आमतौर पर खेल को छल‚ कपट‚ दुष्प्रचार और बेईमानी से दूर माना जाता है। मगर पाकिस्तान ने खेल को भी नफरत और विद्वेष फैलाने का जरिया बना लिया। भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले दिनों खेले गए मैच में भारतीय खिलाड़़ी अर्शदीप के हाथों से कैच छूट गया। नतीजतन पाकिस्तान ने आखिरी ओवर में भारत पर जीत हासिल की। जीत के तुरंत बाद ही विकिपीडि़या के पेज पर अर्शदीप के खिलाफ साजिश के तहत अनर्गल और आपत्तिजनक बातें प्रचारित की जाने लगीं। उन्हें खालिस्तानी बताया जाने लगा। जांच में पता चला कि विकिपीडि़या पर इस तरह की ना–पाक हरकत पाकिस्तान से की गई थी। ज्ञातव्य है कि भारत से लगातार बुरी तरह मैच गंवाने से पाकिस्तान के कथित प्रशंसक किसी भी तरीके से भारत के खिलाड़़ी के आत्मविश्वास को कमजोर करना चाहते हैं। हालांकि पाकिस्तान की इस घिनौनी हरकत का भारतीय खेल प्रशंसकों‚ टीम इंडि़या‚ भारत सरकार और अर्शदीप के परिवार ने करारा जवाब दिया है। इस बात की प्रशंसा और सराहना होनी चाहिए कि सरकार ने घटना के तुरंत बाद ही विकिपीडि़या के अफसरों को नोटिस भेजकर उनसे जवाब–तलब किया। हालांकि विकिपीडि़या के अधिकारियों ने सरकार से किसी भी तरह का समन मिलने से इनकार किया है‚ मगर उसे यह बताना ही होगा कि उसके प्लेटफार्म से भ्रामक व भड़़काने वाली सामग्री कैसे फैलाई गईॽ उसने इस करतूत के बाबत क्या कार्रवाई की और आगे से ऐसी साजिश कोई न रचे‚ इसे लेकर वह क्या कुछ नियम–कायदा अमल में लाएगीॽ निश्चित तौर पर उसे अपने नियमों में बदलाव करना चाहिए। भारत में आतंकियों को खून–खराबा करने के वास्ते फंडिं़ग करने से लेकर उन्हें अपने यहां ट्रेनिंग देने और उनके दिलो–दिमाग में जहर घोलने का काम पाकिस्तान काफी वर्षों से कर रहा है। उसकी इस गंदी हरकत का गवाह बाकी मुल्क भी हैं। जहां कहीं भी आतंकी वारदात होती है‚ उसे अंजाम देने वालों में पाकिस्तान की भूमिका जगजाहिर हो जाती है। निर्दोष लोगों का खून बहाना उसकी प्रवृत्ति में है। अच्छी बात यह है कि पूरे देश ने एक स्वर में अर्शदीप की खेल भावना की प्रशंसा की‚ उसका हौसला टूटने नहीं दिया। शायद खेल की खूबसूरती भी ऐसी है‚ जहां बुरा सोचने की रत्ती भर भी गुंजाइश नहीं रहती है। ऐसे नापाक मंसूबों से अर्शदीप मानसिक रूप से ज्यादा मजबूत होगा और आलोचकों को अपने प्रदर्शन से करारा जवाब देगा। कह सकते हैं कि पाकिस्तान उस दिन जीतकर भी भारत से हार गया। उसकी करतूतों ने सिर्फ और सिर्फ खेल भावना की तौहीन की है।
13 राज्यों की 88 सीटों पर वोटिंग कल:2019 में भाजपा 50, कांग्रेस 21 और NDA के सहयोगी दलों ने 8 सीटें जीती थीं
2024 लोकसभा चुनाव के सेकेंड फेज में शुक्रवार (26 अप्रैल) को 12 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 88...