राज्य का राजनीतिक परिदृश्य हर गुजरते दिन के साथ बेहद दिलचस्प होता जा रहा है। यहां तक नीतीश, कांग्रेस और प्रशांत किशोर की यात्रा वाली राजनीति ने कड़ाके की सर्दी में पहले ही काफी गर्मी पैदा कर दी है। इसके बाद नेता अब मकर संक्रांति पर ‘चूड़ा-दही’ भोज की घोषणा करके राज्य की राजनीति में और हलचल पैदा करने में व्यस्त हो गए हैं। ऐसा लग रहा है कि बिहार की राजनीति में CD यानि चूड़ा-दही पॉलिटिक्स में बहुत कुछ देखने को मिल सकता है। इसी कड़ी में 14 जनवरी को ऐसी कई सियासी भोज रखे गए हैं। इसमें JDU संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का भोज सबसे ज्यादा चर्चा में है।
बिहार की राजनीति में ‘CD’ पॉलिटिक्स
उपेंद्र कुशवाहा पटना में अपने आधिकारिक आवास पर चूड़ा-दही भोज की मेजबानी करने वाले हैं, जिसके दौरान उन्हें सभी राजनीतिक दलों के कई नेताओं को आमंत्रित करने की उम्मीद है। उनके करीबी सूत्रों ने कहा कि कुशवाहा इस दावत का आयोजन जेडीयू के नेता के रूप में नहीं कर रहे हैं, बल्कि महात्मा फुले समता परिषद (एमपीएसपी) की ओर से कर रहे हैं, जो एक संगठन है जिसे वह अभी भी चलाते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पिछले साल मार्च में नीतीश कुमार की पार्टी में शामिल होने पर अपनी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) का जेडीयू में विलय कर दिया था । लेकिन उन्होंने एमपीएसपी को जीवित रखा, कुशवाहा के करीबी सूत्रों ने कहा।
पढ़िए क्या कहा उपेंद्र कुशवाहा ने
कुशवाहा ने गुरुवार को मीडिया से कहा, ‘मैं इस साल अपने निवास पर दावत की मेजबानी कर रहा हूं ताकि हम सभी एक साथ बैठकर चूड़ा-दही का स्वाद ले सकें।’ कुशवाहा ने मीडिया में आई उन खबरों को खारिज कर दिया जिसमें उनके बीजेपी में जाने की चर्चा हो रही थी। कुशवाहा ने कहा कि दूर-दूर तक इसकी संभावना नहीं है। उनके मुताबिक पहले पार्टी नेता बशिष्ठ नारायण सिंह अपने आवास पर इस तरह के भोज का आयोजन करते रहे हैं। कुशवाहा ने कहा कि ‘इस बार मैंने उनसे अनुरोध किया कि मुझे इस भोज की व्यवस्था करने की अनुमति दें।’
राबड़ी आवास पर तेजस्वी की ‘CD’ पॉलिटिक्स
इसी तरह, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आरजेडी की ओर से अपनी मां राबड़ी देवी के आवास 10, सर्कुलर रोड पर चूड़ा-दही भोज की योजना बनाई है, उनके पिता लालू प्रसाद इस समय सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी के बाद वहीं आराम कर रहे हैं। RJD के एक प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी महागठबंधन के सभी सहयोगियों के नेताओं को निमंत्रण देंगे। हालांकि अभी तक बीजेपी की तरफ से चूड़ा-दही भोज की कोई खबर नहीं है।