देश में लोकसभा चुनाव को लेकर तिथियों का ऐलान किसी भी दिन हो सकता है. माना जा रहा है कि 15 या 16 मार्च को चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है. इस बीच केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में चुनाव को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. ऐसे में लोगों के मन में सवाल है कि क्या जम्मू-कश्मीर में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ होने जा रहे हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बुधवार को कहा कि निर्वाचन आयोग जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा और हित धारकों से मिली प्रतिक्रिया के बाद ही इस संबंध में कोई फैसला करेगा. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराएं जाएं या अलग-अलग यह सुरक्षा व्यवस्था और हितधारकों की राय पर निर्भर करेगा.
जम्मू और कश्मीर ( Jammu And Kashmir Election ) में चुनाव को लेकर क्या बोला चुनाव आयोग
आगामी लोकसभा चुनावों के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में चुनाव तैयारियों की समीक्षा पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हमने भाजपा, CPIM, कांग्रेस और NC, पीडीपी जैसी राज्य मान्यता प्राप्त पार्टियों से मुलाकात की. पार्टियों ने कहा कि चुनाव पूरी तरह से निष्पक्ष, पारदर्शी होना चाहिए और उसमें कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए…पार्टियों का यह भी कहना था कि उम्मीदवारों या सभी राजनीतिक दलों के लिए सुरक्षा व्यवस्था एक जैसी होनी चाहिए…कुछ राजनीतिक दलों की मांग थी कि प्रवासी जहां भी हैं उनके लिए ऐसी व्यवस्था की जाए कि वे ठीक से मतदान कर सकें, उनका मतदान प्रतिशत आमतौर पर कम रहता है….”
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हम यहां जम्मू-कश्मीर और पूरे देश में शांतिपूर्वक और अधिकतम भागीदारी के साथ चुनाव कराने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं.