CM नीतीश कुमार ने कहा कि अभी चीफ सेक्रेटरी बहुत लंबा चौड़ा भाषण दे रहे थे। अब बताइए अगर वह ठीक से काम करते तो पद खाली क्यों रहता।
मुख्यमंत्री शनिवार को बीपीएससी के 75वें स्थापना दिवस समारोह में बोल रहे थे। वह बीपीएससी के सदस्यों का 3 पद खाली होने पर मुख्य सचिव की खिंचाई कर दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमको यह जानकर बहुत तकलीफ हुई। चीफ सेक्रेटरी को यह खुद देखना चाहिए था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीपीएससी में किसी तरह की दिक्कत और समस्या आ जाए, तो सरकरा को सूचित कर दीजिए। दीपक जी को बता दीजिए। दीपक जी ही हमारे कार्यालय को देखते हैं। मुख्य सचिव तो भाषण दे ही रहे थे। उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि पांच दिनों के भीतर आयोग की कमियों को दूर कीजिए। कोई दिक्कत नहीं रहनी चाहिए।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने आते ही दीपक जी से पूछा तो उन्होंने बताया कि बीपीएससी में 6 सदस्यों का स्वीकृत पद है, लेकिन अभी तीन ही सदस्य हैं। 3 पद खाली है। यह सुनकर मुझे बहुत दुख पहुंचा। इस साल बीपीएससी को 45 हजार से ज्यादा पदों पर बहाली करनी है। इस स्थिति में सदस्यों का पद खाली रहेगा तो कैसे काम चलेगा।
उन्होंने कहा कि चीफ सेक्रेटरी को यह मामला खुद देखना चाहिए था। आखिर वह क्यों नहीं देखे ? क्यों इतने दिन से सीटें खाली पड़ी है ? 5 दिनों में इन सीटों को जल्द से जल्द भर दीजिए। इस काम को जल्दी पूरा कर लीजिए। हम लोग कार्यक्रम खत्म होने के बाद चले जाएंगे, लेकिन आप लोग रुकिए और काम पूरा कीजिए।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि परीक्षा के 1 घंटे पहले प्रश्नपत्र लीक हो जाता है। ऐसा क्यों होता है ? ड्यूटी पर तैनात लोगों पर आप लोग ध्यान दीजिए, ताकि कोई परीक्षा में इधर-उधर गड़बड़ नहीं कर सके। पिछली बार प्रश्न पत्र लीक हो गया। इस बात से बहुत तकलीफ हुई। सीएम ने कहा कि आप लोग ध्यान रखिए और ऐसा नहीं होना चाहिए।
CM नीतीश ने कहा कि 75वें साल में और विस्तार होना चाहिए। बीपीएससी में कोई कमी नहीं होना चाहिए। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि जो भी अभ्यर्थी परीक्षा देते हैं और पास होते हैं। अगर लिखित में ज्यादा नंबर आता है तो इंटरव्यू में इतना कम नंबर क्यों आया। इसलिए अगर संदेह हो तो जांच कीजिए।