भारत सरकार ने सोमवार को 16 पाकिस्तान यू-ट्यूब चैनल्स पर बैन लगा दिया है। इनमें डॉन न्यूज, समा टीवी और जिओ न्यूज शामिल हैं। सरकार का कहना है कि ये चैनल्स भारत और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ झूठी और भ्रामक खबरें चला रहे हैं।
सरकार ने यह कार्रवाई गृह मंत्रालय की रिकमंडेशन के बाद की है। थोड़ी देर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ के बीच एक अहम मीटिंग होने वाली है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आज एक विशेष सत्र भी बुलाया गया है।
इस बीच, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 15 ठिकानों पर रेड की है। सूत्रों ने बताया कि ये रेड उन आतंकवादियों के ठिकानों पर की गई है, जो PoK से ऑपरेट कर रहे हैं और इनके लिंक पहलगाम अटैक से जुड़े हैं।
पाकिस्तानी फौज ने पहलगाम हमले के बाद लगातार चौथे दिन सीजफायर वॉयलेशन किया। रविवार देर रात और सोमवार तड़के पाकिस्तानी सेना ने LoC पर फायरिंग की। भारतीय सेना ने भी इसका जवाब दिया।
सूत्रों ने बताया है कि भारत ने पहलगाम हमले के बाद सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील जानकारी फैलाने वाले पाकिस्तान के 16 यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगाया है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों के मारे जाने के कुछ ही दिनों बाद गृह मंत्रालय की सिफारिशों पर ये फैसला लिया गया है। प्रतिबंधित किए गए प्लेटफॉर्म में जियो न्यूज, डॉन, रफ्तार, बोल न्यूज, एआरवाई न्यूज, समा टीवी, सुनो न्यूज जैसे प्रमुख पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल शामिल हैं।
और किन-किन पाकिस्तानी चैनल पर बैन लगा?
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तानी मीडिया के चैनल्स के अलावा मुनीब फारूक, उमर चीमा, अस्मा शिराजी और इरशाद भट्टी जैसे पत्रकारों के यूट्यूब चैनल ब्लॉक किए गए हैं। प्रतिबंधित हैंडल में उजैर क्रिकेट, द पाकिस्तान रेफरेंस, रजी नामा और समा स्पोर्ट्स भी शामिल हैं। इन चैनलों के कुल 63 मिलियन सब्सक्राइबर बताए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, ये यूट्यूब चैनल भड़काऊ और सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील माने जाने वाले कंटेंट के साथ-साथ भारत, उसकी सेना और सुरक्षा एजेंसियों को निशाना बनाकर गलत और भ्रामक बयान और गलत सूचना फैला रहे थे।
पहलगाम के आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए
पहलगाम त्रासदी के बाद पड़ोसियों के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच ये कार्रवाई की गई है, जहां आतंकवादियों ने एक क्रूर हमले में 26 लोगों की हत्या कर दी थी। मरने वालों में 25 हिंदू पर्यटक थे। दावा है कि आतंकवादियों ने हिंदू नाम पूछकर लोगों को गोली मारी थी। इस कायरतापूर्ण आतंकी हमले के बाद भारत पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठा रहा है।
NIA सूत्र बोले- चाइनीज ड्रोन का इस्तेमाल
22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 टूरिस्ट की मौत हो गई थी। जम्मू-कश्मीर में अब तक 10 आतंकवादियों के घरों को ब्लास्ट में उड़ा दिया गया है। NIA इस हमले की जांच कर रही है। भास्कर को सूत्रों ने बताया कि हमले से पहले आतंकियों ने रेकी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया था।
एजेंसियों को शक है कि हथियारों की सप्लाई में भी चाइनीज ड्रोन का इस्तेमाल हो सकता है। सूत्रों ने बताया कि हमले के बाद आतंकियों के पुलवामा या अनंतनाग भागने की आशंका है। हमले के बाद इन रास्तों पर हलचल देखी गई थी।