मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आईजी विकास वैभव के खिलाफ गृहरक्षा एवं अग्निशमन सेवा की महानिदेशक शोभा अहोतकर के अपशब्द का इस्तेमाल किये जाने के मामले की जांच के आदेश दिये। इस बीच‚ महानिदेशक शोभा ओहतकर ने श्री वैभव को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा है कि क्यों न उनके खिलाफ अपने वरिष्ठ के विरुद्ध सोशल मीडिया पर ट्वीट पोस्ट करके सेवा संहिता का उल्लंघन करने के लिए अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाये। श्री वैभव को नोटिस का जवाब देने के लिए केवल २४ घंटे का समय दिया गया है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कहा कि मुझे बृहस्पतिवार को मामले के बारे में पता चला। मैंने इसकी गहन जांच का आदेश दिया है। मैंने अधिकारियों को आरोपों के सभी पहलुओं पर गौर करते हुए एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा‚‘एक बात स्पष्ट है कि किसी भी अफसर को आधिकारिक मामले से संबंधित ट्वीट सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं करना चाहिए। ऐसा व्यवहार अनुचित है। यदि किसी अधिकारी को कोई शिकायत है‚ तो वह उसे विभाग के उचित मंच पर रखे।
हालांकि उन्होंने कहा कि इस समय इस मुद्े पर कुछ कहना उनके लिए उचित नहीं होगा। उन्होंने इस संबंध में सवाल कर रहे मीडियाकर्मियों से कहा कि वे जांच रिपोर्ट का इंतजार करें।
उल्लेखनीय है कि गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवा के महानिरीक्षक विकास वैभव ने बुधवार की आधी रात को ट्वीट किया था कि उनके बॉस‚ गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवा की महानिदेशक शोभा ओहतकर द्वारा उन्हें नियमित रूप से गाली दी जा रही है। उन्होंने अफसोस जताया कि अपनी जिम्मेदारी को ठीक से निभाने के बेहतरीन प्रयासों के बावजूद‚‘डीजी मैडम’ द्वारा मुझे नियमित रूप से गाली दी जा रही थी। उन्होंने दावा किया कि मेरे पास ‘डीजी मैडम’ की कुछ अभद्र टिप्पणियों की रिकॉडि़ग भी उपलब्ध है।
आइजी विकास वैभव ने रात 10 बजे फेसबुक साझा कीं तस्वीरें
इसके अलावा रात करीब 10 बजे उन्होंने फेसबुक पर शादी समारोह की तस्वीरों के साथ पोस्ट किया- सिलीगुड़ी में हैं। पारिवारिक वैवाहिक समारोह के कुछ दृश्य साझा कर रहा हूं। बंगाल का यह क्षेत्र मुझे अत्यंत प्रिय है। बाल्यकाल से ही अनेक स्मृतियां इस क्षेत्र से जुड़ी हैं। यात्री मन पूर्व स्मृतियों में विलीन हो रहा है।
अग्निशमन एवं होमगार्ड सर्विसेज के आइजी विकास वैभव के द्वारा ट्विटर पर डीजी शोभा ओहटकर पर अपशब्द बोलने का आरोप लगाने के बाद उपजा विवाद जारी है। इस घटना के बाद डीजी शोभा ओहटकर ने आइजी विकास वैभव को नोटिस भेजकर 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है।
आइजी पर डीजी की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया गया है। इसके अलावा ट्वीट में डीजी की बात रिकार्ड करने का हवाला देते हुए इसे गोपनीयता का उल्लंघन मानते हुए दोषी बताया गया है। यह भी पूछा गया है कि क्यों नहीं आपके इस आचरण के लिए अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा राज्य सरकार से की जाए।
सूत्रों के अनुसार, देर रात तक आइजी का जवाब नहीं मिल सका है। वह पारिवारिक समारोह में भाग लेने के लिए पहले से स्वीकृत छुट्टी पर हैं। महानिदेशक सह महासमादेष्टा शोभा ओहटकर के द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि नौ फरवरी की सुबह से इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर, व्हाट्सएप आदि पर आपके ट्विटर हैंडल से किया गया ट्वीट वायरल हो रहा है।
नोटिस में कहा गया है कि ट्वीट में आपके द्वारा लिखा गया है कि आप डीजी रैंक की महिला आधिकारी से गालियां ही सुन रहे हैं। आपने यह भी लिखा है कि आपके द्वारा रिकॉर्ड भी किया गया है। इससे स्पष्ट होता है कि आपके द्वारा कार्यालय की बैठकों में होने वाली चर्चाओं की रिकॉर्डिंग की जाती है। यह आपकी गलत मंशा का द्योतक है। यह कार्यालयी गोपनीयता कानून के प्रविधानों का भी उल्लंघन है। आपका यह आचरण सर्वथा प्रतिकूल है और आपकी अनुशासनहीनता, कर्तव्यहीनता एवं विधि विरुद्ध कार्यों का द्योतक है।
एक और ट्वीट, दुष्ट कभी मित्र नहीं बन सकता
आइजी विकास वैभव ने शुक्रवार की सुबह एक और ट्वीट किया। संस्कृत में श्लोक लिखने के बाद उन्होंने उसका अर्थ लिखा- ”कभी-कभी सर्प भी मित्र बन सकता है, किंतु दुष्ट को कभी मित्र नहीं बनाया जा सकता। शेषनाग पर शयन करने वाले हरि का भी दुर्योधन मित्र न बन सका।” विकास वैभव हर दिन अपने ट्विटर हैंडल से संस्कृत के श्लोक का अर्थ बताते हुए ट्वीट करते हैं।