बिहार विधान परिषद के स्थानीय निकाय प्राधिकार की 24 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए शनिवार की शाम चुनाव प्रचार थम जाएगा। इसके साथ ही सार्वजनिक सभा, स्टार प्रचारकों के दौरे और दिग्गज नेताओं के चुनावी अभियान का क्रम भी थम जाएगा। हालांकि, रविवार को प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए घर-घर जाकर मतदाताओं का मनुहार करेंगे।
सोमवार सुबह आठ बजे से होगा मतदान
सोमवार को सुबह आठ बजे से मतदान का दौर शुरू हो जाएगा। यह क्रम शाम चार बजे तक जारी रहेगा। चुनाव आयोग की ओर से मतदान के लिए कुल बूथ 534 बनाए गए हैं। स्थानीय प्राधिकार चुनाव में कुल 1,34,106 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसके साथ ही 187 उम्मीदवारों की किस्मत मतपेटियों में बंद जाएगी। मतदान के बाद मतों की गिनती सात अप्रैल को होगी।
187 उम्मीदवार आजमा रहे हैं किस्मत, 534 बूथों पर कुल 1,34,106 मतदाता
गौरतलब है कि पटना से छह, नालंदा से पांच, गया-जहानाबाद-अरवल से पांच, औरंगाबाद से आठ, नवादा से 11, भोजपुर-बक्सर से दो, रोहतास-कैमूर से नौ, सारण से आठ, सिवान से आठ, गोपालगंज से छह, पश्चिम चंपारण से सात, पूर्वी चंपारण से सात, मुजफ्फरपुर से छह, वैशाली से छह, सीतामढ़ी-शिवहर से पांच, दरभंगा से 13, समस्तीपुर से आठ, मुंगेर-जमुई-लखीसराय-शेखपुरा से 13, बेगूसराय-खगडिय़ा से 12, सहरसा-मधेपुरा-सुपौल से 14, भागलपुर-बांका से सात, मधुबनी से छह, पूर्णिया-अररिया सह किशनगंज से सात और कटिहार निर्वाचन क्षेत्र से आठ प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला
बिहार के उच्च सदन की लड़ाई में कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला की स्थिति बनी हुई है। इसमें मुख्य रूप से सारण जिले में निर्दलीय प्रत्याशी सच्चिदानंद राय, मधुबनी में सुमन महासेठ, मोतिहारी में महेश्वर सिंह, पटना में लल्लू मुखिया और गया में सत्येंद्र शर्मा के मजबूत लड़ाई की स्थिति में होने की वजह से त्रिकोणीय मुकाबला के संकेत मिल रहे हैं। प्रचार के अंतिम दिन आज प्रत्याशी पूरी ताकत झोंक देंगे।
विधान परिषद चुनाव में पुरुषों से अधिक महिला मतदाता
विधान परिषद चुनाव में पुरुषों से अधिक महिला मतदाता हैं. विधान परिषद चुनाव में 69360 महिला मतदाता जबकि 62747 पुरुष मतदाता हैं. अन्य मतदाताओं की संख्या सिर्फ नौ है. राज्य में विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र में सर्वाधिक 14 प्रत्याशी सहरसा सह मधेपुरा सह सुपौल निर्वाचन क्षेत्र में हैं जबकि सबसे कम दो प्रत्याशी भोजपुर सह बक्सर निर्वाचन क्षेत्र में हैं.
मुजफ्फरपुर में रविवार को मतदानकर्मी बूथ पर जाने के लिए रवाना होंगे
वहीं, मुजफ्फरपुर में रविवार को मतदानकर्मी बूथ पर जाने के लिए रवाना होंगे. इसके लिए वाहन की व्यवस्था की गयी है. कलेक्ट्रेट से वाहन रवाना होगा. सुरक्षा के लिए 16 कंपनी पुलिस शहर पहुंच चुकी हैं. सभी 16 प्रखंड मुख्यालय में बूथ बनाया गया है. एक बूथ नगर निगम में रहेगा. सभी मतदान केंद्रों पर पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात रहेंगे. 19 पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट, 22 पीठासीन ऑफिसर, पीएन 24, पी टू 23,पी थ्री 27 और 24 माइक्रो ऑब्जर्वर भी मौजूद रहेंगे. सभी 16 प्रखंड मुख्यालय में बूथ बनाया गया है. मतदान 4 अप्रैल व मतगणना 7 अप्रैल को होगी.
मंत्री अशोक चौधरी का दावा
भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने शुक्रवार को कहा है कि विधान परिषद की सभी 24 सीटों के चुनाव में एनडीए उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पंचायती राज व्यवस्था और प्रदेश के विकास और सुदृढ़ता के लिए बिहार की जनता में हर्ष का माहौल है. वे बांका जाने के क्रम में शम्भूगंज, असरगंज और इंग्लिशपुर में पंचायत-प्रतिनिधियों से मुलाकात कर बाबा मार्केट कटोरिया रोड, बांका में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
सीवान स्थानीय प्राधिकार विधान परिषद चुनाव के दौरान वज्रगृह की चारों ओर सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. मुख्य द्वारा पर दो, अंदर चार और वज्र गृह की चारों ओर छह कैमरे लगाये जायेंगे. मतगणना के दौरान वेबकास्टिंग भी की जायेगी, जिसके माध्यम से पूरे संसार के लोग सीवान स्थानीय प्राधिकारी विधान परिषद चुनाव के नतीजों के बारे में पल-पल की जानकारी ले सकेंगे. वेबकास्टिंग गूगल प्लेटफाॅर्म से प्रसारित होगा.
वेबकास्टिंग के लिए हर टेबल के समक्ष दो-दो कैमरे लगाने की योजना है. हालांकि इसमें बढ़ोतरी भी की जा सकती है. वज्रगृह की सुरक्षा सीसीटीवी से की जानी है, जिसके तहत 12 कैमरे लगाये जायेंगे. सुरक्षा बलों के अलावा मतपेटी की सुरक्षा के लिए कैमरे लगाये जा रहे हैं. कैमरे की निगरानी में सुरक्षा बल भी होंगे इसलिए किसी तरह की असुरक्षा का बोध नहीं होगा.
मतपेटी जमा करने के समय भी मुख्य द्वारा और वज्रगृह के अंदर तक के दृश्य सीसीटीवी की निगरानी में रहेगी. किसी तरह की शिकायत की कोई गुंजाइश न रहे इसके लिए चुनाव आयोग के निर्देश पर सारी व्यवस्था जिला निर्वाचन विभाग द्वारा की जा रही है. उपनिर्वाचन पदाधिकारी अनिल राय के अनुसार चुनाव आयोग के हरेक निर्देश का सख्ती से पालन किया जा रहा है. किसी प्रकार की कमी नहीं रहेगी. प्रेक्षक और माइक्रो ऑब्जर्वर सभी तैयारियों का निरीक्षण करके जायजा लेने के लिए हर केंद्र तक पहुंच रहे हैं.
19 मतदान केंद्रों के लिए पीठासीन पदाधिकारियों और पीसीसीपी दल का गठन कार्य पूरा हो चुका है. मतपत्र-मतपेटी लेकर पीसीसीपी दल जायेगा और मतदान के बाद पीठासीन पदाधिकारी के साथ पीसीसीपी दल वज्र गृह सह मतगणना स्थल तक लाकर जमा करायेंगे. उपनविर्चान पदाधिकारी अनिल कुमार राय का कहना है कि दो अप्रैल तक आंतरिक प्रबंधन से जुड़े सभी कार्य पूरे हो जायेंगे. तीन अप्रैल को शाम तक सभी प्रखंड मुख्यालयों में पीसीसीपी मतपत्र-मतपेटी पहुंचा देगा. प्रशिक्षण कार्य पहले ही पूरा कर लिया गया है इसलिए किसी पदाधिकारी को परेशानी नहीं होगी.