बिहार की सरकार में शामिल दो प्रमुख दलों भाजपा और जदयू के बीच शक्ति संतुलन की कोशिशें पिछले कुछ दिनों में ज्यादा दिखी हैं। यह चीज दोनों दलों के नेताओं के बयान से लेकर व्यवहार तक में नजर आई है। इस लिहाज से देखें तो बिहार विधान परिषद में मंगलवार को हुए घटनाक्रम में जदयू विधानसभा में सबसे बड़े दल भाजपा पर भारी पड़ा। दरअसल, भाजपा और जदयू के तीन एमएलसी को विधान परिषद में अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है।
विधान परिषद में सत्तारूढ़ दल के नेता सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अनुशंसा पर तीन सदस्यों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। जदयू के नीरज कुमार के साथ रीना यादव सचेतक बनाई गई हैं। वहीं, भाजपा के दिलीप जायसवाल उप मुख्य सचेतक बनाए गए हैं। विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने मंगलवार को इसकी घोषणा कर दी।
साथ ही तीनों के नाम की अधिसूचना भी विधान परिषद सचिवालय ने जारी कर दिया। परिषद के कार्यकारी सचिव विनोद कुमार के अनुसार परिषद के कार्यकारी सभापति ने मुख्यमंत्री के पत्र के आधार पर सत्तारूढ़ दल के उप मुख्य सचेतक और सचेतक के पद पर सदस्यों को मनोनीत किया है। इनका मनोनयन 18 अप्रैल के प्रभाव से माना जाएगा।