लोकसभा में दिल्ली सेवा बिल ध्वनि मत से पारित हो गया. अब यह बिल सोमवार को राज्य सभा में प्रस्तुत किया जाएगा. लेकिन, गुरुवार को इससे पहले विधेयक पर चर्चा के दौरान एक ऐसा भी मौका आया जब जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भाजपा को लोकतंत्र के लोकलाज की दुहाई दी. इस पर उसी सदन में गृह मंत्री अमित शाह ने करारा जवाब दिया जो सियासी गलियारों में सुर्खियों में हैं.
दरअसल, विधेयक पर चर्चा के दौरान जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा, ललन सिंह ने कहा यह भी कहा कि कि केंद्र सरकार लोकतंत्र को समाप्त करना चाहती है और केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार दिल्ली में बैक डोर से राज करना चाहती है. तभी सुप्रीम कोर्ट के आदेश को भी रद्द करने के लिए अध्यादेश जारी किया और फिर संसद में बिल ले आयी है. जो बिल आप लेकर आए हैं, वो संघीय ढांचे पर आघात है. लोकतंत्र के खिलाफ है. आपने लोकतंत्र को समाप्त करने का काम किया है. ललन सिंह ने नसीहत दी कि लोकतंत्र, लोकलाज से चलता है.
इसके बाद जब बिल पर हो रही बहस का जवाब देने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ललन सिंह को करारा जवाब दिया. अमित शाह ने कहा, ललन सिंह ने बोला है कि लोकलाज होनी चाहिए. राजीव रंजन जी (ललन सिंह) आप तो लोकलाज की बात मत ही बोलिए, क्योंकि जिस चारा घोटाला को लेकर जनता के सामने गए थे, आज चारा घोटाला करने वालों के साथ बैठे हैं. फिर से गठबंधन किया है. लोकलाज आपके मुंह में अच्छा नहीं लगता.
गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से ललन सिंह पर दिए बयान पर भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने कहा, गृह मंत्री ने कहा आप लोग लोक लाज की बात मत कीजिए, क्योंकि जदयू का इतिहास रहा है, जिसके साथ जीतते हैं उसको छोड़ कर भाग जाते हैं. 2015 में महागठबंधन के साथ जीते थे, उन्हें छोड़कर भाग गए. वर्ष 2020 में हमारे साथ जीते तो भाजपा छोड़कर भाग गए, इनकी भागने की आदत है. अमित शाह और ललन सिंह संसद के भीतर किस तरह आमने-सामने हुए, इसका पूरा वीडियो देखिए.