मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बिहार कैबिनेट की आज बैठक हुई है। इस बैठक में 18 एजेंडों पर मुहर लगाईं गई है। बिहार विधानमंडल का इस वर्ष का पहला सत्र 19 फरवरी से बुलाया गया है। इसमें सत्रहवीं विधानसभा तथा विधान परिषद् के 197वें सत्र का शुभारंभ होगा। इस वर्ष का पहला सत्र होने की वजह से इसकी शुरुआत दोनों सदनों की सम्मिलित बैठक से होगी, जिसमें राज्यपाल का अभिभाषण होगा। यह बजट सत्र होगा। कैबिनेट की बैठक में हुए अन्य मुख्य निर्णय :
जीविका दीदी के सिले ड्रेस पहनेंगे स्कूली छात्र
मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में नीतीश सरकार ने निर्णय लिया है कि अब सरकारी स्कूल के बच्चों को सिले हुए ड्रेस दिए जाएंगे। पहली कक्षा से लेकर 12वीं क्लास तक पढ़ने वाले सभी छात्र-छात्राओं को साल में दो सेट ड्रेस दिया जएगा। सरकार ने यह भी आदेश दिया है कि जीविका दीदीयों के तरफ से बनाए गए ड्रेस ही लेने होंगे। जो भी एजेंसी ड्रेस की सप्लाई सरकारी स्कूलों में करेगी, उनके लिए अनिवार्य होगा कि जीविका दीदी से बनाए हुए ड्रेस ही खरीदे।
राज्य सरकार के प्रारंभिक सरकारी विद्यालयों में कुल 2.35 करोड़ छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं। इन स्कूलों में दाखिला लेने वाले बच्चों में 51.6 फीसदी लड़के और 48.4 फीसदी लड़कियां हैं। वहीं, बिहार में सरकारी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कुल 36,61,942 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। इस योजना से स्वयं सहायता समुह से जुड़ी 1.1 करोड़ महिलाओं को फायदा होगा। बिहार में जीविका के 10 लाख से ज्यादा समूह हैं, जो अलग अलग काम करती हैं।
आतंकी घटनाओं से मौत पर अब 50% ही सीधा मुआवजा
केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देश पर बिहार के गृह विभाग के एक एजेंडा को कैबिनेट ने मंजूरी दी है। इसके अनुसार बिहार की सीमा में अगर आतंकवाद, नक्सली या सांप्रदायिक हिंसा, सीमा पार से गोलीबारी और बारूदी सुरंग विस्फोट से आम जनों की मृत्यु होने पर उनके आश्रितों को मुआवजे की राशि का 50 प्रतिशत ही बचत खाते में दिया जाएगा। शेष 50 प्रतिशत राशि आश्रितों के फिक्स्ड डिपाजिट अकाउंट में दी जाएगी। इस राशि का उपयोग कम से कम तीन साल बाद ही किया जा सकेगा।