बिहार के प्रसिद्ध डेयरी ब्रांड सुधा के प्रोडक्ट अब अमेरिका तक पहुंचेंगे. बिहार राज्य दुग्ध सहकारी संघ लिमिटेड (कॉम्फेड) ने अपने घी को अमेरिका के बाजार में लॉन्च करने की तैयारी कर ली है. इसके साथ ही गुलाब जामुन, सोनपापड़ी और बालूशाही का भी निर्यात किया जाएगा. यदि सब कुछ प्लान के अनुसार रहा तो मार्च के अंत तक इन बिहारी उत्पादों अमेरिकी बाजार में उपलब्ध करवाया जाएगा.
अमेरिका भेजने के लिए सभी उत्पादों को नालंदा, बरौनी और सीतामढ़ी के सुधा डेयरी प्लांट में बनाया जाएगा. नालंदा प्लांट से घी, बरौनी प्लांट से गुलाब जामुन, और सीतामढ़ी प्लांट से सोनपापड़ी के साथ बालूशाही भेजी जाएंगी. यह जानकारी पशु और मत्स्य संसाधन विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ. एन विजयलक्ष्मी ने दी. उन्होंने कहा कि अमेरिका को खाद्य पदार्थों के निर्यात से पहले कई मानकों पर उत्पाद का परीक्षण किया जाता है. सुधा उत्पादों के निर्यात सर्टिफिकेट के लिए एक्सपोर्ट काउंसिल ऑफ इंडिया (इसीआइ) को आवेदन दिया है. अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) के मानकों के अनुसार सभा प्रोडक्ट को तैयार किया जाएगा.
अंतिम चरण में लाइसेंस की प्रक्रिया
कॉम्फेड से प्राप्त जानकारी के अनुसार नालंदा डेयरी को घी निर्यात का लाइसेंस मिल चुका है, जबकि बरौनी और सीतामढ़ी के लिए लाइसेंस प्रक्रिया अंतिम चरण में है. सभी प्लांट में आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, और जल्द ही सुधा के उत्पाद अमेरिका के बाजारों में उपलब्ध होंगे. अब बिहार में बने घी के अलावे बिहार की मिठाइयों को विदेशी बाजार मिलने वाली है. आपको बता दें कि अभी सुधा के उत्पाद देश के विभिन्न राज्यों में भेजे जा रहे हैं.
रोजाना होती है 16 लाख लीटर दूध की बिक्री
कॉम्फेड से बिहार के लगभग 12 लाख दूध उत्पादक किसान अलग समितियों के माध्यम से जुड़े हैं. रोजाना लगभग 24 लाख लीटर दूध का संग्रहण होता है. इसमें से रोजाना 16 लाख लीटर दूध की बिक्री होती है. बाकी बचे दूध से पेड़ा, रसगुल्ला, चमचम सहित अलग अलग मिठाई तैयार होती है. लगभग 2 लाख लीटर दूध का रोजाना पाउडर तैयार किया जाता है.