गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने इस्तीफा दे दिया है. शनिवार दोपहर को राज्यपाल से मुलाकात कर रुपाणी ने अपना त्यागपत्र सौंप दिया. उनके साथ उपमुख्यमंत्री नितिन पटले भी राज्यपाल के पास गए थे. इससे कुछ घंटे पहले ही वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे. माना जा रहा है कि गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर ये बड़ा फेरबदल हुआ है. भाजपा एक ऐसे चेहरे को कमान सौंपना चाहती है कि जिसकी न सिर्फ प्रशासनिक पकड़ मजबूत हो, बल्कि संगठन में भी दखल हो. इस्तीफा देने के मुख्यमंत्री रुपाणी ने पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया.
रुपाणी का इस्तीफा ऐसे समय आया है जब गुजरात में विधानसभा चुनाव को एक साल से भी कम का समय बचा है. विजय रूपाणी का इस्तीफा भाजपा का एक सोचा समझा कदम माना जा रहा है. विजय रूपाणी ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद कहा कि मैं बीजेपी के प्रति अपना आभार प्रकट करता हूं, मेरे जैसे पार्टी के कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री जैसे पद की जिम्मेदारी दी. मेरे कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री मोदी का विशेष मार्गदर्शन मिलता रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन मे गुजरात समग्र विकास के कल्याण के पथ पर आगे बढ़ते हुए नए आयाम को छुआ है.
गुजरात में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर विजय रूपाणी ने इस्तीफा दिया है. माना जा रहा है कि नए लीडरशिप में बीजेपी चुनाव लड़ेगी. बताया जा रहा है कि विजय रूपाणी का संगठन के साथ सामंजस्य नहीं था. साथ ही वे अंदरूनी राजनीति पर भी रोक नहीं लगा पाए. पाटीदारों की नाराजगी भी उनके इस्तीफे का कारण बताया जा रहा है. विजय रूपाणी अफसरशाही पर भी लगाम नहीं लगा पाए.
गौरतलब है कि पिछले दिनों भी बीजेपी ने कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बदला है. पहले दो बार उत्तराखंड के सीएम को बदला गया, जबकि हाल ही में कर्नाटक के सीएम पद से बीएस येदियुरप्पा को जाना पड़ा. उत्तराखंड में तीरथ सिंह रावत को सीएम पद से हटाकर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने पुष्कर सिंह धामी को नया मुख्यमंत्री बनाया. उत्तराखंड में भी अगले वर्ष ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. कर्नाटक में पार्टी ने बीएस येदियुरप्पा की जगह बसवराज बोम्मई को सीएम पद की जिम्मेदारी दी है.