बिहार विधान परिषद का शुक्रवार से शुरू होने वाला सत्र एक नया इतिहास रचेगा। यह सत्र परिषद के इतिहास का 200 वां सत्र होगा। वैसे, बिहार विधान परिषद के उद्भव और विकास की कहानी 1912 से शुरू होती है लेकिन सत्र की विधिवत गणना 22 जुलाई 1937 में द्विसदनात्मक व्यवस्था लागू होने और विधानसभा के अस्तित्व में आने के बाद शुरू हुई।
पहले सत्र के प्रश्नोत्तर काल का पहला सवाल मंत्रिपरिषद पर हुए खर्च से संबंधित था। 30 अगस्त 1937 को यह पहला प्रश्न खान बहादुर सैयद मुहम्मद इस्माइल की ओर से पूछा गया था जो परिषद में पटना सह शाहाबाद क्षेत्र के प्रतिनिधि थे। जवाब तत्कालीन वित्त मंत्री अनुग्रह नारायण सिन्हा ने दिया था।
बताया था कि मंत्रिपरिषद पर 42,671 रुपए व्यय हुए थे, जिसमें कर्मियों पर हुए खर्च का ब्योरा शामिल नहीं है। मंत्रिपरिषद के सदस्यों के टीए पर 7,558 रुपए व्यय हुए।
इंपुट: भैरव लाल दास (रिसर्च स्कॉलर)
2021-22: मंत्रिमंडल सचिवालय का बजट
वित्तीय वर्ष 2021-22 में मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के लिए 441 करोड़ का बजटीय प्रावधान किया गया है। इसमें 230 करोड़ मंत्री और उनके पीए के साथ-साथ मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों के वेतन के मद में खर्च किया जा रहा है। 211 करोड़ स्कीम मद का खर्च है।
विधानसभा
अवधि पांच साल होती है। कार्यकाल पूरा होने के पूर्व भी सभा का विघटन हो सकता है। संविधान में इसके कारण दर्ज हैं। विधानसभा के गठन के पश्चात उसकी संख्या के साथ सत्र की संख्या दर्ज होती है।
विधान परिषद
यह कंटीन्यूअस हाउस है। एक-तिहाई सदस्य दो वर्ष के अंतराल पर चुने जाते हैं। परिषद के सत्र की संख्या लगातार बढ़ती है। 22 जुलाई 1937 को शुरू हुए पहले सत्र की कड़ी में 25 फरवरी 2022 को होने वाली 200वीं बैठक है। परिषद् के भवन का निर्माण 1935 के बाद आरंभ हुआ, 1937 में यह तैयार हुआ, विधान परिषद भवन पर 1937 लिखा भी हुआ है। अभी जिस भवन में विधानसभा की बैठकें होती हैं, वहीं विधान परिषद की बैठकें होती थीं। 1935 के बाद यह विधानसभा हुआ, परिषद का अलग भवन बना।
विधानमंडल का बजट सत्र… आज आर्थिक सर्वेक्षण,28 को बजट
पटना | विधानमंडल का बजट सत्र शुक्रवार से शुरू होगा। सत्र 31 मार्च तक चलेगा। पहले दिन राज्यपाल फागू चौहान संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे। पहले ही दिन राज्यपाल के अभिभाषण के बाद आर्थिक सर्वेक्षण पेश होगा। राज्य की विकास दर दो अंकों में रहने की संभावना है।
28 फरवरी को 2022-23 का बजट पेश होगा। 3 मार्च को तृतीय अनुपूरक बजट पेश होगा। विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा और परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने सदन संचालन में सभी दलों का सहयोग मांगा है।