कर्तव्य पथ पर बृहस्पतिवार को गणतंत्र दिवस की भव्य परेड़ का नजारा देखने को मिला। तीनों सेनाओं के प्रमुख के रूप में सर्वोच्च कमांड़र राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने परेड़ की सलामी ली। उनके साथ मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल–सीसी समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़़‚ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी‚ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह‚ रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट‚ सीड़ीएस जनरल अनिल चौहान‚ तीनों सेना प्रमुखों ने गौरान्वित होकर परेड़ देखी। इस मौके पर अनेक मंत्री‚ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला‚ मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति ड़ीवाई चंद्रचूड़़‚ दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। इस वर्ष गणतंत्र दिवस परेड़ में मिस्र के सशस्त्र बलों के एक दस्ते एवं संगीत बैंड़ ने भी हिस्सा लिया। मिस्र के मार्चिंग दस्ते में उस देश के सशस्त्रबलों की मुख्य शाखाओं के १४४ सैनिक शामिल थे। इसका नेतृत्व कर्नल महमूद मोहम्मद अब्दुल फतेह अल–खारासावी ने किया।
मुख्य समारोह शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समर स्मारक में शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहां रक्षामंत्री‚ सीड़ीएस और तीनों सेना प्रमुख उपस्थित थे। सुबह १०ः३० बजे तिरंगा फहराने और राष्ट्रगान की धुन के बीच २१ तोपों की सलामी के साथ परेड़ शुरू हुई। इस बार २१ तोपों की सलामी पुरानी २५ पाउंड़र तोप के स्थान पर १०५ एमएम लाइट फील्ड़ स्वदेशी तोप से दी गई। यह रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत को प्रदर्शित करता है। गणतंत्र दिवस परेड़ में भारतीय सैन्य उपकरणों में मेड़ इन इंडि़या की प्रमुखता रही।
समारोह की शुरुआत ग्वालियर लांसर की समारोहिक पोशाक में ६१ कैवलरी दस्ता से हुई‚ जिसकी कमान कैप्टन रायजादा शौर्य ने संभाली। कैप्टन अमनजीत सिंह के नेतृत्व में मैकेनाइज्ड दस्ते ने एमबीटी अर्जुन टैंकों का प्रदर्शन किया। नाग मिसाइल सिस्टम टुकड़ी का नेतृत्व १७ मैकेनाइज्ड इंफैट्री रेजिमेंट के लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ त्यागी ने किया। मैकेनाइज्ड इंफैंट्री रेजिमेंटल सेंटर का नेतृत्व कैप्टन अर्जुन सिद्धू ने किया। के–९ वज्र टी (एसपी) का नेतृत्व २२४ मीडियम रेजिमेंट के लेफ्टिनेंट प्रखर तिवारी और ब्रह्मोस ८६१ मिसाइल रेजिमेंट का नेतृत्व लेफ्टिनेंट प्रज्ज्वल काला ने किया। परेड़ में प्रमुख आकर्षण सीमा सुरक्षाबलों का ऊंट दस्ता रहा। कर्तव्य पथ पर ऊंट दस्ते को लेकर दर्शकों में खासा उत्साह देखा गया। पहली बार ऊँट दस्ते में महिला सैनिकों को शामिल किया।
परेड़ में भारतीय नौसेना के १४४ सदस्यों वाले दस्ते का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांड़र दिशा अमृत ने किया। इसके साथ ही परेड़ में नौसेना की झांकी भी प्रस्तुत की गई जिसमें बल की बहुआयामी क्षमता एवं नारी शक्ति का प्रदर्शन किया गया। परेड़ में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (ड़ीआरड़ीओ) के उपकरणों एवं झांकी का प्रदर्शन किया गया‚ जो राष्ट्र की सुरक्षा के लिए प्रभावी निगरानी‚ संचार और खतरों से निपटने पर केंद्रित थी। इसमें स्वदेशी प्रतिरक्षा प्रणाली ड़ब्ल्यूएचएपी सहित अन्य निगरानी उपकरण शामिल हैं।
परेड़ में परम वीर चक्र‚ महावीर चक्र‚ अशोक चक्र विजेताओं ने भी हिस्सा लिया। गणतंत्र दिवस पर परेड़ में वायुसेना के १४४ सदस्यों के दस्ते ने भी हिस्सा लिया जिसका नेतृत्व स्क्वाड्रन लीड़र सिंधु रेड्ड़ी ने किया। परेड़ में १७ राज्यों‚ केंद्रशासित प्रदेशों तथा मंत्रालयों एवं विभागों की २३ झांकियों का प्रदर्शन किया गया है। इनमें उत्तर प्रदेश‚ केरल‚ आंध्र प्रदेश‚ उत्तराखंड़‚ पश्चिम बंगाल‚ असम के अलावा जम्मू–कश्मीर‚ लद्दाख आदि की झांकियां शामिल थीं। खराब मौसम के बावजूद वायुसेना के साहसी पायलटों ने हवा में करतब दिखाए लेकिन घने बादलों के कारण दर्शन कोरी आखों से उसे नहीं देख पाए।
Colours of India at Kartavya Path! pic.twitter.com/S7WCwXRxqk
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Pictures from the Republic Day celebrations at Kartavya Path in New Delhi. pic.twitter.com/p9pXdYMwU3
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