शराबबंदी को लेकर उठाये जा रहे सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार विधानसभा एवं विधान परिषद के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से शराबबंदी का प्रस्ताव पारित किया था। सभी सदस्यों ने शराबबंदी को लेकर शपथ भी ली थी। मद्य निषेध दिवस पर पिछले माह २६ नवंबर को अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भी एक बार फिर से शपथ ली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले महीने हुई एनडीए विधान मंडल दल की बैठक में भी सभी सदस्यों ने हाथ उठाकर शराबबंदी के पक्ष में संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि शराबबंदी को लेकर लोगों को जागरूक करने की जरुरत है। हम अभी समाज सुधार अभियान के तहत विभिन्न जगहों पर जाने वाले हैं‚ जहां शराब से होने वाले खतरे के प्रति लोगों को सचेत करेंगे। आप चाहे जितना बढिÃया काम कर लें‚ तब भी सभी लोग उसे स्वीकार नहीं करेंगे। कुछ लोग गडबड करने वाले होते हैं। हम लोगों को सजग करने में लगे हैं। हम बराबर अधिकारियों को कहते हैं कि पटना बिहार की राजधानी है यहां पर पूरा ध्यान देने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज सुधार के लिये जितनी बातें हमलोग करते रहे हैं उसे साथ लेकर हम बारह जगह पर जा रहे हैं। महिलाओं से बातचीत करेंगे और उनकी बात सुनेंगे तथा अपनी बात कहेंगे। प्रमंडल के जिलों के सारे अधिकारियों को बुलाकर एक–एक चीज की समीक्षा और विकास के कार्यों की भी पूरी जानकारी लेंगे। ये यात्रा नहीं है ये समाज सुधार अभियान है। हमलोगों का ये कैम्पेन चलता रहेगा।
बिहार में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत निर्माण धीमा होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा नहीं है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर ग्रामीण विकास के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने बताया कि बिहार में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत आवास में से ८३ प्रतिशत काम पूरे हो चुके हैं‚ बाकी का काम चल रहा है। इसके अलावा ११ लाख आवास का लक्ष्य मिला हुआ है जिसे पंचायत चुनाव के कारण मंजूरी नहीं दी गयी थी। उम्मीद है कि जनवरी महीने में वह भी स्वीकृत हो जायेगी। बिहार का कंप्लीशन दर पूरे देश में दूसरे–तीसरे नंबर पर है। कौन क्या बोल रहा है इससे मतलब नहीं‚ हमलोग नशामुक्ति चाहते हैंः मुख्यमंत्री ने कहा कि कौन क्या बोल रहा है‚ इससे हमको कोई मतलब नहीं है। समाज सुधार अभियान चलाकर हमलोग नशामुक्ति चाहते हैं। हमलोग चाहते हैं कि दहेज प्रथा समाप्त हो‚ बाल विवाह से मुक्ति मिले। गांव से लेकर शहर तक गरीब तबके के लोगों की जरूरतें पूरी हों। इसके लिये हमलोगों ने कई काम किये हैं। गरीब तबके के कितने लोगों को उसका लाभ मिला‚ इसकी भी जानकारी लेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को कई प्रकार का काम करने का मौका मिला जिससे उनका जीवनयापन बढिया से चल रहा है। समाज के ऐसे लोग जो हाशिये पर हैं‚ वैसे परिवारों की पहचान कर उनकी सहायता के लिए जीविका से जोडा जा रहा है।