स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्रचीर से पीएम मोदी ने देश की तरक्की की हुंकार भरी। अपने संबोधन में उन्होंने खासतौर नारी सम्मान की बात कही। उन्होंने देशवासियों को खासतौर पर महिलाओं का अपमान न करने का संकल्प दिलवाया। हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है कि ‘जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं।’ सवाल यह उठता है कि आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद क्या देशी की आधी आबादी को वही सम्मान मिला है? हमारे देश में किस क्षेत्र में कितनी महिलाएं देश के विकास में अपना योगदान दे रही हैं। कड़वा सच तो यह है कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बढ़े हैं, लेकिन राजनीति में उनकी भागीदारी कम है। पीएम मोदी ने लाल किले की प्रचीर से अपने संबोधन में कहा कि हमारे बोलचाल और हमारे व्यवहार में विकृति आई है। नारी का अपमान करने वाली हर बात से मुक्ति का संकल्प लें।
संसद में महिलाओं की भगीदारी 15 फीसदी से भी कम
दरअसल, देश में महिलाओं की आबादी 49 फीसदी के करीब है। जिस संसद में कानून बनाए जाते हैं। वहां महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण लोकसभा और राज्यसभा में देने का बिल भी अभी तक पास नहीं हो सका है। लोकसभा में इस समय 543 सांसदों में 81 महिलाएं हैं। वहीं राज्यसभा की 237 सीटों में से 33 ही महिला सदस्य हैं। इस तरह संसद में 15 फीसदी से भी कम प्रतिनिधित्व है महिलाओं का।
पीएम ने संबोधन में क्या कहा
पीएम ने आज के दिन देश को संबोधित करते हुए कहा कि आज विश्व के हर कोने में भारत का तिरंगा पूरी आन, बान, शान के साथ लहरा है. पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन एक ऐतिहासिक पल है. आज नए संकल्प और नए कदम बढ़ाने का शुभ अवसर है. पीएम मोदी ने कहा,’अगले 25 वर्ष के लिए हमें 5 बड़े संकल्प लेकर चलना होगा. इनमें से एक होगा, विकसित भारत. दूसरा किसी भी कोने में गुलामी का अंश न रह जाए. तीसरी प्रण हमें अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए. चौथा प्रण है कि देश में एकता रहे और एकजुटता रहे. वहीं 5वां प्रण है नागरिकों का कर्तव्य. इससे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भी बाहर नहीं हैं.
भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद की कोई जगह नहीं, पीएम मोदी ने कहा कि एक तरफ देश गरीबी से जूझ रहा है, तो दूसरी तरफ वो लोग हैं जिनके पास चोरी का माल रखने की जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ना है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 8 सालों के दौरान केंद्र सरकार ने 2 लाख करोड़ रुपये जो भ्रष्टाचार में जाते थे, उन्हें रोका है. हमारी सरकार भ्रष्टाचार करके देश के बाहर भागे लोगों की संपत्तियों को वापस ला रहे हैं. जिन्होंने देश को लूटा है, उन्हें सबकुछ लौटाना पड़ेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचारियों की जगह जेल है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक जंग का काल है. भ्रष्टाचार दीमक की तरह देश को खोखला कर रहा है. इसलिए इस लड़ाई को निर्णायक मोड़ तक ले जाना है. मैं आपका साथ और सहयोग मांगने आया हूं, ताकि इस लड़ाई को मैं लड़ पाऊं. जिस भ्रष्टाचार ने सामान्य नागरिकों की जिंदगी को बर्बाद कर दिया है, हम उसे खत्म कर सामान्य लोगों की जिंदगी में खुशहाली लाएंगे.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों में नफरत तो होती है, लेकिन कभी कभी भ्रष्टाचारियों के साथ नरमी बरती जाती है. पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचारियों के महिमा मंडन की जरूरत नहीं है. भ्रष्टाचारियों को सामाजिक तौर पर नीचा दिखाया जाए. भ्रष्टाचार के खिलाफ और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ हमें लड़ाई लड़नी है.
परिवारवाद हिंदुस्तान की संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है. परिवार वाद का मतलब सिर्फ राजनीतिक नहीं है. बल्कि देश के संसाधनों पर कब्जा करके सिर्फ अपने परिवार को आगे बढ़ाना है.
हम जीव में भी शिव देखते हैं, हम वो लोग हैं जो नर में नारायण देखते हैं, हम वो लोग हैं जो नारी को नारायणी कहते हैं, हम वो लोग हैं जो पौधे में परमात्मा देखते हैं… ये हमारा सामर्थ्य है, जब विश्व के सामने खुद गर्व करेंगे तो दुनिया करेगी: PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जय अनुसंधान का नारा जोड़ा. प्रधानमंत्री ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री जी ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया था. अटल जी ने जय विज्ञान जोड़ा और हम अब जय अनुसंधान की तरफ बढ़ रहे हैं. हम इनोवेशन में दुनिया में नंबर वन होंगे. पीएम मोदी ने सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री, ऑप्टिकल फाइवर नेटवर्क, जी5 टेक्नोलॉजी पर भी बात की. शिक्षा में अमूलचूल क्रांति डिजिटल से आएगी. स्वास्थ्य, कृषि हर क्षेत्र में डिजिटल से क्रांति आएगी. ये दशक तकनीकी का है. भारत का आईटी की दुनिया में मजबूत सामर्थ्य है. स्पेश मिशन में भारत आगे है. समंदर की गहराई से लेकर आसमान की ऊंचाई तक हमें आगे बढ़ना है.
PM मोदी ने कहा कि जब तनाव की बात होती है तो लोगों को योग दिखता है, सामूहिक तनाव की बात होती है तो भारत की पारिवारिक व्यवस्था दिखती है. संयुक्त परिवार की एक पूंजी सदियों से हमारी माताओं के त्याग बलिदान के कारण परिवार नाम की जो व्यवस्था विकसित हुई, ये हमारी विरासत है जिसपर हम गर्व करते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आने वाले 25 साल के लिए हमें उन पंच प्राण पर अपनी शक्ति को केंद्रित करना होगा. 2047 जब आज़ादी के 100 साल होंगे, आज़ादी के दिवानों के सारे सपने पूरे करने का जिम्मा उठाकर चलना होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच प्रण की बात की. उन्होंने कहा, हमारा पहला प्रण है-अब देश बड़े संकल्प लेकर चलेगा, और वो बड़ा संकल्प है विकसित भारत और उससे कुछ कम नहीं होना चाहिए. दूसरा प्रण है किसी भी कोने में हमारे मन के भीतर अगर गुलामी का एक भी अंश हो उसे किसी भी हालत में बचने नहीं देना. तीसरी प्रण शक्ति- हमें अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए… चौथा प्रण है- एकता और एकजुटता… पांचवां प्रण है- नागरिकों का कर्तव्य, इसमें प्रधानमंत्री भी बाहर नहीं होता है, राष्ट्रपति भी बाहर नहीं है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज, हम डिजिटल इंडिया पहल देख रहे हैं, देश में स्टार्टअप तेजी से बढ़ते जा रहे हैं और टियर 2 और 3 शहरों से बहुत सारी प्रतिभाएं सामने आ रही हैं। हमें अपनी क्षमताओं पर विश्वास करना होगा.
लालकिले से पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले 25 साल भारत के सपनों को पूरा करने का काल है. हम देश को आगे ले जाने के सपने को पूरा करेंगे.