राज्य के विभिन्न केंद्रों पर रविवार को हुई बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) का प्रश्न–पत्र लीक हो गया‚ जिसके बाद यह परीक्षा रद् कर दी गयी। बताया जाता है कि परीक्षा शुरू होने के पहले ही प्रश्न–पत्र आउट हो गये। इसके बाद आयोग ने प्रारंभिक परीक्षा को रद् करने का फैसला किया। प्रश्न–पत्र वायरल होने की घटना की जांच साइबर सेल से कराने के लिए पुलिस महानिदेशक (ड़ीजीपी) से अनुरोध किया गया। खबर के मुताबिक‚ ६७वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन रविवार को राज्य के अलग–अलग केंद्रों पर किया गया था। इस दौरान कई जिलों के परीक्षा केंद्रों से प्रश्न–पत्र लीक होने की खबरें फैलने लगीं। बताया जाता है कि परीक्षा शुरू होने से छह मिनट पहले ही सी–सेट का प्रश्न–पत्र लीक हो गया। कुछ ही देर के बाद सोशल मीडिया (टेलीग्राम और कई व्हाट्सएप ग्रुप) पर यह प्रश्न–पत्र वायरल होने लगा। परीक्षा समाप्त होने के बाद जब वायरल हुए प्रश्न–पत्रों से परीक्षा में आये सवालों का मिलान किया गया‚ तो वायरल प्रश्न–पत्र मैच कर गये। इसके बाद कई जगहों पर अभ्यर्थियों ने पेपर लीक को लेकर हंगामा और प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस बीच‚ वायरल प्रश्न–पत्र को लेकर बीपीएससी हरकत में आ गया और उसने घटना की जांच के लिए तुरंत तीन सदस्यीय कमेटी गठित की‚ जिसे २४ घंटे में अपनी रिपोर्ट सौंपनी थी‚ लेकिन कमेटी ने तीन घंटे में ही जांच रिपोर्ट सौंप दी। रिपोर्ट को देखने के बाद आयोग के अध्यक्ष आरके महाजन ने परीक्षा रद् करने का फैसला किया। परीक्षा की नई तिथि बाद में घोषित की जायेगी। पेपर लीक होने का सूचना मुख्यमंत्री कार्यालय तक भी पहुंची। कुछ अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री कार्यालय की मेल आईडी पर वायरल प्रश्न–पत्र की कॉपी अटैच कर भेज दी थी। आयोग के सचिव जिऊत सिंह से संपर्क किया गया‚ तो उन्होंने बताया कि दोपहर १२ बजे के बाद हमें जानकारी मिली कि सी–सेट का प्रश्न पत्र वायरल हुआ है। जब वायरल प्रश्न–पत्र की पुष्टि कराई गई‚ तो पता चला कि परीक्षा में जो प्रश्न–पत्र अभ्यर्थियों को दिया जाना है‚ वही वायरल हुआ है। आरंभिक जांच में पता चला कि परीक्षा शुरू होने के छह मिनट पहले ही पेपर वायरल हुआ। उन्होंने बताया कि इस बार रिकॉर्ड छह लाख दो हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। परीक्षा के लिए प्रदेश में १०८३ सेंटर बनाये गये थे। अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने कसे कई ऐसी जगहों पर भी सेंटर बनाये गये थे‚ जिन्हें परीक्षा संचालित करने का अनुभव नहीं था। हम जांच कर रहे हैं कि किस सेंटर से प्रश्न–पत्र लीक हुआ है।
बीपीएसससी के पीटी का प्रश्नपत्र लीक होने की घटना की जांच के लिए ड़ीजीपी एसके सिंघल ने एक टीम गठित की है‚ जिसका नेतृत्व वरिष्ठ पुलिस अधिकारी नैयर हसनैन खान करेंगे। ड़ीजीपी ने कहा किमुझसे जांच करने का अनुरोध किया गया था‚ इसलिए टीम का गठन किया गया है। गड़़बड़़ी करने वाले बचेंगे नहीं। टीम में साइबर एक्सपर्ट को शामिल किया गया है।
राज्य के विभिन्न केंद्रों पर रविवार को प्रश्न–पत्र के लीक होने की अफवाह पर अभ्यर्थियों ने जमकर बवाल किया। आरा के कुंवर सिंह कॉलेज स्थित केंद्र पर अभ्यर्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार किया। उग्र अभ्यर्थियों ने बताया कि परीक्षा केंद्र पर जब पेपर देने में विलम्ब हुआ‚ तो वे सभी अपने कमरे से बाहर निकल कर देर होने का कारण पूछने के लिए केंद्राधीक्षक के पास पहुंचे। वहां उनलोगों ने देखा कि केंद्र पर दो ऐसे कमरे थे‚ जो बाहर से लॉक थे‚ लेकिन अंदर कुछ अभ्यर्थी बैठ कर परीक्षा दे रहे थे और ये सभीमोबाइल फोन से लैस थे। इसके बाद इसकी सूचना बडे अफसरों को दी गई।