प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिमला में गरीब कल्याण सम्मेलन में भाग लेने के साथ लाभार्थियों से संवाद कर रहे हैं. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने पीएम-किसान (PM-Kisan Yojana) की 11वीं किस्त भी जारी की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीते 8 वर्षों से हमारी सरकार गरीब कल्याण के सबसे बड़े संकल्प की सिद्धि में जुटी है. प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम के लिए शिमला पहुंचे, तो उन्होंने हिमाचल प्रदेश की राजधानी में रोड शो भी किया. इस रोड शो के दौरान आम जनता ने पीएम मोदी का स्वागत फूल बरसा कर किया.
प्रधानमंत्री कर रहे हैं योजना के लाभार्थियों के साथ संवाद
शिमला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम ऐसे समय में हो रहा है, जब पीएम मोदी की अगुवाई में बीजेपी की सरकार केंद्र में अपने 8 साल पूरे कर चुकी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज मेरे जीवन में एक विशेष दिवस भी है, इस विशेष दिवस पर देवभूमि को प्रणाम करने का मौका मिले, इससे बड़ा सौभाग्य क्या हो सकता है. आप इतनी बड़ी तादाद में हमें आशीर्वाद देने आए, मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं.
महामारी प्रभावित बच्चों के लिए
प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी के शिकार हुए लोगों के बच्चों के लिए चलाई योजना के बारे में बोलते हुए कहा कि कोरोना काल में जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया था, ऐसे बच्चों का जिम्मा संभालने का अवसर मुझे मिला है. ऐसे हजारों बच्चों की देखभाल का निर्णय हमारी सरकार ने किया, कल उन्हें मैंने कुछ पैसे भी चेक के माध्यम से भेज दिए.
पीएम किसान निधि की 11वीं किस्त जारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी देश के करोड़ों किसानों के खातों में पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा ट्रांसफर हो गया. पैसा उनको मिल भी गया और आज मुझे शिमला की धरती से देश के 10 करोड़ से भी ज्यादा किसानों के खातों में पैसे पहुंचाने का सौभाग्य मिला है. PM मोदी ने कहा कि मेरा संकल्प है कि हर भारतवासी के सम्मान के लिए, हर भारतवासी की सुरक्षा, हर भारतवासी की समृद्धि के लिए, भारतवासी को सुख-शांति की जिंदगी कैसे मिले, हर किसी का कल्याण करने के लिए जितना काम कर सकूँ, उसको करता रहूं.
पीएम मोदी का विशेष रोड शो
पीएम मोदी के संबोधन से पहले जयराम ठाकुर ने कहा कि ये शिमला का रिज का मैदान बहुत छोटा मैदान है, सभी लोग सभा स्थल तक पहुंच नहीं पा रहे हैं. हमने प्रधानमंत्री से 5 मिनट के लिए चलते हुए उनसे मिलने का आग्रह किया. मैं प्रधानमंत्री का आभारी हूं कि वे माल रोड पर पैदल होकर यहां तक पहुंचे. बता दें कि पीएम मोदी का जनता ने शिमला में फूल बरसाकर स्वागत किया.
भारतवासियों के सामर्थ्य के आगे कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं: पीएम
पीएम ने कहा कि हम भारतवासियों के सामर्थ्य के आगे कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। आज भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश हो रहा है। आज भारत रिकॉर्ड एक्सपोर्ट कर रहा है।
देश में दशकों तक वोटबैंक की राजनीति हुई: पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में दशकों तक वोटबैंक की राजनीति हुई है। अपना-अपना वोटबैंक बनाने की राजनीति ने देश का बहुत नुकसान किया है। हम वोटबैंक बनाने के लिए नहीं, नए भारत को बनाने के लिए काम कर रहे हैं। 2014 से पहले जब मैं आपके बीच आता था, तो कहता था कि भारत दुनिया से आंख झुकाकर नहीं, आंख मिलाकर बात करेगा। आज भारत मजबूरी में दोस्ती का हाथ नहीं बढ़ाता है। आज भारत मदद के लिए हाथ बढ़ाता है। हमें 21वीं सदी के बुलंद भारत के लिए, आने वाली पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए काम करना है। एक ऐसा भारत जिसकी पहचान अभाव नहीं बल्कि आधुनिकता हो।
आज हमारा बॉर्डर पहले से ज्यादा सुरक्षित है: पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले देश की सुरक्षा को लेकर चिंता थी, आज सर्जिकल स्ट्राइक-एयर स्ट्राइक का गर्व है। आज हमारी सीमा पहले से ज्यादा सुरक्षित है। पीएम आवास योजना हो, स्कॉलरशिप देना हो या फिर पेंशन योजनाएं, टेक्नोलॉजी की मदद से हमने भ्रष्टाचार का स्कोप कम से कम कर दिया है। जिन समस्याओं को पहले परमानेंट मान लिया गया था, हम उसके परमानेंट सॉल्यूशन देने का प्रयास कर रहे हैं। ये हमारी ही सरकार है जिसने चार दशकों के इंतजार के बाद वन रैंक वन पेंशन को लागू किया, हमारे पूर्व सैनिकों को एरियर का पैसा दिया। इसका बहुत बड़ा लाभ हिमाचल के हर परिवार को हुआ है।
पहले भ्रष्टाचार की चर्चा होती थी, अब जन-धन खातों और उज्ज्वला योजना की होती है: पीएम
पीएम ने कहा कि 2014 से पहले की सरकार ने भ्रष्टाचार को सिस्टम का जरूरी हिस्सा मान लिया था। तब की सरकार भ्रष्टाचार से लड़ने की बजाय उसके आगे घुटने टेक चुकी थी, तब देश देख रहा था कि योजनाओं का पैसा जरूरतमंद तक पहुंचने के पहले ही लुट जाता है। लेकिन आज चर्चा जन-धन खातों से मिलने वाले फायदों की हो रही है, जनधन-आधार और मोबाइल से बनी त्रिशक्ति की हो रही है। पहले रसोई में धुआं सहने की मजबूरी थी, आज उज्ज्वला योजना से सिलेंडर पाने की सहूलियत है।