कुछ दिनों की राहत के बाद एक बार फिर से कोरोना का बढ़ता संक्रमण लोगों को ड़रा रहा है। बीते २४ घंटे में २५‚१५४ नये मरीज मिले हैं। १६‚५१९ संक्रमित ठीक हुए हैं‚ जबकि १५९ की मौत हुई है। इस तरह एक्टिव केस यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में ८‚४७७ की बढ़ोतरी दर्ज की गई। अब एक्टिव केसों का कुल आंकड़ा २ लाख के पार पहुंचकर २ लाख ७ हजार ४९९ हो गया है। यह ११ फरवरी को १ लाख ३३ हजार ७९ पर पहुंचा था। १५ राज्यों में संक्रमण की रफ्तार तेज है। सबसे ज्यादा गंभीर हालात महाराष्ट्र‚ पंजाब‚ मध्य प्रदेश‚ केरल व गुजरात के हैं। महाराष्ट्र में शनिवार को १५‚६०२ लोग कोरोना संक्रमित मिले‚ ७‚४६७ मरीज ठीक हुए और ८८ की मौत हो गई। राज्य में अब तक २२.९७ लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। केरल में भी हालात अच्छे नहीं हैं। यहां शनिवार को २‚०३५ लोग कोरोना संक्रमित मिले‚ ३‚२५६ मरीज ठीक हुए और १२ की मौत हो गई। बाकी राज्यों में भी संक्रमण बढ़ ही रहा है यानी कोरोना विषाणु तेजी से पांव पसारने लगा है। ८३ दिन पहले २६‚६२४ संक्रमित मिले थे। राहत की बात बस यही है कि ८७.७२ फीसद मरीज सात राज्यों में सिमटे हुए हैं। महाराष्ट्र में ज्यादा दिक्कत है। इसलिए सरकार को यहां युद्धस्तर पर काम करना होगा। एक तरफ लोगों को उन दिशा–निर्देशों‚ जो स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए थे‚ का पालन करना होगा‚ वहीं टीकाकरण भी ज्यादा तीव्र गति से करने के इंतजाम अमल में लाने होंगे। अच्छी बात है कि महाराष्ट्र‚ पंजाब और मध्य प्रदेश की सरकार ने जहां कुछ शहरों में लॉकड़ाउन लगाया है वहीं पंजाब में प्री–नर्सरी से १२वीं तक के सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। भोपाल और इंदौर में रविवार या सोमवार से रात का एहतियातन कफ्र्यू लगाए जाने की संभावना है। दरअसल‚ किसी भी विषाणु का दोबारा आक्रमण या लहर चलना खतरनाक माना जाता है। कोरोना विषाणु ने कई यूरोपीय देशों‚ इंग्लैंड़ व ब्राजील में दोबारा कहर बरपाया है। इन सबसे सबक लेकर सरकार को कुछ सख्त उपाय अपनाने की जरूरत है। जांच में कमी‚ नया स्ट्रेन और टीकाकरण में देरी से हर किसी की टेंशन बढ़ रही है। हर किसी को यह तथ्य समझ में आना चाहिए कि संक्रमण के कम मामले आने पर उत्साहित नहीं होना है‚ बल्कि कहीं ज्यादा सचेत रहना है। अभी की सख्ती आगे चलकर नुकसान नहीं करेगी॥।
भारत में एक बार फिर कोरोना मामलों की संख्या बढ़ने से शेयर बाजार में आज दबाव के साथ शुरुआत देखने को मिली है। हालांकि दूसरी तरफ एशियाई बाजार में इस दौरान संकेत मिले जुले रहे हैं। हफ्ते के पहले कारोबारी सत्र में सेंसेक्स 50773 के स्तर पर खुला जो कि पिछले बंद स्तर के मुकाबले 19 अंक नीचे था। हालांकि निफ्टी हल्की बढ़त के साथ 15048 के स्तर पर खुला। लेकिन इसके बाद से ही बाजार में गिरावट देखने को मिली।
कैसा रहा शुरुआती कारोबार
शेयर बाजार के पहले एक घंटे में सेंसेक्स में अधिकतम 724 अंक की गिरावट देखने को मिली और इंडेक्स गिरकर 50069 के स्तर तक आ गया। वहीं दूसरी तरफ निफ्टी शुरुआती कारोबार में 14818 के निचले स्तरों पर पहुंचा जो कि पिछले बंद स्तरों से 213 अंक नीचे था। सुबह 10 बजे के करीब सेंसेक्स 482 अंक की गिरावट के साथ 50310 के स्तर पर और निफ्टी 141 अंक की गिरावट के साथ 14890 के स्तर पर था।
बढ़ने लगे कोरोना के मामले
महाराष्ट्र में एक बार फिर कोरोना के बेकाबू होने के संकेत मिल रहे हैं। प्रदेश सरकार ने नागपुर में आज से एक हफ्ते का लॉकडाउन लगा दिया है। बीते 24 घंटे में महाराष्ट्र में 16 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। जो कि इस साल का रिकॉर्ड है। महाराष्ट्र में इससे पिछले 2 दिनों से कोरोना के 15 हजार से ज्यादा मामले आए थे जो अब 16 हजार के भी पार पहुंच गए हैं। इससे निवेशकों के बीच एक बाऱ फिर महामारी के बेकाबू होने और नए प्रतिबंधों का डर फैल गया है।
शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली
कारोबार के पहले घंटे में शेयर बाजार में चौतऱफा बिकवाली देखने को मिली है। इस अवधि में सभी सेक्टर इंडेक्स लाल निशान में पहुंच गए। बैंकिंग सेक्टर, फाइनेशियल सर्विस सेक्टर, फार्मा सेक्टर और प्राइवेट बैंक सेक्टर में 1 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट दर्ज हुई। वहीं बाकी सेक्टर इंडेक्स में इस दौरान आधा से एक प्रतिशत के बीच गिरावट देखने को मिली है। वहीं मीडिया सेक्टर इंडेक्स में 2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है।