एडिलेड के मैदान में टीम इंडिया के खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव के कैच छोड़ने पर जोरदार तालियां बज रही थी। दरअसल, ये हताशा और निराशा थी। क्रिकेट को जीने वाले देश को ये हार नहीं पच रही थी। क्या-क्या सपने संजोए थे। सब स्वाहा हो चुका था। ये ताली ये बजा रहे थे कि आप कितने घटिया खेल रहे थे। ना तो आपकी बैटिंग चली न बॉलिंग। आंखें पथरा गई थीं। 2007 के बाद से अबतक कोई भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं उठा पाए। भला ऐसे कोई खेलता है क्या? एक अदद विकेट के लिए तरस रहे थे। उसपर कैच भी छोड़ दिया। हद है भाई। ऐसे में क्या करें दर्शक। ताली ही बजाएंगे न?
आप ही बताएं क्या करें?
सुबह से इस उम्मीद में थे कि टीम इंडिया जीत जाएगी। रविवार को ऑफिस आने तक का प्लान कर लिया था। रोहित शर्मा और उनकी पूरी टीम ने सबकुछ तबाह कर दिया। जब टीम इंडिया के बल्लेबाज बैटिंग कर रहे थे तो बैट पर बॉल नहीं आ रही थी। और जब इंग्लैंड के बल्लेबाज बैटिंग कर रहे थे तो हर गेंद सीमा पार जा रही थी। हम तो हार में, जीत में आपके साथ होते थे। लेकिन कोई ऐसा खेलता है क्या। जिस पाकिस्तान के टूर्नामेंट से बाहर होने का खतरा था वह फाइनल में पहुंच गया और आपने यहां हमारी ऐसी की तैसी करा दी।
बड़े मैच में टायं टांय फिस्स
अरे हम तो भारतीय दर्शक हैं। जीत में आपकी जय-जयकार करते थे। सूर्या, रोहित, विराट कह-कहकर गला सूखा लेते थे। लेकिन आपने तो हमें एक छटाक खुशी भी नहीं थी। 2007 से इस उम्मीद में हैं कि आप विश्व मंच पर कुछ अच्छा कर जाएं लेकिन हूहं हूंह। आप तो बड़े मैच को जैसे ना जीतने की कसम ही खा रखी है। ये हम नहीं कह रहे हैं आंकड़े इसके गवाह हैं।
2014 के टी-20 विश्वकप फाइनल हारे
2015 वनडे विश्वकप के सेमीफाइनल में हारे
2016 के टी-20 विश्वकप के सेमीफाइनल में हारे
2017 के चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल हारे
2019 के विश्वकप के सेमीफाइनल में हारे
2021 के टेस्ट चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल हारे
2022 के टी-20 विश्वकप के सेमीफाइनल में हारे
ठुक-ठुक खेलने आए थे?
दुनिया के दिग्गज खिलाड़ियों में शुमार टीम इंडिया के खिलाड़ी जब पिच पर खेलने उतरे तो ठुक-ठुक खेल रहे थे। जिन गेंदों पर रन बन सकते थे उसपर भी एक रन टाल रहे थे। अरे भाई आप टी-20 खेल रहे थे। यहां तो पहली गेंद से दे दनादन होता है। इंग्लैंड नो तो सिखा ही दिया होगा। इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने हमारे स्पिन गेंदबाजों की बखिया उधेड़ दी थी। वहीं भारतीय बल्लेबाजों से तो इंग्लैंड के स्पिन गेंदबाजों पर रन ही नहीं बन रहे थे। कहां तो कहा जाता है कि भारतीय खिलाड़ी स्पिन गेंदबाजों को अच्छा खेलते हैं। हूंह हूंह। माफ कीजिएगा रोहित जी आपकी टीम बेहद खराब खेली। हम आपकी हार पर ताली बजा रहे थे तो इसमें हमारी क्या गलती है।
पाकिस्तान से सीख लेते
टूर्नामेंट में एक वक्त ऐसा था जब पाकिस्तान बाहर होने की कगार पर पहुंच गया था। लेकिन नीदरलैंड की जीत और दक्षिण अफ्रीका की हार ने पाकिस्तान की किस्मत खोल दी और उनसे उसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। पाकिस्तान ने जज्बा दिखाया और उसे फायदा हुआ।
भारत इन 5 कारणों से सेमीफाइनल में हारा
रोहित शर्मा की अगुआई में टीम इंडिया टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ सकी. इंग्लैंड ने टूर्नामेंट के दूसरे सेमीफाइनल में भारत को 10 विकेट से हराया. मैच में विराट कोहली और हार्दिक पंड्या ने अर्धशतक लगाया, लेकिन फिर भी टीम जीत दर्ज नहीं कर सकी. भारत ने पहले खेलते हुए 6 विकेट पर 168 रन बनाए. कोहली ने 40 गेंद पर 50 रन जबकि पंड्या ने 33 गेंद पर 63 रन बनाए. जवाब में इंग्लैंड ने लक्ष्य को 16 ओवर में बिना विकेट के हासिल कर लिया. जोस बटलर और एलेक्स हेल्स ने पहले विकेट के लिए नाबाद 170 रन जोड़े. टीम की हार के 5 बड़े कारण ये रहे.
1.टीम इंडिया को एक बार फिर रोहित शर्मा और केएल राहुल की ओपनिंग जोड़ी अच्छी शुरुआत नहीं दिला सकी. टीम ने पहला विकेट सिर्फ 9 रन पर खो दिया था. इस कारण भारतीय बल्लेबाज पावरप्ले के पहले 6 ओवर में तेज रन नहीं बना सके. 6 ओवर के बाद स्कोर एक विकेट पर 38 रन था.
2.रोहित और राहुल मैच में बड़ा स्कोर नहीं बना सके. राहुल ने 5 गेंद पर 5 और रोहित ने 28 गेंद पर 27 रन बनाए. राहुल बड़ी टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रहे. उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 4 और साउथ अफ्रीका के खिलाफ 9 रन बनाए थे. रोहित ने पाकिस्तान के खिलाफ 4 और साउथ अफ्रीका के खिलाफ 15 रन ही बना सके. सूर्यकुमार यादव भी सेमीफाइनल में 10 गेंद पर 14 रन ही बना सके.
3.इंग्लैंड के स्पिनर्स ने मैच में भारतीय बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया. लेग स्पिनर आदिल राशिद ने 4 ओवर में सिर्फ 20 रन दिए और सूर्यकुमार यादव का बड़ा विकेट भी लिया. वहीं लियाम लिविंगस्टोन ने भी 3 ओवरों में 21 रन दिए.
4.भारत के गेंदबाज पावरप्ले में पूरी तरह फेल रहे. 6 ओवर के बाद इंग्लैंड का स्कोर बिना विकेट के 63 रन था. भुवनेश्वर कुमार, अर्शदीप सिंह, मोहम्मद शमी और अक्षर पटेल ने रन लुटाए. इस कारण टीम मैच में कभी भी पकड़ नहीं बना सकी.
5.जोस बटलर और एलेक्स हेल्स ने पहले विकेट के लिए नाबाद 170 रन जोड़कर टीम की जीत पक्की कर दी. दोनों बल्लेबाजों का यह वर्ल्ड कप दूसरा अर्धशतक है. बटलर 49 गेंद पर 80 और हेल्स 47 गेंद पर 86 रन बनाकर नाबाद रहे.