नीतीश कुमार के खिलाफ आरजेडी एमएलए सुधाकर सिंह ने अपनी बयानबाजी जारी रखी है। हालांकि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सुधाकर को चेतावनी दी थी कि इस तरह की बयानबाजी जारी रही तो पार्टी उनके खिलाफ एक्शन लेगी। एक्शन लेने का अधिकार लालू प्रसाद यादव को है। वह अभी किडनी ट्रांसप्लांट के बाद आराम कर रहे हैं। इधर, चेतावनी की परवाह किये बिना सुधाकर सिंह की बयानबाजी जारी है। तेजस्वी ने कहा था कि महागठबंधन में रह कर इस तरह का बयान देने वाले सुधाकर सिंह भाजपा की मदद कर रहे हैं। तेजस्वी का बयान तब आया था, जब नीतीश कुमार ने इस पर खुद कोई टिप्पणी करने के बजाय गेंद आरजेडी के पाले में डाल दिया। उन्होंने कहा था कि यह आरजेडी का मामला है, उसे ही इसे देखना है।
राजद पर उठ रहे सवाल
तेजस्वी की चेतावनी के बावजूद सुधाकर सिंह की बयानबाजी जारी रहने पर सवाल उठ रहे हैं। सवाल दो तरह के हैं। पहला कि कहीं तेजस्वी की शह पर तो सुधाकर बयान नहीं दे रहे। दूसरा, क्या सच में बीजेपी ने सुधाकर की बयानबाजी का स्क्रिप्ट तैयार किया है। ऐसे बयान से बीजेपी को मदद की बात तेजस्वी यादव भी कर चुके हैं। हालांकि इन दो कयासों में पहला कयास ही सच के करीब दिखता है। इसलिए कि आरजेडी के नेता नीतीश को अब और ढोने के मूड में नहीं लगते हैं। जेडीयू के महागठबंधन के साथ आने के पहले क्या डील हुई थी, यह तो उसके नेता नीतीश कुमार और तेजस्वी-लालू को ही पता होगा, लेकिन तब राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा जोरों पर थी कि नीतीश कुमार बिहार की गद्दी तेजस्वी को सौंप कर केंद्र की राजनीति में जाएंगे। वह विपक्ष को गोलबंद करेंगे। जब से नीतीश ने 2025 का चुनाव तेजस्वी के नेतृत्व में लड़ने की बात कही है, तभी से सुधाकर सिंह अधिक हमलावर हुए हैं।
तिलमिलाए हैं उपेंद्र कुशवाहा
सुधाकर सिंह के बयान पर आपत्ति तो उनके पिता आरजेडी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को भी है। लेकिन सबसे अधिक तिलमिलाहट उपेंद्र कुशवाहा में हैं। तेजस्वी यादव पहले ही एतराज जता चुके हैं। इधर जेडीयू की ओर से सबसे तल्ख प्रतिक्रिया जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की ओर से आ रही है। पहले तो उन्होंने सुधाकर के बयान पर आपत्ति जताते हुए तेजस्वी को पत्र लिखा। अब भविष्यवाणी कर रहे हैं कि खरमास (मकर संक्रांति) के बाद सुधाकर सिंह पर आरजेडी अवश्य कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा है कि खरमास बाद आरजेडी में शुभ काम होगा। इस शुभ काम का मायने यही निकाला जा रहा है कि सुधाकर सिंह को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। अनुमान यह लगाया जा रहा है कि नीतीश की आपत्ति और सुधाकर सिंह की बेखौफ बयानबाजी को देखते हुए उन्हें पार्टी बाय बोल देगी। उपेंद्र कुशवाहा को सिर्फ सुधाकर सिंह के बयान पर ही आपत्ति नहीं है, बल्कि उनके पिता के बयान भी उन्हें नागवार लगे हैं। उपेन्द्र कुशवाहा ने यह बता दिया है कि नीतीश कुमार को पीएम बनने के लिए आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद के आशीर्वाद की जरूरत नहीं। नीतीश कुमार को आगे बढ़ने के लिए किसी व्यक्ति के आशीर्वाद की नहीं, बल्कि जनता के आशीर्वाद की आवश्यकता है। सुधाकर सिंह के पिता हैं जगदानंद सिंह। उन्होंने लालू प्रसाद द्वारा नीतीश कुमार को दिए आशीर्वाद का खुलासा किया था।
जगदानंद ने कही थी आशीर्वाद की बात
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा था कि नीतीश कुमार देश का नेतृत्व करेंगे। लालू प्रसाद यादव ने इसके लीए पहले ही टीका लगा दिया है। लालू प्रसाद यादव के आशीर्वाद से ही देवगौड़ा और गुजराल प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठे थे। लालू यादव ने नीतीश कुमार को पहले ही आशीर्वाद दे दिया है। लालू यादव का आशीर्वाद कोई साधारण नहीं है। उनके हृदय से निकली आवाज सच साबित होती है। लालू यादव तो पहले ही नीतीश कुमार को विजय का टीका लगा चुके हैं। लालू का आशीर्वाद नीतीश के लिए दिल्ली तक का रास्ता सुगम करेगा।