नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन 2023 हो रहा है। 19 देशों और यूरोपियन यूनियन व अफ्रीकी यूनियन के नेता यहां ग्लोबल मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) G20 के साथ-साथ अन्य बैठकें भी की। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी समेत कई नेता जी20 समिट में भाग लेने आए हैं। जी20 समिट में चीन को नजरअंदाज करने की तैयारी है। पीएम मोदी रविवार तक जिन नेताओं से द्विपक्षीय मुलाकात कर रहे हैं, उनमें चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग नहीं हैं। जी20 के मद्देनजर पूरी दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली में आने वाली सभी गाड़ियों पर नजर रखी जा रही है।
G20: मैक्रों के साथ लंच पर मिलेंगे PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ लंच मीटिंग करेंगे। प्रधानमंत्री कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ एक अलग बैठक करेंगे और बाद में कोमोरोस, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण कोरिया, ईयू/ईसी, ब्राजील और नाइजीरिया के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे: सूत्र
‘भारत बना ग्लोबल साउथ की आवाज’
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने कहा, ‘मुझे लगता है अध्यक्ष के रूप में भारत ने ग्लोबल साउथ की आवाज बनने की दिशा में अच्छा काम किया है और यह तथ्य कि वे आम सहमति प्राप्त करने में सफल रहे हैं, जी20 के नेतृत्व का एक प्रमाण है।’
हमने ग्लोबल साउथ के उद्देश्यों को हासिल कर लिया है। हमने ग्लोबल साउथ की आवश्यकताओं और चिंताओं को संबोधित किया है… हमें बहुत खुशी है कि प्रधानमंत्री मोदी ने हमारी अध्यक्षता में G 20 के स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ के आगमन की घोषणा की।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो ने जी 20 शिखर सम्मेलन के तीसरे सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पौधा सौंपा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो शेयर करते हुए X पर लिखा, ‘बेहतर ग्रह के लिए G20 शिखर सम्मेलन में सार्थक चर्चा।’
https://twitter.com/narendramodi/status/1700739502455808487?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1700739502455808487%7Ctwgr%5Ee9dbc40c312059e5ee4ef9ea10eaa8d98be16c5b%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fnavbharattimes.indiatimes.com%2Findia%2Fnew-delhi-g20-summit-2023-live-updates-pm-modi-speech-latest-videos-photos-bharat-mandapam%2Fliveblog%2F103522042.cms
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X पर लिखा, ‘राजघाट पर जी 20 परिवार ने शांति, सेवा, करुणा और अहिंसा के प्रतीक महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। जैसे-जैसे विविध राष्ट्र एकजुट हो रहे हैं, गांधी जी के शाश्वत आदर्श सामंजस्यपूर्ण, समावेशी और समृद्ध वैश्विक भविष्य के लिए हमारी सामूहिक दृष्टि का मार्गदर्शन करते हैं।’
इस शिखर सम्मेलन का सबसे महत्वपूर्ण परिणाम अफ्रीकी संघ को जी 20 के पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल करना है। यह इसे बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है… भारत ग्लोबल साउथ और अन्य कारकों, चाहे वह पश्चिम हो या खाड़ी देश, मध्य पूर्व, चीन और रूस, के बीच एक पुल के रूप में कार्य करने के लिए अच्छी स्थिति में है। भारत कूटनीतिक रूप से अच्छी स्थिति में है, जो निश्चित रूप से उसे समूह में शामिल नहीं किए गए लोगों के साथ संबंध बनाने में लाभ देता है।
ट्रिस्टन नायलर, सहायक प्रोफेसर, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति और इतिहास, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय
यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारत में G 20 के समापन पर रिकॉर्ड जलवायु सहायता प्रतिबद्धता की घोषणा की। UK ग्रीन क्लाइमेट फंड को 2 बिलियन डॉलर प्रदान करेगा जो दुनिया को जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद करने के लिए UK द्वारा की गई सबसे बड़ी एकल फंडिंग प्रतिबद्धता है। UK ग्रीन क्लाइमेट फंड (जीसीएफ) में £1.62 बिलियन ($2 बिलियन) का योगदान देगा, जिसे COP15 में कोपेनहेगन समझौते के बाद 194 देशों द्वारा स्थापित किया गया था।स्वीरें देखकर चीन के सीने पर सांप लोट जाएगा। भारत में ब्रिटिश उच्चायोग
G 20 का जॉइंट स्टेटमेंट भारत की सिर्फ बड़ी कूटनीतिक जीत नहीं, 2024 में मोदी के लिए बूस्टर भी है
जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन सभी सदस्य देशों के संयुक्त बयान पर राजी होना भारत की बहुत बड़ी कामयाबी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समिट के दूसरे सत्र की शुरुआत में ये ऐलान किया कि ‘नई दिल्ली G-20 लीडर्स डेक्लरेशन’ पर सभी देशों की सहमति बनी है और वह इसे मंजूर करने की घोषणा करते हैं। ये ऐलान करते वक्त उनके चेहरे पर गर्व का भाव था, संतोष का भाव था, विजय का भाव था। ऐलान पर सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। पीएम मोदी का चेहरा चमक रहा था। हो भी क्यों नहीं, रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच संयुक्त घोषणापत्र पर आम सहमति बनाना मेजबान भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक परीक्षा थी जिसमें वह पास हुआ। 24 घंटे पहले तक जो असंभव दिख रहा था, उसे भारत की कूटनीति ने संभव बना दिया। एक तरफ अमेरिका और यूरोपीय देश तो दूसरी तरफ रूस और चीन। एक की जिद ये कि जॉइंट स्टेटमेंट में यूक्रेन युद्ध के लिए रूस की कड़े से कड़े शब्दों में निंदा हो तो दूसरे की जिद ये कि युद्ध का जिक्र ही न हो।
भारत में G 20 शिखर सम्मेलन | केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित जी-20 रात्रिभोज में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ बातचीत की।