मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। इन नेताओं की मुलाकात के बाद विपक्षी एकजुटता के प्रयासों को उस वक्त बल मिला‚ जब यह निर्णय लिया गया कि विपक्ष के विभिन्न दलों की बैठक जल्द बुलाई जायेगी।
बैठक की तिथि और स्थान के बारे में अगले एक–दो दिन में फैसला कर होगा। कांग्रेस ने कहा कि प्रस्तावित बैठक में विपक्ष के ज्यादातर दल शामिल होंगे। बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़़गे ने कहा कि आज की बैठक में वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की गई और देश को नई दिशा देने की प्रक्रिया को आगे बढाया गया है। उन्होंने ट्वीट किया‚ ‘अब एकजुट होगा देश‚ ‘लोकतंत्र की मज़बूती’ ही हमारा संदेश! राहुल गांधी जी और मैंने आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमारजी के साथ वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा कर‚ देश को एक नई दिशा देने की प्रकिया को आगे बढ़ाया।’ खड़़गे के आवास ‘१० राजाजी मार्ग’ पर एक घंटे से अधिक समय तक चली मंत्रणा के दौरान इस बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और जनता दल (यूनाइटेड़) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह तथा बिहार सरकार के मंत्री संजय झा मौजूद थे। पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को भी बैठक में शामिल होना था‚ लेकिन किन्हीं कारणों से वे शामिल नहीं हो सके। बैठक के बाद वेणुगोपाल ने यह भी कहा कि विपक्षी दलों की प्रस्तावित बैठक में ज्यादातर राजनीतिक दल शामिल होंगे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा‚ ‘विपक्षी दलों की बैठक की तिथि और स्थान के बारे में अगले एक–दो दिनों में निर्णय हो जायेगा। आज की बैठक में यह फैसला किया गया।’ यह पूछे जाने पर कि कितने दल इस प्रस्तावित बैठक में शामिल होंगे‚ वेणुगोपाल ने कहा‚‘ज्यादातर राजनीतिक दल इसमें शामिल होंगे।’ पहले यह खबर सामने आई थी कि विपक्षी दलों की बैठक बिहार की राजधानी पटना में हो सकती है। इससे पहले नीतीश ने गत १२ अप्रैल को भी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर विपक्षी एकजुटता को लेकर चर्चा की थी। गत शनिवार को कर्नाटक में सिद्धारमैया और उनकी सरकार के मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष के कई प्रमुख नेता नजर आये थे और यहां से विपक्षी एकजुटता का संदेश देने का प्रयास किया गया था।
आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे और जदयू के शीर्ष नेता नीतीश कुमार विपक्षी एकजुटता का प्रयास कर रहे हैं।इस प्रयास के तहत खड़़गे कई विपक्षी नेताओं से बात और मुलाकात कर चुके हैं। दूसरी तरफ नीतीश कुमार भी कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर (सभी को) एक मंच पर आने की सलाह दे चुके हैं।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू नेता नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि वे राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों को एकजुट करने में सफल होंगे। रायपुर की पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड़ में संवाददाताओं से बात करते हुए बघेल ने भाजपा पर अन्य पिछड़़ा वर्ग (ओबीसी) विरोधी दृष्टिकोण अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा‚‘नीतीश जी लगातार राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। खड़़गे जी से भी बेंगलुरु में मुलाकात हुई‚ वहां सभी राष्ट्रीय नेता मौजूद थे। सौभाग्य से नीतीश कुमार और हम लोग साथ ही बैठे थे‚ तो अभियान के बारे में बातचीत भी हो रही थी। अच्छा है वरिष्ठ जदयू नेता सारे विपक्ष को एकजुट करने के अभियान में लगे हुए हैं। मुझे विश्वास है कि नीतीश कुमार जी इसमें सफल होंगे।’
कांग्रेस पर अन्य पिछड़़ा वर्ग की उपेक्षा करने का आरोप लगाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बघेल ने कहा‚‘जो ओबीसी समुदाय है‚ वह अधिकतर खेती–किसानी करता है। केंद्र कहता था कि वह किसानों की आय दुगनी करेगा लेकिन हुआ क्याॽ हम छत्तीसगढ में २७ प्रतिशत आरक्षण की बात कह रहे हैं‚ भाजपा ने समर्थन किया क्या‚ नहीं किया।’