यूपीएमआरसी (UPMRC) द्वारा काफी तेज और व्यवस्थित तरीके से मेट्रो का कार्य कराया जा रहा है। ऐसे में इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि कानपूर निवासियों को इस दीपावली पर मेेट्रो का तोहफा मिल सकता है। कानपुर में मेट्रो के पहले सफल ट्रायल पर एमडी कुमार केशव ने बधाई दी है।
सोशल माइक्रोब्लॉगिंग ऐप, कू (Koo) पर भी मेट्रो की रौनक खूब जमी है। यूजर्स भारी मात्रा में एक-दूसरे को बधाई देते नज़र आ रहे हैं, जिनमें से कुछ खास इस प्रकार पेश हैं:
– कानपुर वालों के लिए खुशखबरी, बहुत जल्द कानपुर में भी दिखेगी मेट्रो।
– Kanpur वासियों के लिए खुशखबरी! पहली बार ट्रैक पर दौड़ी मेट्रोल
– चलो अब कानपुर की धूल से तो राहत मिलेगी। इंतजार रहेगा मेट्रो का।
– लखनऊ से कानपुर जाने वालों को बहुत दिक्कत आती है, मेट्रो चालू होने के बाद लोगों को राहत मिलेगी।
– कानपुर को मेट्रो की सवारी की सौगात जल्द ही मिल सकती है।
– वाह भाई वाह कानपुर वासियों के लिए नई सौगात! जल्द अब हम कानपुर में भी मेट्रो का सफर कर पाएंगे।
कानपुर की मेट्रो को पहली बार शहर की धरती पर चलाकर देखा गया। असेंबलिंग एरिया से निकालकर सोमवार को उसे डिपो के अंदर ही ट्रैक पर चलाया गया। इसके साथ ही सिग्नल के साथ रुकने, चलने का परीक्षण करने के साथ ट्रेन के अंदर से ही इसके दरवाजे खोलने और बंद करके चेक किया गया। शाम से रात तक मेट्रो को ट्रैक पर अलग-अलग स्पीड पर चलाकर देखा गया।
पिछले माह के अंत में मेट्रो की पहली ट्रेन के कोच कानपुर आए थे। तीनों कोच को असेंबलिंग एरिया में ले जाने के साथ ही इसके तमाम पुर्जों को असेंबल करने का कार्य चल रहा था। साथ ही ट्रेन के विभिन्न उपकरणों की चेकिंग का कार्य संपन्न किया गया। मेट्रो डिपो में करंट की आपूर्ति में देरी के चलते दो जेनरेटर के करंट से मेट्रो को चलाया गया।
मेट्रो को सामान्य तौर पर अधिकतम 80 किलोमीटर की रफ्तार पर चलाया जाता है, लेकिन मुख्य रूट पर परीक्षण के दौरान इसे 90 किलोमीटर तक की रफ्तार तक चलाया गया। सोमवार को पहले ट्रायल में मेट्रो की गति पांच, 10 और 15 किमी रही।
जिस गति से कार्य प्रगति पर है, उससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि दीपावली तक कानपूर शहर की सरजमीं मेट्रो से रोशन होगी।