वर्ष २०२० के विधानसभा चुनाव परिणाम में एनड़ीए दलों के बीच बड़े़ भाई की भूमिका में आने के बाद भाजपा वर्ष २०२१ में संगठन को धार देने के लिए सूबे के गांव–गांव तक दौड़़ती रही। वर्ष २०२१ के जनवरी से ही बैठकों व प्रशिक्षण का जो दौर जारी हुआ वह साल के अंत तक जारी रहा।
शर्त व वादे के मुताबिक भाजपा ने वर्ष २०२० में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नीतीश कुमार की ताजपोशी करने के बाद वर्ष २०२१ में पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व के इशारे पर संगठन को धार देने में जुटी रही। इस बीच भाजपा ने प्रदेश कार्यसमित की बैठक कर हर बूथ पर पन्ना प्रमुख खड़़ा करने का निर्णय लिया। जनवरी २०२१ में भाजपा ने सभी जिलों में पार्टी की जिला कार्यसमित की बैठक समापन के बाद अपने सांसदों‚ विधायकों‚ पार्षदों की मौजूदगी में प्रशिक्षण शिविर की तैयारी में जुट गई। महीने के अंत में प्रशिक्षण शिविर शुरू हो गया जो वर्ष २०२१ के आखिरी तक चलता रहा। प्रशिक्षण शिविर में जिलेवार भाजपा के सांसद व विधायक भी मौजूद रहे। भाजपा के शीर्ष नेताओं के निर्देश पर पार्टी ने ९–१० जनवरी २०२१ को राजगीर में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में भाजपा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष‚ बिहारी प्रभारी भूपेन्द्र यादव की मौजूदगी में पार्टी नेताओं को‚ संगठन को और सशक्त बनाने पर जोर दिया गया। भाजपा ने अपने कुछ खास नेताओं को ट्रेनिंग देकर उन्हें ट्रेनिंग मास्टर तैयार किया है। राजगीर से ट्रेनिंग लेकर भाजपा के ये ट्रेनिंग मास्टर ने बिहार के हर जिले में आयोजित प्रशिक्षण शिविर में सांसद‚ विधायकों समेत कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया। जनवरी महीने के आखिरी सप्ताह में शुरू होने वाले जिला स्तरीय ट्रेनिंग में क्षेत्र के सभी सांसद‚ विधायक व एमएलसी समेत अन्य प्रमुख नेता भी शामिल होंगे। इस तरह प्रदेश और जिला स्तरीय ट्रेनिंग समाप्त होने के बाद भाजपा अपने सभी मंडल और बूथ के स्तर पर भी ट्रेनिंग दिया। १४ फरवरी तक मंड़लों में प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। प्रदेश में ७२००० हजार से अधिक बूथ हैं। इस तरह भाजपा करीब १२०० पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति करने जा रही है जो बारीकी से बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं से जुड़े़ रहेंगे। आगामी सभी चुनावों को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। बिहार में १२०० नए पदाधिकारियों की नियुक्ति के बाद भाजपा नए तेवर में आएगी। ज्ञात हो कि भाजपा की पहले से बूथ स्तर पर बूथ कमेटी‚ मंड़ल स्तर पर मंड़ल कमेटी व जिला स्तर पर जिला कमेटी तैयार है।
प्रदेश स्तर पर प्रदेश अध्यक्ष के साथ पूरा सांगठनिक ढचा खड़़ा है। लेकिन समय–समय पर भाजपा संगठन में नयी उर्जा फूंकने के लिए कार्यक्रम का रूपरेखा तैयार करती रहती है। भाजपा की यह कार्य योजना आगामी लोकसभा चुनाव के महाभारत में विरोधियों के दुर्ग भेदने में काम आ सकती है। हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के निदæशानुसार इस वर्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिन १७ सितम्बर से ०७ अक्टूबर २०२१ तक ‘सेवा और समर्पण अभियान’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं देश के प्रधानमंत्री के रूप में लगातार २० वर्ष का कार्यकाल पूरा किया। ७ अक्टूबर २००१ को वे गुजरात के मुख्यमंत्री तथा २०१४ में देश के प्रधानमंत्री बने। इस प्रकार बिहार में २० दिनों तक राज्य के प्रत्येक जिलों में सेवा कार्य के माध्यम से समाज के सभी वगा तक पार्टी के कार्यकर्ता‚ सांसद‚ विधायक‚ विधान पार्षद व पार्टी पदाधिकारी पहुंचे। इन २० दिनों में भाजपा ने पर्यावरण‚ साफ–सफाई‚ स्वास्थ्य शिविर‚ रक्तदान शिविर‚ राशन व फलों तथा दिव्यांगों में ट्राइ साइकिल का वितरण‚ प्रदर्र्शनी‚ सेमिनार एवं खादी को बढ़वा देने जैसे कई कार्यक्रम किए। ॥ संगठनात्मक दृष्टि से १७ सितम्बर से ७ अक्टूबर तक ५२ स्थानों पर प्रदर्शनी लगाई गई। इस दौरान २३२ स्थानों पर सभाएं की गइÈ। २७१६ स्थानों पर स्वास्थ्य शिविर में ६६‚००० से अधिक लोगों का इलाज किया गया। ३८‚००० से अधिक बूथों पर से लगभग साढÃे चार लाख पोस्ट कार्ड प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेजा गया। दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर भी ३८‚५७३ बूथों पर भाजपा गई॥। ॥ भाजपा ने १७ सितम्बर से ७ अक्टूबर के विशेष अभियान में ११४०६ स्थानों पर दीप प्रज्वलन कार्यक्रम किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस पर १७ सितम्बर से ०७ अक्टूबर तक सेवा सप्ताह के तहत भाजपा के मोर्चा‚ प्रकोष्ठ के द्वारा अनेकों सफल कार्यक्रम किये गए॥। भाजपा का कहना है कि प्रशिक्षण शिविर जैसे ब्रेन स्टॉमिÈग शिविर में खासकर बताया जा रहा है कि वर्ष २०१४ के बाद देश में युगांतकारी परिवर्तन (पैराड़ाइम शिफ्ट) हुआ है।
पिछले वर्ष प्रदेश कार्यालय में आयोजित बिहार भाजपा के प्रशिक्षण शिविर में व्याख्यान का एक विषय यह भी रहा कि वर्ष २०१४ के बाद देश में युगांतकारी परिवर्तन हुआ है। राजनीतिक विश्लेषकों की नजर में कश्मीर से अनुच्छेद ३७० का खात्मा करना सही मायने में देश के लिए एक युगांतकारी परिवर्तन है। साथ ही तीन तलाक मामले पर कानून व अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करना एक परिवर्तन तो है। बदली राजनीतिक परिस्थितियों में भाजपा अपने एजेंड़ों को लेकर अपने कार्यकर्ताओं के बीच जा रही है। प्रशिक्षण शिविर के जरिए भाजपा ने अपनी विचारधारा को अपने नेताओं व कार्यकर्ताओं के बीच रखी।
पशिक्षण शिविर में बिहार सरकार के मंत्री‚ सांसद‚ विधायक‚ प्रदेश पदाधिकारी सहित मोर्चा/प्रकोष्ठ‚ प्रवक्ता‚ मीडिया से संबंधित करीब १५० प्रतिनिधि भाग लिए। इस अवसर पर १५ विषयों के विभिन्न वक्ताओं द्वारा उद्बोधन हुआ। बिहार प्रदेश के संगठनात्मक ४५ जिला में ३ दिवसीय जिला प्रशिक्षण आगामी २५ नवंबर से २५ दिसंबर तक आयोजित किया गया।