पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान आज इस्लामाबाद हाई कोर्ट में पेश किए गए। जहां से उन्हें बड़ी राहत मिली है। इमरान खान को तोशखाना मामले में इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने बड़ी राहत देते हुए निचली अदालत की कार्यवाही पर रोक लगा दी है। इमरान पर कई मामले चल रहे हैं। बीते दिनों उन्हें अल कादिर ट्र्स्ट केस में गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद पाकिस्तान में जमकर बवाल मचा। सुप्रीम कोर्ट से इमरान की रिहाई का आदेश मिलने के बाद आज उन्हें हाई कोर्ट में पेश किया गया। इमरान की पेशी को लेकर राजधानी इस्लामाबाद में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। बीते दिनों इमरान की गिरफ्तारी के बाद पीटीआई के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने देश में जिस तरह से बवाल काटा था, उसे देखते हुए आज इस्लामाबाद में धारा 144 लागू कर दी है।
कल पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व प्रधान मंत्री की गिरफ्तारी को अवैध घोषित कर दिया और सरकार से उन्हें तुरंत रिहा करने के लिए कहा. इस फैसले ने शहबाज शरीफ़ सरकार को सुलगते हुए छोड़ दिया. गुरुवार को एक महत्वपूर्ण फैसले में, पाकिस्तान के SC ने अल-कादिर ट्रस्ट मामले में भ्रष्टाचार के आरोप में खान की गिरफ्तारी को अवैध घोषित करार दिया. शीर्ष अदालत के फैसले की घोषणा के बाद, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पीटीआई प्रमुख की गिरफ्तारी को अवैध करार दिए जाने के बाद ज्यूडिशियरी के ‘दोहरे मानकों’ पर सवाल उठाया. पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि अगर शुक्रवार को उच्च न्यायालय से जमानत मिलती है तो सरकार पीटीआई प्रमुख इमरान खान को फिर से गिरफ्तार करेगी.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को मंगलवार (9 मई) को इस्लामाबाद हाईकोर्ट से गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद पिछले तीन दिनों से पाकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन चल रहे है. हालांकि, इमरान खान को पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने रिहा करने का आदेश दे दिया है, लेकिन शहबाज शरीफ सरकार ने उन्हें फिर गिरफ्तार करने का पूरा प्लान बना लिया है. वहीं देश में गृह युद्ध जैसे हालात भी बनते दिख रहे हैं.
इमरान खान की गिरफ्तारी अल कादिर ट्रस्ट केस में हुई थी. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें इसी मामले में राहत दी है. वहीं इमरान खान के ऊपर दर्जन भर से ज्यादा केस हैं. पीएम शहबाज शरीफ की सरकार ये मन चुकी है कि अगर हाई कोर्ट से अल कादिर ट्रस्ट केस में गिरफ्तारी को गैर क़ानूनी करार दिया जाता है तो तुरंत दूसरे केस में इमरान की गिरफ्तारी कर ली जाएगी.
हिंसक विरोध के कारण PAK डिफॉल्ट के करीब, IMF बेलआउट में हो सकती है देरी
पाकिस्तान डिफॉल्ट के करीब पहुंच रहा है, क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद उभरे राजनीतिक संकट से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष बेलआउट में देरी होने वाली है. पाकिस्तान की भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी द्वारा मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री को गिरफ्तार किए जाने के बाद देशभर में फैले इमरान खान के समर्थकों और पुलिस के बीच घातक झड़पें हुईं. हिंसक विरोध प्रदर्शन गुरुवार को तीसरे दिन में प्रवेश कर गया है और देश भर में अब तक कम से कम 8 लोग मारे गए हैं और 290 घायल हुए हैं. सिंगापुर में कोलंबिया थ्रेडनिडल इन्वेस्टमेंट्स के विश्लेषक एंग टैट लो ने कथित तौर पर ब्लूमबर्ग को बताया, ‘नए फंडिंग के अभाव में पाकिस्तान के लिए डिफॉल्ट से बचना मुश्किल लग रहा है.’
अमेरिका ने पाकिस्तान में मानवाधिकारों, प्रेस की स्वतंत्रता पर चिंता जताई
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने पाकिस्तान में मानवाधिकारों और प्रेस की स्वतंत्रता के मुद्दों पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान के घटनाक्रमों पर बारीकी से नजर रख रहा है, मानवाधिकारों और प्रेस की स्वतंत्रता के मुद्दे उठाए गए थे. वेदांत पटेल ने पाकिस्तान में राजनीतिक घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए एक बयान में कहा, ‘संयुक्त राज्य अमेरिका पाकिस्तान में लोकतांत्रिक सिद्धांतों और कानून को बनाए रखना चाहता है.’
‘न्याय के दोहरे मापदंड’: इमरान खान की रिहाई पर बोली नवाज शरीफ की PML-N
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट द्वारा इमरान खान की तत्काल रिहाई के आदेश के बाद, सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेताओं ने ‘न्याय के दोहरे मानकों’ पर आपत्ति जताई. पीएमएल-एन नेता मरियम औरंगजेब ने पीटीआई समर्थकों के विरोध प्रदर्शन को लेकर कहा, ‘कुछ सौ सशस्त्र प्रदर्शनकारियों और आतंकवादियों ने देश और राज्य की संपत्तियों पर हमला किया है. आप सभी ने देखा कि कैसे पीटीआई नेताओं ने हिंसा भड़काई और इमरान खान के निर्देश पर हमले के आदेश दिए.’