लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पेश कर दिया गया है। संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने इस बिल को लोकसभा में पेश किया। इस बिल पर चर्चा के लिए 8 घंटे का समय रखा गया है लेकिन सरकार ने कहा है कि अगर सदन की सहमति होगी तो चर्चा का वक्त बढ़ाया भी जा सकता है। सरकार की तरफ से आज ही चर्चा का जवाब भी दिया जाएगा। इससे पहले सत्तारूढ़ दल बीजेपी ने अपने सभी सांसदों के लिए व्हिप जारी कर आज सदन में मौजूद रहने को कहा था। इसी तरह से TDP, JDU, RLD ने अपने सांसदों को व्हिप जारी कर दिया है। उधर वक्फ बिल का विरोध करने के लिए विपक्ष भी लामबंद है।
वक्फ को बदलने का वक्त आ गया है’
बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में बोलते हुए कहा, ‘वक्फ के नाम पर देश को बंटने नहीं देंगे। कांग्रेस बिल के खिलाफ भ्रम फैला रही है। वक्फ को बदलने का वक्त आ गया है। भारत को इसके खौफ से आजादी चाहिए। वक्फ सिर्फ 200 लोगों के हाथों में है और भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है।’
वक्फ का मतलब नहीं समझने वाले आज बोल रहे हैं’
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने वक्फ संशोधन बिल का पुरजोर विरोध किया है। उन्होंने लोकसभा में कहा, ‘वक्फ का मतलब नहीं समझने वाले आज बोल रहे हैं। मुसलमान वक्फ को समझता है, जानता है।’
वक्फ बिल किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है’
वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘वक्फ बोर्ड का जो बिल आया है, हम उसका समर्थन करते हैं। मुस्लिम महिलाओं को फिर एक बार वक्फ बोर्ड में भी जगह देने का काम इस बिल ने किया है। यह बिल किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है। जो गलतियां हुई थीं, उनको सुधारने वाला यह बिल है।’
घोटाले में खरगे का नाम- अनुराग ठाकुर
बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, “वक्फ ने लोगों का हक छीना है. ये विधेयक नहीं उम्मीद है. कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार 450 करोड़ रुपया इकट्ठा करता है, कहां खर्च करती है, कौन जवाब देता है. आपको एक-एक रुपया का जवाब देना चाहिए था. क्या आपने किसी मस्जिद का पैसा लिया. क्या आपने किसी वक्फ से पैसा लिया, लेकिन कर्नाटक में जो घोटाले हुए उनमें इनके राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का भी नाम आता है और मेरे पास सबूत भी हैं.”
हमें सौगत-ए-मोदी में ईद सेवइयां नहीं चाहिए- इमरान मसूद
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने संसद में कहा, “हमारा संविधान हमें साहिष्णुता सिखाता है. हमें इसे कमजोर नहीं करना चाहिए. हमें यही संरक्षण दे रहा है. ये बाबा साहेब के सपनों का संविधान है. सरकार की नजर जमीन पर है. अभी हमें सौगात-ए-मोदी मिली. हमें सौगत-ए-मोदी में ईद सेवइयां नहीं चाहिए, हमें शिक्षा दे दीजिए, रोजगार दे दीजिए.”
‘वीर सावरकर को गाली देने वालों से सवाल पूुछने की हिम्मत नहीं’
श्रीकांत एकनाथ शिंदे ने कहा, “मैं शिवसेना (यूबीटी) को चैलेंज देता हूं, जिन्होंने वीर सावरकर को गाली देने का काम किया उनसे सवाल पूछने का इनको हिम्मत नहीं है. वक्फ बिल पर भ्रम फैलाया जा रहा है. ये बिल मजहब की दीवार नहीं, विकास का द्वार है. विपक्ष अपने पाप छिपाने के लिए इस बिल का विरोध कर रहा है.”
अयोध्या में कई मंदिर तोड़े गए- अरविंद सावंत
शिवसेना (यूबीटी) सासंद अरविंद सावंत ने कहा, “मैं खुद भी जेपीसी में था, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि जेपीसी में कभी भी क्लॉज बाई क्लॉज चर्चा नहीं हुई. अयोध्या में लोगों ने आपको अपनी जगह दिखा दी. अयोध्या की मंदिरों को तोड़ा गया… मूर्तियां तोड़ी गई… लोगों ने आपको जगह दिखा दी, तो ये मत समझो कि आप जो कह रहे हो वो सब सही है.”
जेडीयू वक्फ बिल का समर्थन करती है- ललन सिंह
जेडीयू सासंद ललन सिंह ने कहा कि ये कौन-सा कानून है कि वक्फ ने जिस पर हाथ रखा दिया वो उसकी संपत्ति हो गई. विपक्ष पर निशाना साधते हुए जेडीयू सांसद ने कहा, “अगर आपको पारदर्शिता से चिढ़ा है, नफरत है… तो इसमें पीएम मोदी क्या करें? हमारी पार्टी जदयू इस बिल का पूर्ण समर्थन करती है.”
इस विधेयक को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच तनाव बढ़ गया है. सरकार इसे पारित कराने के लिए तैयार है, वहीं विपक्ष इसे असंवैधानिक बता रहा है. दोनों सदनों में इस पर 8-8 घंटे की चर्चा होगी.एनडीए ने अपने सांसदों को व्हिप जारी कर विधेयक के समर्थन में वोट देने को कहा है. एनडीए के बड़े सहयोगी दलों- टीडीपी, जेडीयू, शिवसेना और लोजपा (रामविलास) ने भी अपने सांसदों को सरकार के साथ रहने का निर्देश दिया है. एनडीए के कुछ सहयोगी दल विधेयक में और बदलाव चाहते हैं. संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) ने उनकी कुछ मांगों को मान लिया है. इससे एनडीए एकजुट दिख रहा है.
चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (TDP) और नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने बिल को समर्थन देने की घोषणा की है। दोनों पार्टियों ने अपने सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप भी जारी किया है।
दूसरी तरफ विपक्ष बिल के विरोध में है। मामले में तमिलनाडु की AIADMK, नवीन पटनायक की बीजू जनता दल और के चंद्रशेखर राव की भारत राष्ट्र समिति जैसी न्यूट्रल पार्टियां भी विपक्ष के साथ हैं। बीते दिन I.N.D.I.A ब्लॉक के दलों ने संसद भवन में बैठक करके बिल पर अपनी रणनीति को लेकर चर्चा की।
विपक्ष ने चर्चा का समय बढ़ाकर 12 घंटे करने की मांग भी की है। जिस पर किरेन रिजिजू ने कहा है कि चर्चा का समय बढ़ाया जा सकता है। देश भी जानना चाहता है कि किस पार्टी का क्या स्टैंड है।
कांग्रेस सांसद काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे
कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे। वे एक तख्ती लिए हुए थे- रिजेक्ट वक्फ बिल (वक्फ बिल को खारिज करते हैं)। कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियां वक्फ संशोधन बिल का विरोध कर रही हैं।
सत्ता पक्ष और विपक्षी सांसदों की बैठक
वक्फ संशोधन बिल पेश होने से पहले संसद भवन में सत्ता पक्ष के सांसदों की मीटिंग हुई। ये बैठक संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू के ऑफिस में हुई।
इधर, विपक्ष के नेता (LoP) राहुल गांधी ने कांग्रेस सांसदों की बैठक ली।
रिजिजू ने कहा कि हम सोच समझकर वक्फ संशोधन बिल ला रहे हैं। आज ऐतिहासिक दिन है। कुछ लोग ही बिल का विरोध कर रहे, पूरा देश साथ है। विपक्ष तर्क के साथ इसका विरोध करे। किरेन रिजिजू मुसलमान वक्फ अधिनियम, 1923 को निरस्त करने वाले विधेयक पर विचार करने का भी प्रस्ताव रखेंगे।
वक्फ बिल पर राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह का आ गया बयान
जेडीयू के नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा है कि वक्फ पर हमारा स्टैंड आप संसद में देख लेंगे. हमको कांग्रेस से सेक्युलरिज्म का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए. तेजस्वी यादव को कोई हक नहीं बात करने का. वे पहले बताएं कि एडल्ट होने से पहले ही करोड़पति कैसे हो गए. नौकरी के बदले जमीन लेने वाले हमको मत सिखाएं.
किरेन रिजिजू की अपील- देश हित में सब करें इस बिल का समर्थन
क एक तर्क का जवाब देंगे. रिजिजू ने कहा कि पीएम मोदी की सरकार के इस बिल को लोग सदियों तक रखेंगे. पारित होने के बाद विरोध करने वाले पछताएंगे.
देशभर में आंदोलन करेंगे, दिल्ली से होगी शुरुआत-AIMIM
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने साफ तौर पर धमकी दी है कि अगर वक्फ बिल लाया गया तो उसके खिलाफ वह देशव्यापी आंदोलन करेगी। AIMIM के दिल्ली अध्यक्ष डॉ. शोएब जामई ने सोशल मीडिया पर लिखा- अगर वक़्फ़ बिल जबरन मुसलमानों पर थोपने की कोशिश की गई तो देशव्यापी आंदोलन होगा और इसकी शुरुआत दिल्ली से करेंगे। “पिछली बार आंदोलन जहां से खत्म हुआ था शुरूआत वहीं से होगी”. हम अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल करेंगे और संविधान में अल्पसंख्यको को दिए गए अधिकार पर हमला बर्दाश्त नहीं करेंगे।
RLD ने भी व्हिप जारी किया
जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोकदल ने भी सांसदों के लिए व्हिप जारी किया। वक्फ बिल का संसद में समर्थन करेगी आरएलडी।
गरीब, पसमांदा और आम मुसलमानों को फायदा: जगदंबिका पाल
वक्फ संशोधन बिल 2024 पर भाजपा सांसद और वक्फ (संशोधन) विधेयक पर बनी JPC समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा, “यह मेहनत रंग लाई है। हमने (JPC कमेटी ने) इस बिल को लेकर दक्षिण भारत का दौरा किया था। हम उत्तर भारत का दौरा नहीं कर पाए थे। संसदीय कार्य मंत्री ने हमें कहा था कि हमारी मंशा है कि आप देश के हर राज्य में जाएं। हर दिन हुई बैठकों में सभी नेता भी शामिल थे और आज संशोधित रूप में इस बिल को लेकर सरकार आ रही है। यह निश्चित ही एक ऐतिहासिक दिन है। आज इस बिल के पास होने से देश के गरीब, पसमांदा और आम मुसलमानों को इसका फायदा पहुंचेगा।”
चर्चा का जवाब आज ही देगी सरकार
दोपहर 12.15 मिनट पर लोकसभा में चर्चा शुरू होगी। वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा का जवाब आज ही दिया जाएगा। बीजेपी की ओर से सात सांसद वक्फ बिल पर बोलेंगे। रविशंकर प्रसाद, तेजस्वी सूर्या, कमलजीत सहरावत, जगदंबिका पाल बीजेपी की से लोकसबा में बोलेंगे। एनडीए को 4 घंटे 40 मिनट का वक्त मिला।
संविधान के साथ मजाक: इमरान मसूद, कांग्रेस सांसद
वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, “हम सदन में चर्चा करने के लिए तैयार हैं। सरकारी बार-बार कह रही है कि मुस्लिम समुदाय का कुछ नहीं बगड़ेगा लेकिन सरकार ने इसमें(वक्फ) संशोधन करके यह प्रावधान कर दिया है कि कोई भी संपत्ति जो सरकारी हो, जिसमें सरकारी हिस्सेदारी हो या वे विवादास्पद हों, उसे जब तक वक्फ नहीं माना जाएगा तब तक उसकी जांच पदाभिहित अधिकारी को दी जाएगी। जब तक जांच नहीं होगी तब तक वह संपत्ति वक्फ की नहीं रहेगी। विवाद की जो स्थिति पूरे देश में खड़ी हुई है वह बहुत खतरनाक है। संविधान के साथ पूरी तरह से मजाक किया जा रहा है।”
संपत्तियों का सही तरीके से होगा नियोजन: विनोद बंसल
वीएचपी नेता विनोद बंसल ने कहा, ‘मैं सब को शुभकामनाएं देता हूं कि इस बिल से देश की संपत्तियों की सुरक्षा होगी और सही तरीके से नियोजन होगा। गरीब और वंचित वर्ग के लिए कल्याणकारी होगा। लाखों हेक्टेयर जमीन वक्फ बोर्ड के पास है चाहे वह कब्जाई हुई है या फिर अधिकृत है लेकिन उसे किसी का कोई भला नहीं हो रहा। बस चंद मुस्लिम तंजीमोन और उलेमा उन संपत्तियों पर कब्जा करके बैठे हैं। इतनी संपत्तियों को नियमित किया जाए तो इतना किराया आएगा कि लोगों का फायदा होगा। इस बिल के आने से पहले जिस तरह का प्रोपेगेंडा और बरगलाने की कोशिश की जा रही है वह निंदनीय है। मुस्लिम समुदाय को कट्टरपंथियों से दूर रहना चाहिए। जो संसद में बिल आ रहा है उसका अध्ययन कीजिए समाज को बताइए और फिर उसका विरोध कीजिए कोई दिक्कत नहीं है लेकिन भारत में किसी तरह की हिंसा की कोई जगह नहीं है।
विपक्ष के उठाए गए मुद्दों पर विचार किया जाना चाहिए: किरण कुमार चमाला
कांग्रेस सांसद किरण कुमार चमाला ने कहा, “निश्चित रूप से, हम इस विधेयक का विरोध करेंगे यदि इसमें कुछ ऐसा है जो किसी विशेष समुदाय के खिलाफ है या उस समुदाय को खत्म करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने (सरकार ने) इस पर चर्चा करने के लिए आज आठ घंटे का समय दिया है। हमारा अंतिम एजेंडा यह है कि जब चर्चा हो, तो विपक्ष या सत्ताधारी पार्टी के सदस्यों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर विचार किया जाना चाहिए क्योंकि यह एक लोकतांत्रिक मंच है, उन्हें जेपीसी की तरह बुलडोजर नहीं चलाना चाहिए।”