बिहार के पहले चरण के लोकसभा चुनाव में आज मतदाताओं का महत्वपूर्ण दिन है. राज्य निर्वाचन विभाग के मुताबिक आज बिहार के चार संसदीय क्षेत्रों – औरंगाबाद, जमुई, नवादा और गया में मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इनमें से दो क्षेत्र जमुई और गया आरक्षित सीटें हैं. कई केंद्रों से मतदान कर्मियों को हेलीकॉप्टर से पहुंचाया गया. यहां मतदान करने वाले नागरिकों की संख्या 76.01 लाख से अधिक है. वहीं चुनाव को देखते हुए सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं और आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए एयर एंबुलेंस उपलब्ध है. इसको लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर. श्रीनिवास ने बताया कि, ”चार लोकसभा सीट के 24 विधानसभा क्षेत्र में मतदान सुबह 7 बजे से शुरू होंगे. नक्सल प्रभावित क्षेत्र में मतदान शाम 4 बजे तक कराए जाएंगे. पहले चरण में 15 विधानसभा सीट नक्सल प्रभावित हैं, जहां 4 बजे तक मतदान होगा, जबकि, 9 विधानसभा क्षेत्रों में शाम 6 बजे तक वोट डाले जाएंगे.
गया में सात बजे से वोटिंग शुरू हो गई है। नैरंगा मिडिल स्कूल बूछ 118 और 119 पर लोग आने लगे हैं। 9 बजे तक 9.30 फीसदी वोटिंग हुई थी। अब 11 बजे तक 14.50 प्रतिशत मतदान हो चुका है। पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। बड़ी संख्या में पारा मिलिट्री फोर्स और बिहार पुलिस के जवान सुरक्षा में लगाए गए हैं। वोटिंग छह विधानसभा में 4 बजे तक ही होगी। ये नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। शेष तीन गया टाउन, बेलागंज और वजीरगंज में 6 बजे तक वोटिंग होगी।
गुरुआ विधानसभा की कोलौना पंचायत सूंगारिस गांव के वार्ड नंबर-8 के हजारों मुस्लिम समुदाय के मतदाताओं ने वोट का बहिष्कार कर प्रदर्शन किया है। इनका कहना है सड़क नहीं तो वोट नहीं।
बूथ संख्या 325 खाली, वोट बहिष्कार
वोट बहिष्कार करने वाले ग्रामीण बुजुर्ग शमीम अख्तर ने कहा कि आजादी के बाद से ही मुख्य सड़क मार्ग से गांव तक की 1 किलोमीटर का पहुंच पथ अब तक नहीं बना है। करीब 52 वर्षों से मोहम्मद प्रवेज आलम और उनके पुरखें मुखिया पद पर काबिज हैं। कई विधायक और सांसद बदल चुके हैं लेकिन गांव तक पहुंच पथ नहीं बना।
मोहम्मद कलीम अंसारी ने कहा कि तमाम सरकार के नुमाइंदे और जन प्रतिनिधियों को इस समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन केवल आश्वासन मिला। सड़क नहीं रहने से इन ग्रामीणों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अंत में नहीं चाहते हुए भी हम लोगों ने वोट बहिष्कार किया है। वि्गत 4 वर्षों से काबिज स्थानीय विधायक विनय यादव गांव पहुंचे और गांव वालों को समझाया लेकिन वे मानने को तैयार नहीं हुए। उनका साफ तौर से कहना है रोड नहीं तो वोट नहीं। फिलहाल वे अपनी मांग पर डटे हैं।
साइकिल से वोट देने के लिए आए प्रेम कुमार
वहीं, बूथ नंबर 133 पर बिहार सरकार के मंत्री प्रेम कुमार साइकिल से वोट देने के लिए आए। इस दौरान उन्होंने कहा कि सब कुछ सामान्य चल रहा है चारों जगह से हम जीत रहे हैं। चारों लोकसभा विधानसभा से जीत रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कड़ाही छाप पर वोट करने की भी बात कही।
यह बात सुनते ही पास में खड़े महागठबंधन के कार्यकर्ता भड़क गए उन्होंने कहा कि यह इलेक्शन के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है। इस तरह से एक मंत्री को सड़क पर लोगों को एक निश्चित उम्मीदवार के प्रति मतदान करने के लिए नहीं कहना चाहिए। ऐसा करना नाजायज है। इस तरह की हरकत एक मंत्री को शोभा नहीं देती।
जिले के 18 लाख 16 हजार 815 वोटर्स शुक्रवार को 14 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। 1879 मतदान केंद्रों पर मतदान हो रहा है। जबकि औरंगाबाद लोकसभा के तहत गया जिले में आने वाले 1038 बूथों पर मतदान हो रहे हैं। यानी कुल 2917 बूथ पर मतदान किए जा रहे हैं। इसमें अति नक्सल प्रभावित बूथ भी शामिल हैं जो बेहद ही संवेदनशील हैं। इनका खुलासा पुलिस प्रशासन नहीं कर रहा है।
हालांकि 16 बूथ ऐसे हैं जिस पर पुलिस की पैनी नजर बनी है। इसका कारण यह है कि उस 16 में 6 ऐसे बूथ हैं जो इससे पूर्व के इलेक्शन में नक्सली के डर से पड़ोस के जिले औरंगाबाद में शिफ्ट कर दिए जाते थे। इस बार ऐसा नहीं है। उन छह बूथों को उनके मूल स्थान पर ही रखा गया है।
इस बार बूथों का शिफ्ट नहीं किया जाएगा
शेष 10 ऐसे भी हैं जो मूल स्थान पर पूर्व के हुए चुनाव में नहीं रखा गया था। उन्हें पास के सुरक्षित स्थान पर पूर्व में शिफ्ट किया जाता रहा है लेकिन इस बार उन्हें भी मूल स्थान पर ही रखा गया है। जिला पुलिस ने इस बार नक्सलियों से डरने के बजाय उन्हें बड़ी चुनौती दी है। इन बूथों पर बड़ी संख्या में जिला पुलिस बल और पारा मिलिट्री फोर्स तैनात किए गए है। छकरबन्धा में दो हेलीपैड तैयार किए गए हैं। आपात स्थिति में हेलीकॉप्टर का ही इस्तेमाल कर स्थिति को काबू में किया जाएगा।
तीन बूथों को सिर्फ महिला कर्मी ही संचालित करेंगी
2917 में से तीन बूथ ऐसे हैं जिसे केवल महिला कर्मी ही संचालित कर रही हैं। एक बूथ ऐसा भी है जिसे केवल दिव्यांग कर्मी संचालित कर रहे हैं। इसके अलावा एक बूथ ऐसा तैयार किया गया है जिस पर केवल युवा कर्मी जिनकी उम्र 30 से कम है वे संचालित कर रहे हैं।
आधे मतदान केंद्रों की वेब कास्टिंग कराई जा रही है
डीएम ने बताया है कि मतदाता मतदान करने के लिए अपने साथ वोटर आईकार्ड (एपिक) लेकर मतदान केंद्र पर जरूर जाएं। घरों पर बीएलओ की ओर से दिए गए मतदाता पर्ची केवल जानकारी के लिए है। केवल उसके आधार पर मतदान नहीं किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मतदाता पहचान पत्र नहीं रहने की स्थिति में आयोग की ओर से 12 प्रकार के प्रमाण पत्र की सुविधा दी गई है। उसमें से एक अपने साथ लेकर मतदान करने के लिए लेकर जाएं। किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी।
डीएम डॉ. त्यागराजन ने बताया कि सभी बूथों पर बेसिक सुविधाओं का ख्याल प्रॉपर रखा गया है। 2917 मतदान केंद्रों में से आधे मतदान केंद्रों की वेब कास्टिंग कराई जा रही है। वेब कास्टिंग ऑडियो वीडियो के साथ उपलब्ध होगा।
किसी भी प्रकार की समस्या पर 15 मिनट पर अधिकारी पहुंचेंगे
एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि घुड़सवार पुलिस दस्ता भी चुनाव ड्यूटी में है। जो नदी के किनारे वाले इलाके में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की सूचना मिलने के 15 मिनट के भीतर जिले के किसी भी बूथ पर वरीय अधिकारी पुलिस बल के साथ मौजूद होंगे। उन्होंने बताया कि 10 से 12 बूथों को मिलाकर एक सेक्टर, एक थाना क्षेत्र को एक जोन और 49 थाना को 9 सुपर जोन में बांटा गया है। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में सीसीए की कार्रवाई की गई है। जिला बदर भी किए गए हैं। यही नहीं जेल में बंद अपराधी शाने अली को जेल में ही अलग से डिटेन किया गया है।
नवादा लोकसभा क्षेत्र सुबह 7 बजे से वोटिंग हो रही है। वोटिंग को लेकर मतदाताओं में उत्साह देखा जा रहा है। सुबह 11 बजे तक नवादा में 17.65 फीसदी वोटिंग हुई। जबकि सुबह 9 बजे तक नवादा में 7.10 फीसदी वोटिंग हुई थी।नवादा के रजौली के सवैया ताड़ पंचायत स्थित उर्दू मध्य विद्यालय सिमरातरी के बूथ संख्या 337 के ईवीएम में तकनीकी खराबी के बाद उसे ठीक किया गया।
नवादा लोकसभा के दनिया कौआकोल मतदान केंद्र पर दोपहर 12 बजे तक कोई मतदाता नहीं पहुंचा है। बताया जा रहा है कि यहां के वोटरों ने बूथ स्थानांतरण के विरोध में वोटिंग का बहिष्कार कर दिया है।
बूथ से एसएलआर राइफल और 20 गोली चोरी, सिपाही सस्पेंड
नवादा में बूथ संख्या 234 से एक सिपाही की एसएलआर राइफल और 20 गोली चोरी हो गई। इस मामले में जांच के बाद लापरवाही बरतने को लेकर सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है। नवादा एसपी कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि सुबह 4 बजे मतदान केन्द्र सं-234 गांव राजो बिगहा, प्राथमिक विद्यालय से सूचना मिली की समस्तीपुर जिला बल के सिपाही-558 उत्तम कुमार राउत का एसएलआर रायफल, जिसमें 20 राउंड गोली थी। वो नहीं मिल रहा है। इसके बाद पकरीबरावो थाना अध्यक्ष ने मौके पर पहुंचकर जांच की। इस मामले में प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।
जमुई में सुबह 11 बजे तक 19.33 प्रतिशत वोटिंग हुई है। शांतिपूर्ण तरीके से मतदान चल रहा है। बूथों पर भारी तादाद में वोटर्स पहुंच रहे। अपने प्रत्याशियों के लिए वोट कर रहे। युवाओं में भी अलग उत्साह देखने को मिल रहा है। उनका कहना है कि हम पढ़ाई, बेरोजगारी को खत्म करने, विकास के मुद्दों पर वोट करने आए हैं। परिवर्तन चाहते हैं कि भविष्य में कुछ अच्छा हो।
वहीं जमुई के विभिन्न केंद्रों से तरह-तरह की तस्वीरें आ रही हैं। कहीं दिव्यांग तो कहीं बुजुर्ग मतदाता वोट देने पहुंच रहे हैं। चकाई विशनपुर के बूथ नंबर 143 पर एसएसबी के जवानों ने बुजुर्ग महिला और पुरुष को मतदान केंद्र तक पहुंचाया है।
देखें मतदान केंद्र से कुछ तस्वीरें…
पूर्व मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव की बेटी दिव्या प्रकाश ने कहा कि मैं अपने गांव से वोट देकर आ रही। वहां का माहौल बहुत बढ़िया है। हमारी जीत निश्चित है। जो पहले नहीं जुड़े थे, वो भी हमसे जुड़ रहे हैं।
वोट देकर आए उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भास्कर से कहा कि वोट देकर बिहार को विकसित करना है। देश को आगे बढ़ाना है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत श्रेष्ठ होगा। सब अपना योगदान दें।
प्राथमिक विद्यायल लखनपुर उतरी/ दक्षणी में बूथ संख्या 73 पर उपमुख्यमंत्री ने मतदान किया जबकि पिता शकुनी चौधरी ने बूथ संख्या 74 प्राथमिक पर वोट दिया है। वहीं, वोट देकर आए शकुनी चौधरी ने कहा कि भाजपा एक सशक्त सरकार होने का उदाहरण है। यहां मुकाबला एक तरफा है। उन्होंने कहा कि एनडीए प्रत्याशी की जीत होगी।
इसके अलावा बूथ संख्या 258 पकरी में मतदान करने पहुंचे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने अपना वोट दिया है। सुमित सिंह ने कहा कि सभी प्रत्याशी महनत करते हैं। अपने दल के नेता को जिताने के लिए तैयार रहते हैं। पीएम मोदी समझ नहीं पा रहे, जनता के बीच काफी उमंग है, आंकड़ा 400 नहीं 400 के पार तक जाएगा।
वहीं, बरहट के अति नक्सल क्षेत्र गुरमहा और चोरमरा इलाके के लिए 173 बूथ उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोयबा में बनाया गया है। यहां 1058 वोटर हैं, ढाई घंटे में केवल अभी तक 9 वोट पड़े हैं।वहीं, मतदान कर्मी वोटरों के इंतजार में थकहार कर सोते दिख रहे हैं।
पूर्व मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव भी वोट देकर आए और कहा कि भारी मतदान हो रहा है। एनडीए का सफाया होगा। भारी मतों से अर्चना रविदास जीतेंगी। वहीं, तारापुर लोकसभा क्षेत्र में भी वोटिंग चल रही है। तारापुर के जेडीयू विधायक राजीव सिंह ने भी वोट दिया है। उन्होंने कहा कि विकास के नाम पर लोग वोट दे रहे हैं। एनडीए को जिताना है।
डीएम राकेश कुमार ने जनता से अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा मत का प्रयोग स्वतंत्र होकर करें। कहीं से कोई अप्रिया घटना की सूचना नहीं है।
जमुई में बूथ नंबर-174 पर वोट देने आई महिलाएं ने बताया कि विकास सबसे पहला मुद्दा है। गरीबी के खिलाफ लड़ाई, भ्रष्टाचार सबसे भी मुद्दा है। महिलाओं के लिए स्वरोजगार चाहिए, ये सारी चीजें देखकर हम वोट देने आए हैं। एक 74 साल की महिला ने कहा कि हमने भाजपा को वोट दिया है। विकास के नाम पर वोट किया है। बता दें कि जमुई में सुबह सात बजे से वोटिंग शुरू है। केंद्रों पर महिला मतदाता में भी खास उत्साह देखने को मिल रहा है।
जमुई में मतदान चल रहा है। लोग मतदान केंद्र पर पहुंच रहे हैं। इससे पहले लोकसभा चुनाव को लेकर जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली। इसकी जानकारी डीएम राकेश कुमार और एसपी डॉक्टर शौर्य सुमन ने दी है।
डीएम राकेश कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन निष्पक्ष, पारदर्शी भय मुक्त और शांतिपूर्ण मतदान के लिए पूरी तरह तैयार है। जिले को 146 सेक्टर 49 जोन और 14 सुपर जोन में बांटा गया है। इस प्रकार हर एक मतदान केंद्र चार स्तरीय सुरक्षा घेरा में होगा। इस दौरान जिला पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने मतदाताओं से भी बढ़-चढ़कर मतदान में हिस्सा लेने की अपील की है।
जिला पदाधिकारी ने बताया कि जमुई लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत 19 लाख 7126 मतदाता मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसमें 9 लाख 97 हजार 209 पुरुष और 9 लाख 9 हजार 866 महिला मतदाता के अलावा 51 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। उन्होंने सर्विस वोटर की संख्या 3493 बताई है। जिले में नक्सल प्रभावित एवं क्रिटिकल बूथ पर पुलिस प्रशासन की विशेष नजर होगी। यहां क्रिटिकल बूथ की संख्या 502 और नक्सल प्रभावित मतदान केंद्र संख्या 223 है।
सूक्ष्म निगरानी रखने के लिए 310 माइक्रो ऑब्जर्वर
जमुई लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत कुल मतदान केंद्र 1941 है, जबकि जमुई जिला में मतदान केंद्र की संख्या 1319 है। इन मतदान केंद्रों पर सूक्ष्म निगरानी रखने के लिए 310 माइक्रो ऑब्जर्वर है। इसके अलावा 31 माइक्रो ऑब्जर्वर को रिजर्व में रखा गया है। उन्होंने बताया कि मतदान केंद्र पर नजर रखने के लिए वेब कास्टिंग की भी व्यवस्था की गई है। जमुई लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत 19 हजार 922 वलन रेबल मतदान चिह्नित किए गए हैं। इसमें 8 हजार 59 मतदान जमुई जिला के अधीन हैं। वोटिंग सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक होगी
पहले चरण में लोकसभा चुनाव को लेकर औरंगाबाद में वोटरों में उत्साह देखा जा रहा है। मतदाता कतारों में लग कर मतदान कर रहे हैं। यहां सुबह 11 बजे तक 15.04 फीसदी वोटिंग हुई।
शहर के रामलखन सिंह यादव काॅलेज बूथ नंबर 283 पर सुबह से महिलाएं और पुरुष कतार में वोटिंग के लिए खड़े दिखे। औरंगाबाद के ज्यादातर विधान सभा क्षेत्र नक्सल प्रभावित रहे हैं। इसलिए इस पर चुनाव आयोग सहित प्रशासन की कड़ी नजर है। जिले में सुबह 9 बजे तक 6.01% वोटिंग हुई।
मतदान करने बूथ पर पहुंची महिलाओं ने कहा कि हम चाहते हैं हमारे इलाके का विकास हो। मतदान केन्द्र पर वोटिंग को लेकर महिलाओं में उत्साह देखा जा रहा है। एक पोता अपनी दिव्यांग दादी को वोट दिलाने के लिए गोद में उठाकर पहुंचा।
औरंगाबाद में 2,039 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं
औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में 6 विधानसभा हैं। इसमें औरंगाबाद में शाम 6 बजे तक वोटिंग होगी जबकि कुटुंबा,रफीगंज, गुरुआ, इमामगंज और टेकरी में शाम 4 बजे तक ही वोटिंग होगी। यानी ये इलाके नक्सल प्रभावित माने गए हैं। औरंगाबाद में कुल 2039 बूथ बनाए गए हैं।
राजपूत वोट बैंक निर्णायक
औरंगाबाद लोकसभा सीट सवर्ण जातियों में आने वाली राजपूत जाति के लिए प्रतिष्ठा की सीट बनी हुई है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने यहां कुशवाहा कार्ट खेलकर चक्रव्यूह तैयार करने की कोशिश की है। कुशवाहा कार्ड से वे गया लोकसभा को भी साधना में लगे हैं। औरंगाबाद में राजपूतों का कब्जा रहा है। इसलिए इसे मिनी चित्तौड़गढ़ भी माना जाता है। राजपूत वोट बैंक निर्णायक जीत-हार में यहां निर्णायक हैं।
यहां से तीन बार से सांसद रहे बीजेपी कैंडिडेट सुशील कुमार सिंह के विरोध में एंटी इनकंबेंसी काफी है। दूसरी तरफ आरजेडी ने जेडीयू छोड़ कर आए अभय कुशवाहा को यहां से उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार यहां से चुनाव लड़ना चाह रहे थे लेकिन यह सीट राष्ट्रीय जनता दल के कोटे में चली गई। इसलिए निखिल कुमार की नाराजगी काफी रही। 2004 के लोकसभा चुनाव में निखिल कुमार ने जेडीयू के सुशील कुमार सिंह को 7460 वोटों से पराजित किया था। देव के सूर्य मंदिर से औरंगाबाद की बड़ी सांस्कृतिक पहचान है।
6 विधानसभा के वोटर करेंगे मतदान
राजपूत वोटर लगभग सवा दो लाख हैं जो किसी की जीत हार में बड़े फैक्टर हैं। इस क्षेत्र की पहचान अनुग्रह बाबू और उनके पुत्र पूर्व मुख्यमंत्री सत्येन्द्र नारायण सिन्हा के नाम से भी है। औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में कुटुम्बा और इमामगंज अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट हैं। इसके अलावा औरंगाबाद, रफीगंज, गुरुआ और टिकारी यानी कुल छह विधान सभा इसमें पड़ते हैं। 2019 में यहां बीजेपी के सुशील कुमार सिंह ने उपेन्द्र प्रसाद को पराजित किया था।