लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान ने बिहार के विकास के सवाल पर हो रही राजनीति पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए कहा है कि यह सब बिहार और यहां रहने वाले लोगों के हित के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अब न तो बिहार के विकास में दिलचस्पी है और न ही लोक कल्याण में‚ जिसकी तकलीफदेह तस्वीर पूरे बिहार में दिख रही है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को यह अच्छी तरह पता है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल सकता‚ क्योंकि ऐसा प्रावधान अब नहीं है‚ फिर क्यों वे इस पर जोर देकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता चंदन सिंह ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कहना है कि विभिन्न मदों में केन्द्र से मिलने वाली राशि का समुचित उपयोग भी नीतीश सरकार नहीं कर पा रही है। लेकिन अपनी इस विफलता को स्वीकार करने के बजाय वह केन्द्रीय सहयोग नहीं मिलने का रोना रो रही है। उन्होंने कहा कि बालिका गृह कांड में अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं होने पर अदालत ने भी सरकार को फटकार लगायी है। शराबबंदी के सवाल पर पहले ही तल्ख टिप्पणियां अदालत की ओर से आ चुकी हैं‚ मगर राज्य सरकार पर इसका कोई असर ही नहीं होना उसकी नि्क्रिरयता का प्रमाण है॥। लोजपा (आर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में बढती आपराधिक घटनाएं‚ बेरोजगारों की भीड‚ दलित–उत्पीडन तथा किसानों की परेशानी से त्राहिमाम की स्थिति है। ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी इस विफलता के खिलाफ लोजपा (रामविलास) अब जनता के साथ और जनता के लिए सडक पर उतरने जा रही है‚ जिसकी शुरूआत पटना में १५ फरवरी को आक्रोश मार्च के रूप में होगी। यह जानकारी प्रदेश मीडिया प्रभारी जयकिशन ने दी।