एनसीपी यानी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने देश के मशहूर उद्योगपति गौतम अडानी की न केवल जमकर तारीफ की है, बल्कि उनका शुक्रिया भी अदा किया है. दरअसल, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने उद्योगपति गौतम अडानी को ₹25 करोड़ का दान देकर बारामती में एक नया प्रौद्योगिकी केंद्र स्थापित करने में मदद करने के लिए धन्यवाद दिया. यह वाकया तब हुआ, जब शरद पवार ने फिनोलेक्स के दीपक छाबड़िया के साथ शनिवार को बारामती में विद्या प्रतिष्ठान के इंजीनियरिंग विभाग में रोबोटिक लैब का उद्घाटन किया.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बारामती में विद्या प्रतिष्ठान के इंजीनियरिंग विभाग में रोबोटिक लैब का उद्घाटन करने के बाद शरद पवार ने केंद्र की स्थापना के लिए संयुक्त रूप से ₹35 करोड़ का दान देने के लिए अडानी और शिर्के कंस्ट्रक्शन के विजय शिर्के को धन्यवाद दिया. शरद पवार ने कहा कि हमने अपने दो ‘सहयोगियों’ से आग्रह किया था, जिसके बाद दोनों आगे आए और सहायता की पेशकश की. उन्होंने कहा, ‘हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर भारत का पहला उत्कृष्टता केंद्र बनाने की प्रक्रिया में हैं, जिसके लिए ₹25 करोड़ की आवश्यकता है. सौभाग्य से मेरे आग्रह करने पर हमारे दोनों सहयोगी मदद करने के लिए तैयार हो गये हैं.
एनसीपी चीफ ने कहा कि इस काम के लिए गौतम अडानी 25 करोड़ का दान देने पर सहमत हो गए हैं, वहीं निर्माण क्षेत्र की एक अग्रणी कंपनी के पुणे स्थित उद्योगपति विजय शिर्के ₹10 करोड़ देने पर सहमत हो गए हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं विजय शिर्के को उनकी मदद के लिए धन्यवाद देता हूं. वहीं, इस प्रोजेक्ट को हकीकत में बदलने के लिए गौतम अडानी ने संस्था को 25 करोड़ रुपये का चेक भेजा है. हम इन दो उद्योगपतियों की मदद से अब इस परियोजना का निर्माण कर रहे हैं. मुझे अडानी का नाम लेना होगा और उनके योगदान के लिए उन्हें धन्यवाद देना होगा.’
उद्धव ने बोला था हमला
दरअसल, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने ऐसे वक्त में अडानी की तारीफ की है, जब कुछ दिनों पहले ही उद्धव ठाकरे ने अडानी के बहाने भाजपा पर हमला बोला था और धारावी TDR यानी धारावी पुनर्विकास परियोजना को दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला बताया था. बता दें कि इस धारावी पुनर्विकास परियोजना का नेतृत्व अडानी की फर्म कर रही है. पिछले सप्ताह अडानी के कार्यालय पर मार्च निकालने के बाद उद्धव ठाकरे ने परियोजना को अडानी समूह की कंपनी को सौंपने के लिए एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला किया था. हालांकि, अडानी को लेकर शरद पवार पहले भी सॉफ्ट दिखते रहे हैं.