानते हैं। तेजस्वी के भूमिहार वाले बयान पर उन्होंने कहा कि इलेक्शन पास आया है तो तेजस्वी ऐसे ही छलने का काम करेंगे। बीजेपी जात की राजनीति नहीं करती है, जमात की राजनीति करती है।
हिंदू देवी-देवताओं पर दिए बयान पर कायम हूं- आरजेडी विधायक
रोहतास के डेहरी से राजद विधायक फतेह बहादुर सिंह ने कहा कि वो दुर्गा और हिंदू देवताओं पर दिए अपने बयान पर आज भी कायम हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला है कि रामायण के सभी पात्र काल्पनिक हैं। हिंदू धर्म ग्रंथों को भगवान ने नहीं, बल्कि इंसानों ने लिखा है।
डेहरी विधायक के जवाब में बीजेपी विधायक ने कहा कि ये इनलोगों को अपनी जमीन खिसकती हुई दिखाई दे रही है। राजनीति में इन लोगों को लगने लगा है कि ना हिंदू में है, ना मुसलमान में हैं, इसलिए बेचैन हैं। बेचैन होकर इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।
5 दिन चलेगा शीतकालीन सत्र
बता दें कि यह सत्र 10 नवंबर तक चलेगा। 5 दिनों के इस सत्र को काफी अहम माना जा रहा है। इस दौरान सरकार कई महत्वपूर्ण बिल पेश करेगी। इसके साथ ही सत्र के दौरान सरकार की ओर से जातीय गणना की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी जाएगी। सत्र की शुरुआत से पहले विधानसभा पहुंचे मुख्यमंत्री का अध्यक्ष ने स्वागत किया। उन्होंने सीएम को एक बुके भी दिया।
संभावना है कि सरकार की ओर से आरक्षण का कोटा बढ़ाने से संबंधित प्रस्ताव रखेगी। जानकारी के मुताबिक, सरकार आरक्षण का कोटा 50% से बढ़ाकर 70-75% करने का प्रस्ताव पारित कर केंद्र को भेज सकती है।
बीजेपी को सरकार को भ्रष्टाचार, क्राइम पर घेरेगी
सत्र को सुचारु रूप से चलाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक की है। उन्होंने सभी से सदन की सुचारु रूप से चलाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि सत्र छोटा है, लेकिन काफी गंभीर होगी। वहीं, बीजेपी नेता संजय मयूख ने कहा कि राज्य में बढ़ते क्राइम, भ्रष्टाचार पर तीव्र प्रहार करेंगे।
उन्होंने कहा कि जातिगत गणना के कारण राज्य के पिछड़ा और अतिपिछड़ा वर्ग को घाटा हुआ है। सीएम नीतीश कुमार तुष्टीकरण की नीतियों के कारण कुछ विशेष लोगों को विशेष लाभ दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ भी भरपूर खुलासा करेंगे। उन्होंने कहा कि ये सरकार अटकाने, भटकाने और लटकाने वाली सरकार है इसलिए सदन के अंदर हम इनका भरपूर विरोध करेंगे।