रुसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के राष्ट्रपति बलोडि़मिर जेलेंस्की और ग्रैंड़ प्रिंस बलोडिमिर‚ ९८० से १०१५ तक कीवनरस (रूसी साम्राज्य) के शासक‚ इन सबके पहले नामों में समानता है। रूसी में ब्लादिमीर और स्लाव में बलोडिमिर का अर्थ है ‘महान शक्ति का’‚ ‘दुनिया का शासक’‚ ‘शांति का शासक’‚ ‘प्रसिद्ध शक्ति’‚ ‘उज्ज्वल और प्रसिद्ध’। रूसी‚ यूक्रेनियन और बेलारूसवासी कीवनरस के वंशज हैं। इतिहास के अधिकांश भाग में यूक्रेन रूसी साम्राज्य का हिस्सा था। १७९३ में आज के यूक्रेन का बड़ा हिस्सा कैथरीन द ग्रेट के तहत रूसी साम्राज्य में मिला दिया गया था। १९२२ में यूक्रेन और रूस सोवियत समाजवादी गणराज्य संघ (यूएसएसआर) के संस्थापक सदस्यों में थे और दिसम्बर‚ १९९१ में संघ को समाप्त करने वाली संधि के हस्ताक्षरकर्ता भी थे। २०१४ में क्रीमिया पर कब्जा करने के बाद रूस और क्रीमिया १‚९७४.०४ किमी. जमीनी और ३२१ किमी. की समुद्री सीमा साझा करते हैं।
सोवियत संघ के विघटन के बाद रूस आर्थिक रूप से कमजोर था और चेचन आतंकवादियों से निपट रहा था। सत्ता संभालने के बाद पुतिन ने रूस को मजबूत करना शुरू कर दिया और नाटो को रेडलाइन पार न करने की चेतावनी देना शुरू कर दिया। पुतिन ने २१ फरवरी‚ २०२१ को टेलीविजन पर कहा कि रूस के खिलाफ नाटो के आक्रमण के लिए यूक्रेन को ‘्प्रिरंगबोर्ड’ के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। रूस अपने हितों की रक्षा के लिए किस हद तक जा सकता है‚ इसका संकेत देने के लिए पुतिन ने २०१४ में क्रीमिया पर कब्जा कर लिया। १८ जून‚ २०१५ को प्रो–रूसी राष्ट्रपति यानुकोविच को हटा दिया गया। २०१९ के चुनाव में कॉमेडियन बलोडिमिर जेलेंस्की यूक्रेन के राष्ट्रपति बन गए‚ जिन्होंने नाटो और यूरोपीय संघ का सदस्य बनने पर जोर दिया। यूक्रेन रूसी संघ का अंडरबेली है। यदि यूक्रेन नाटो का सदस्य बन जाता है‚ तो यह रूस के लिए गंभीर सुरक्षा समस्याओं का कारण बनेगा। भारतीय संदर्भ में यह नेपाल के चीन के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल होने जैसा है। एक ओर अमेरिका रूस के निकट पड़ोस में आना चाहता है‚ और दूसरी ओर १८२३ के मुनरो सिद्धांत के अनुसार अमेरिकी महाद्वीपों पर किसी अन्य देश के एक ब्लॉक को भी बर्दाश्त नहीं करता। १९६२ का क्यूबा मिसाइल संकट ऐसा मामला है‚ जहां यूएसएसआर क्यूबा में मिसाइलें लगाना चाहता था।
अमेरिका और सोवियत संघ के बीच टकराव की यह शीत युद्ध की ‘सबसे गर्म’ घटना थी। हालांकि क्यूबा का सबसे उत्तरी बिंदु फ्लोरिडा के सबसे दक्षिणी बिंदु से लगभग १५० किमी. की दूरी है‚ और बीच में फ्लोरिड़ा स्ट्रेट है जबकि रूस और यूक्रेन भूमि के साथ–साथ समुद्री सीमा भी साझा करते हैं। स्वयंभू रणनीतिकार पुतिन की योजनाओं की विफलता की भविष्यवाणी कर रहे हैं क्योंकि वह ७२/९६ घंटों के भीतर यूक्रेन पर कब्जा नहीं कर पाए। क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए जमीनी बलों की आवश्यकता होती है। १९७१ के भारत–पाक युद्ध का अनुभव साथ रहने के कारण मुझे लगता है कि रूसी अभियान योजना के अनुसार आगे बढ़ रहे हैं। अमेरिका द्वारा यूक्रेनियन को धोखा दिया जा रहा है। नाटो की सदस्यता देने का लॉलीपॉप दिखाकर उसने यूक्रेन को रूस के खिलाफ उकसाया है। और उसे हथियारों का आश्वासन देकर जो बाइडेन यूक्रेनियन को बेवजह खून–खराबे का शिकार बना रहे हैं।
जेलेंस्की ने हीरो बनकर लोगों को बेवकूफ बनाया है। उन्होंने पहले ही अपने देश को पचास साल पीछे कर दिया है। यूक्रेन के सर्वोत्तम हित में यह है कि तुरंत रूस को आश्वस्त करे कि उसके सुरक्षा हितों का सम्मान किया जाएगा और अपनी सेना को तुरंत युद्धविराम के लिए कहना चाहिए। संघर्ष में भारत की तटस्थता की सराहना की जानी चाहिए। रूस भारत का जरूरतमंद दोस्त रहा है। १९७१ में भारतीय सेना में कप्तान के रूप में मैंने युद्ध के दौरान सोवियत संघ को हवाई मार्ग से भारत को हथियार भेजते देखा। मास्को ने भारत के पक्ष में कई बार वीटो का इस्तेमाल किया। यह पहली बार है जब रूस भारत से मदद चाहता है। बदले हुए रणनीतिक समीकरणों में भारत को अमेरिका की जरूरत से ज्यादा अमेरिका को भारत की जरूरत है।
क्वाड सैन्य गठबंधन नहीं है‚ बल्कि रणनीतिक सहयोग है‚ जो विशेष रूप से इंडो–पैसिफिक क्षेत्र के लिए है। क्वाड में शामिल होने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया था कि भारत अपनी स्वतंत्रता के उपयोग को बरकरार रखता है। रणनीतिक विकल्प और भारत की आशंकाओं को दूर करने के लिए ही अमेरिका‚ ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने चीन के खिलाफ एक सैन्य गठबंधन ऑक्स का गठन किया है।