प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम 88वीं कड़ी में देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं। पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव नया आकार ले रहा है। प्रधानमंत्री संग्रहालय को देश के लिए खोला गया है। इंटरनेशनल म्यूजियम डे के लिए मेरे पास बच्चों के लिए आइडिया है कि क्यों न आप बच्चे छुट्टियों में मयूजियम देखने जाएं और इसे सोशल मीडिया पर साझा करें।पीएम मोदी ने कहा कि पीएम ने कहा कि मुझे एक ऐसे संकल्प के बारे में पता चला जो मैं आपसे शेयर करता हूं। दिल्ली की दो बच्चियों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि अब स्ट्रीट फूड से लेकर बड़ी शाॅपिंग तक आॅनलाइन पेमेंट की सुविधा हो गई है। हालांकि यह जरूर बड़े शहरों तक ही सीमित है। लेकिन ऐसे भी कई उदाहरण हैं। उन्होंने गाजियाबाद के एक परिवार का जिक्र किया और कहा कि नॉर्थ ईस्ट भ्रमण के दौरान आॅनलाइन पेमेंट की सुविधा के बारे में इस परिवार ने हमसे अपनी अनुभव साझा किए। ये सभी उदाहरण दर्शाते हैं कि डिजिटल पेमेंट या लेनदेन करना फायदेमंद है। इसका तो एक कल्चर पैदा हो गया है हमारे देश में। छोटे दुकानदारों को भी अब खुल्ले पैसे की दिक्कत नहीं होती है।
दिव्यांगों को मिल रहा टेक्नोलॉजी का लाभ
पीएम मोदी ने कहा कि दिव्यांग भाई बहन क्या नहीं कर सकते हैं वे हर क्षेत्र में कमाल का काम कर रहे हैं। जब इन्हें टेक्नोलॉजी का सहारा मिलता है तो इनका जीवन और सुलभ हो जाता है। देश के कई स्टार्टअप्स इस दिशा में काम कर रहे हैं। ऐसी ही एक संस्था है वॉइस आॅफ स्पेशली एबल्ड पीपल। इस संस्था के माध्यम से प्रतिभावान दिव्यांग साथी अपनी चित्रकला के माध्यम से अपनी प्रतिभा पेश कर रहे हैं। विविध विषयों को ये अपनी पेंटिंग के माध्यम से प्रदर्शित कर रहे हैं।
जलसंकटग्रस्त इलाकों के लोगों की चिंता करें, पानी बचाएं
मोदी ने कहा कि गर्मी बहुत तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में पानी बचाने की जिम्मेदारीऔर बढ़ जाती है। हमें उन करोड़ों लोगों को याद रखना है जो जलसंकटग्रस्त एरिया में रह रहे हैं। आजादी के 75वें अमृतोत्सव में देश में 75 अमृत सरोवर बनाए जाएंगे। इस महती काम में युवाओं और बच्चों को संकल्प लेकर जुड़ना चाहिए।
यूपी के रामपुर की पटवाई गांव के लोगों को बधाई देता हूं कि उन्होंने एक तालाब को स्वच्छ करने का कारनामा किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले दिनों में जब कोई भी म्यूजियम देखने जाए तो उसको देशवासियों से साझा करें। पीएम मोदी ने इस दौरान सागरिका और प्रेक्षा का जिक्र किया जिन्होंने हर चीज का लेनदेन का डिजिटल तरीके से किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में उन्हें हर जगह इसकी सुविधा मिली। उन्होंने आनंदिता का भी जिक्र किया जो गाजियाबाद की रहने वाली हैं। आनंदिता ने उत्तर पूर्व की यात्रा का जिक्र पीएम मोदी से किया और डिजिटल तरीके से पेमेंट करने की जानकारी दी। इसलिए कैशलेस होने की तरफ आगे बढ़ें।
पीएम मोदी ने भीम यूपीआई का जिक्र करते हुए लोगों को इसकी तरफ बढ़ने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए आपको पैसे जेब में रखने की कोई जरूरत नहीं है। इसकी वजह से देश में बड़ी डिजिटल इकनामी तैयार हुई है। इस दौरान 20 लाख करोड़ तक का डिजिटल लेनदेन हुआ है। उन्होंंने इस दिशा में लोगों से अपने अनुभव को साझा करने की भी अपील की।
उन्होंने दिव्यांगों की एक आर्ट गैलरी का जिक्र किया और कहा कि उनकी बनाई पेंटिंग्स में कई तरह के विषयों को छुआ गया है। उन्होंने कहा कि यदि आप ऐसे किसी दिव्यांग को जानते हैं उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए काम करें। इस कार्यक्रम में उन्होंने पानी की उपयोगिता और उसकी कमी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि देश अमृत महोत्सव मना रहा है जिसमें 75 अमृत सरोवर बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस पर काम शुरू हो चुका है।
उन्होंने मध्य प्रदेश की भील जनजाति का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी हलना पद्धति के जरिए न सिर्फ जल संरक्षण सुनिश्चित हुआ है बल्कि जल का लेवल भी बढ़ा है। पीएम मोदी ने इस दौरान परीक्षा पर भी चर्चा की। उन्होंने इसमें गणित का जिक्र करते हुए शून्य की खोज का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यदि हमनें जीरो की खोज न की होती तो आज कुछ नहीं होता। सभी में इसका योगदान है। उन्होंने कहा कि ब्रह्मांड से जुड़ी हर चीज गणित से जुड़ी है। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत के वेदों में लिखित श्लोक का भी जिक्र किया जिसमें सदियों पहले मिलियन और बिलियन से कहीं आगे का जिक्र किया गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ समय पहले इंटेल के सीईओ का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि भारतीयों के लिए गणित कभी भी मुश्किल नहीं रहा। उन्होंने वेदिक गणित का जिक्र करते हुए कहा कि इसके जरिए लंबी गणनाएं भी चुटकी में की जा सकती है। उन्होंने कोलकाता के गौरव का जिक्र किया, जो वेदिक गणित पर काफी काम कर चुके हैं।
पिछली बार उन्होंने निर्यात के 30 लाख करोड़ के लक्ष्य को हासिल करने की बात कही थी। उनका कहना था कि दुनिया में भारतीय सामानों की मांग लगातार बढ़ रही है। बता दें कि भारत लगातार कई क्षेत्रों में लगातार आगे बढ़ रहा है। योग हो या आयुष उद्योग का बाजार भारत का डंका पूरी दुनिया में लगाताबजा है। मौजूदा समय में आयुष विनिर्माण उद्योग एक लाख चालीस हजार करोड़ रुपये के भी पार पहुंच गया है।
पीएम मोदी का ये संबोधन इसलिए भी बेहद खास है क्योंकि कुछ ही समय के बाद 10वीं और 12वीं के एग्जाम शुरू होने वाले हैं। हालांकि पीएम मोदी इससे पहले भी स्टूडेंट्स से इस बारे में चर्चा कर चुके हैं। लगभग वर्ष ही वो उन छात्र और छात्राओं से बात करते हैं जो एग्जाम की तैयारी में जुटे होते हैं। इसके पीछे उनका मकसद ऐसे स्टूडेंट्स के मनोबल को बढ़ाना और एग्जाम को अपने ऊपर हावी न होने देने के लिए मोटिवेट करना रहा है।
हर बार की तरह इस बार भी पीएम मोदी इस कार्यक्रम में कुछ लोगों से बात करेंगे और उनके बारे में देश को पता चलेगा। मन की बात का ये एपिसोड ऐसे समय हो रहा है जब रूस और यूक्रेन के युद्ध को दो माह पूरे हो गए हैं।आपको बता दें कि मन की बात प्रधानमंत्री का मासिक रेडियो संबोधन है, जो हर महीने के आखिरी रविवार को सुबह 11 बजे प्रसारित होता है। मन की बात का पहला एपिसोड 3 अक्टूबर 2014 को प्रसारित किया गया था।