फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ को लेकर बिहार में सियासत तेज हो रही है । केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने लव जिहाद पर बनी फिल्म द केरला स्टोरी को यूपी की तर्ज पर बिहार में भी टैक्स फ्री करने की मांग की । केंद्रीय मंत्री ने मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर फिल्म को राज्य में कर मुक्त करने का आग्रह किया।
भारत में इन दिनों बॉलीवुड मूवी ‘द केरला स्टोरी’ ने एक राजनीतिक बहस छेड़ दी है. कुछ राज्यों ने फिल्म की स्क्रीनिंग पर बैन लगा दिया है जबकि कुछ भाजपा शासित राज्यों ने इसे दर्शकों के लिए टैक्स फ्री कर दिया है. सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित और विपुल अमृतलाल शाह द्वारा निर्मित ‘द केरला स्टोरी’ में अदा शर्मा, योगिता बिहानी, सोनिया बलानी और सिद्धि इदनानी ने एक्टिंग की है. फिल्म जबरन धर्मांतरण के बारे में है. फिल्म में आरोप है कि केरल में लगभग 32,000 महिलाओं का इस्लाम में धर्मांतरण किया गया था और कई को ISIS शासित सीरिया में आतंकवादी समूह में भर्ती के लिए भेज दिया गया.
रिपोर्टों के अनुसार हालांकि बाद में ‘32,000 महिलाओं’ से फिल्म का प्रारंभिक विवरण बदलकर ‘चार महिलाएं’ कर दिया गया था. एक इंटरव्यू में अदा शर्मा, निर्देशक सुदीप्तो सेन और निर्माता विपुल शाह ने कहा, ‘फिल्म पूरे मुस्लिम समुदाय के बजाय आतंकवादियों को लक्षित करती है.’ विदेशों से विशेष रूप से यूके से ISIS भर्ती के खतरे को कुछ रिपोर्टों में उजागर किया गया है. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार आतंकवादी संगठन शुरू में 2013 में भारतीय खुफिया अधिकारियों के संज्ञान में आया, जब सीरिया की रिपोर्टों से पता चला कि आईएस लड़ाकों के रैंकों के भीतर कुछ भारतीय थे.
3 लड़कियां जिन्होंने भाग कर ISIS किया था जॉइन
‘द केरला स्टोरी’ जैसी एक कहानी ब्रिटेन से सामने आई थी, जिसमें 3 लड़कियों ने इस्लामिक स्टेट को जॉइन करने के लिए अपना देश छोड़ दिया था. यूके से संभावित मानव तस्करी के मामले में अत्यधिक चर्चा में एक नाम शमीमा बेगम का है. 24 वर्षीय शमीमा एक ब्रिटिश मूल की महिला है, जो चरमपंथी समूह इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवेंट (ISIL) में शामिल होने के लिए 15 साल की उम्र में सीरिया चली गई थी. दूसरा नाम आमिरा अब्बास और तीसरा नाम कदीजा सुल्ताना है. तीनों ‘बेथनल ग्रीन ऐकेडमी’ (Bethnal Green Academy) की छात्रा थीं. इसलिए इन्हें बेथनल ग्रीन ट्रायो (Bethnal Green trio) के नाम से भी जाना जाता है. तीनों फरवरी 2015 में सीरिया भाग गई थीं.
ISIL की भर्ती में निभाती थीं भूमिका
ये तीनों लड़कियां ब्रिटेन से पहले तुर्की गईं, और उसके बाद इस्लामिक स्टेट के इलाके में प्रवेश कर गईं. शमीमा बेगम ने आने के 10 दिन बाद ISIL के एक साथी सदस्य से शादी की और उसके तीन बच्चे भी हुए. डेली टेलीग्राफ के अनुसार, शमीमा बेगम ने आईएसआईएल के अन्य सदस्यों के बीच प्रतिष्ठा अर्जित की थी और अन्य युवतियों को संगठन में शामिल होने के लिए राजी करने का प्रयास करती थी.