जो बाइडन ने बुधवार को एक ऐतिहासिक समारोह में अमेरिका के 46 वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। बाइडन अब अमेरिका के इतिहास में सबसे अधिक उम्र के राष्ट्रपति है। बाइडन (78) ने अपने परिवार की 127 वर्ष पुरानी बाइबिल के साथ शपथ ली। इस दौरान उनकी पत्नी जिल बाइडन अपने हाथों में बाइबिल लिए खड़ी रही। वहीं भारतीय मूल की कमला देवी हैरिस ने अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति के रुप में शपथ लेकर इतिहास रच दिया।
हैरिस (56) अमेरिका की 49वीं उपराष्ट्रपति हैं। वह राष्ट्रपति जो बाइडन (78) के साथ काम करेंगी। कमला देवी हैरिस ने 61 वर्षीय माइक पेंस की जगह ली है, जबकि बाइडन ने डोनाल्ड ट्रंप की जगह ली है। भारत के चेन्नई निवासी प्रवासी भारतीय की बेटी हैरिस इस पद पर पहुंचने वाली पहली अश्वेत एवं पहली एशियाई अमेरिकी हैं। उनके पति 56 वर्षीय डगलस एमहोफ इसके साथ ही अमेरिका के पहले ‘सेकंड जेंटलमैन’, अमेरिकी उपराष्ट्रपति के पहले पुरुष जीवनसाथी बन गए हैं। उच्चतम न्यायालय की न्यायाधीश न्यायमूर्ति सोनिया सोटोमेयर ने हैरिस को शपथ दिलाई।
बाइडन ने शपथ ग्रहण के तुरंत बाद राष्ट्रपति के तौर पर देश के नाम संबोधन में कहा कि हम मिलकर अमेरिका को एक मजबूद अर्थव्यवस्था बनाएंगे। इस समय हम भयानक वायरस का सामना कर रहे है। मैं अमेरिका से नस्लवाद को खत्म करुंगा। अमेरिका में सबको इज्जत मिलेगी। यहां सभी धर्मों का सम्मान होगा। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो बाइडन को राष्ट्रपति बनने के बाद बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि जो बाइडन के साथ काम करने को लेकर उत्साहित हूं। भारत-अमेरिका की पार्टनरशिप को हम नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। हम साथ मिलकर दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत करेंगे।
बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों को रोकने के लिए कैपिटल बिल्डिंग (संसद भवन) के आसपास हजारों सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। डेमोक्रेटिक नेता बाइडन (78) को प्रधान न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने कैपिटल बिल्डिंग के ‘वेस्ट फ्रंट’ में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। इस बार समारोह में कम लोगों को आमंत्रित किया गया था और नेशनल गार्ड के 25,000 से अधिक जवान सुरक्षा में तैनात थे।
ट्रंप के विदाई भाषण की दिल को छू जाने वाली बातें, कहा- मैं वापस आऊंगा…
डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति के तौर पर व्हाइट हाउस से विदा हो गए है। वह जो बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नही होंगे। अपने विदाई भाषण में उन्होनें कई दिल को छू जाने वाली बातें कही। अमेरिका का राष्ट्रपति होना मेरे लिए सम्मान की बात। नए प्रशसन को शुभकामनाएं। मैं नए राष्ट्रपति को शुभकामनाएं देता हूं। इस देश का भविष्य उज्ज्वल है। मैं फिर वापस आऊंगा
ट्रंप ने अपने विदाई भाषण में कहा कि राष्ट्रपति के तौर पर मेरे 4 साल शानदार रहें, हमने बहुत सी उपलब्धियां हिसाल की। उन्होनें कहा कि हमने सेना का पुनर्निर्माण किया। ट्रंप ने परिवार और दोस्तों को धन्यवाद कहा। ट्रंप ने अपने भाषण में कहा कि मेरे शासनकाल में अमेरिका में ऐतिहासिक टैक्ट कट हुआ। महामारी के बाद आज अमेरिकी शेयर बाजार ऊंचाई पर है।
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश को सुरक्षित रखने और समृद्ध बनाने के अभियान में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के सफल रहने की कामना की और उन्हें शुभकामनाएं दीं। ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी लोगों को अपने साझा मूल्यों के प्रति एकजुट होना चाहिए और पक्षपातपूर्ण नफरत की भावना से ऊपर उठना चाहिए। ट्रंप का यह विदाई भाषण व्हाइट हाउस ने मंगलवार को जारी किया। बाइडन आज यानी बुधवार को राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने वाले हैं। अपने संदेश में ट्रंप ने कहा कि राष्ट्रपति पद पर सेवाएं देना एक ऐसा सम्मान है जिसकी व्याख्या नहीं की जा सकती।
ट्रंप ने कहा, ‘‘इस अभूतपूर्व विशेषाधिकार के लिए आपका शुक्रिया। यह वास्तव में एक बड़ा सम्मान था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस सप्ताह हमने एक नए प्रशासन का आरंभ किया। अमेरिका को सुरक्षित रखने और समृद्ध बनाने के लिए उनकी (बाइडन की) सफलता की कामना करता हूं। हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं और चाहते हैं कि वे सौभाग्यशाली रहें।’’ ट्रंप ने लगभग 20 मिनट के वीडियो में अमेरिकी कैपिटल (संसद भवन) पर अपने समर्थकों के छह जनवरी के हमले पर भी बात की।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे कैपिटल (संसद भवन) पर हमले से सभी अमेरिकी आतंकित हो गए थे। यह उन सभी चीजों पर हमला है जिन पर एक अमेरिकी होने के नाते हम गौरव महसूस करते हैं। इसे कभी भी बर्दाशत नहीं किया जा सकता। अब पहले से कहीं ज्यादा हमें अपने साझा मूल्यों के वास्ते एकजुट होना चाहिए और पक्षपातपूर्ण नफरत की भावना से ऊपर उठना चाहिए।’’
इस दौरान उन्होंने 20 जनवरी, 2017 से 20 जनवरी 2021 तक की अमेरिकी सरकार की अहम उपलब्धियों का जिक्र किया और कहा कि उनके प्रशासन ने किसी की सोच से भी कहीं ज्यादा हासिल किया। ट्रंप ने कहा,‘‘ हमने स्वदेश में अमेरिकी ताकतों और विदेशों में अमेरिकी नेतृत्व को मजबूत किया। दुनिया फिर हमारा आदर कर रही है। कृपया करके उस आदर को खोइएगा नहीं। ’’ उन्होंने कहा कि उनके प्रशासन ने अमेरिकी गठबंधन को पुनर्जीवित किया और दुनिया के देशों को चीन के विरोध में खड़ा करने का काम किया और ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था।