छत्तीसगढ में हल्की मशीन गन (एलएमजी) से लैस करीब 400 नक्सलियों के एक समूह ने शनिवार को विशेष अभियान के लिए तैनात सुरक्षा बलों पर घात लगाकर हमला किया था। इसमें 22 जवान शहीद हो गए और 31 अन्य घायल हो गए। नक्सली इस दौरान सुरक्षा बलों के एक दर्जन से अधिक अत्याधुनिक हथियार लूट ले गए। मुठभेड़़ के बारे में शनिवार देर रात तक यह सूचना थी कि पांच जवान शहीद हुए हैं लेकिन एसटीएफ का बचाव दस्ता जब रविवार सुबह जंगल में घुसा तो सबके होश उड़ गए कुल 22 जवानों के शव बरामद किए गए। मौके पर पहुंचने वाले प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक नक्सलियों ने ऊंची पहाडि़यों के नीचे पूरी तरह से घेर कर जवानों को शहीद किया। करीब १०० मीटर तक शहीद जवानों के शव फैले मिले। पाया गया कि जवानों करीब से गोलियां मारी गइ। नक्सली उनके हथियार जूते और कपड़े भी लूट कर ले गए। जवानों को बेहद वीभत्स तरीके से मारा गया है। कई जवानों को गोलियां मारी गई हैं तो कई के उपर हैंड ग्रेनेड फेंका गया था। शहीद जवानों के शव टेकुलगुड़ा के इलाके में करीब आधा किलोमीटर तक फैले हुए मिले। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों के करीब 1500 जवानों की एक टुकड़़ी ने बीजापुर–सुकमा जिले की सीमा के आसपास के क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी की गुप्त सूचना पर तलाशी और उन्हें नष्ट करने का अभियान शुरू किया था। गुप्त सूचना पर शनिवार तड़़के घेराबंदी की गई थी कि नक्सली जगरगुंड़ा–जोंगागुड़़ा–तर्रेम क्षेत्र में अपना आक्रामक अभियान शुरू कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि इस मुठभेड़़ में शहीद हुए 22 जवानों में सीआरपीएफ के आठ जवान शामिल हैं‚ जिसमें से सात कोबरा कमांड़ो से जबकि एक जवान बस्तरिया बटालियन से है। बाकी ड़ीआरजी और विशेष कार्यबल के जवान हैं। सीआरपीएफ के एक इंस्पेक्टर अभी भी लापता हैं।उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने इस हमले में एलएमजी से गोलियों की बौछार की और कम तीव्रता वाले आईईड़ी का इस्तेमाल किया और यह हमला कई घंटे जारी रहा। घायल कर्मियों को वहां से निकालने के लिए हेलीकाप्टर की सेवा मांगी गई लेकिन पहला हेलीकाप्टर शाम पांच बजे के बाद ही वहां उतर सका जब गोलीबारी रुक गई। सूत्रों ने कहा कि इस मुठभेड़़ में 15 नक्सली मारे गए जिनके शव उनके साथी ट्रैक्टर–ट्राली में अपने साथ ले गए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छत्तीसगढ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले में शहीद जवानों की शहादत पर गहरी संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी शहादत को देश हमेशा याद रखेगा। मुख्यमंत्री ने घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षाकर्मियों के शहीद होने पर रविवार को दुख व्यक्त किया और कहा कि उनके शौर्य को कभी भुलाया नहीं जाएगा. शाह ने कहा कि शांति और प्रगति के दुश्मनों के खिलाफ सरकार अपनी लड़ाई जारी रखेगी.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैं छत्तीसगढ़ में माओवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए हमारे वीर सुरक्षाकर्मियों के बलिदान को नमन करता हूं. राष्ट्र उनके शौर्य को कभी नहीं भूलेगा. मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. हम शांति और प्रगति के इन दुश्मनों (नक्सलियों) के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को फोन करके उनसे बीजापुर में हुई नक्सली घटना के संबंध में विस्तृत चर्चा की. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय गृहमंत्री को बीजापुर में राज्य और केंद्र के सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ की स्थिति से अवगत कराया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को हुई क्षति दुखद हैं. लेकिन सुरक्षा बलों के हौंसले बुलंद हैं और नक्सली हिंसा के विरुद्ध यह लड़ाई हम ही जीतेंगे.