लाठीचार्ज के दौरान मारे गए भाजपा नेता विजय कुमार सिंह को इंसाफ दिलाने के लिए भाजपा हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत करने वाली है। इस पर जदयू ने भाजपा को सलाह दी है कि वह बहु प्रचारित हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत उन घरों से करें, जिनके स्वजन 27 अक्टूबर 2013 को गांधी मैदान और पटना रेलवे में हुए बम विस्फोट में मारे गए थे।
बता दें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव की तैयारी के सिलसिले में गांधी मैदान में आयोजित इस सभा के मुख्य वक्ता गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी (मौजूदा प्रधानमंत्री) थे।
विस्फोट में मारे गए थे छह लोग
जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार के अनुसार, मोदी ने घोषणा की थी कि मृतकों के स्वजनों की देखभाल भाजपा करेगी, उन्हें सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। नीरज के मुताबिक, दोनों जगहों पर हुए विस्फोट में छह लोग मारे गए थे।
ये हैं मृतकों के नाम- राजनारायण सिंह (कमरजी, गौरीचक थाना), गुड्डू कुमार सिंह उर्फ विकास सिंह (करमचक सबर, कैमूर), राजेश कुमार (कलसा हियापुर, सरमेरा, नालंदा), विन्देश्वरी चौधरी (बरियारपुर, खोदावंदपुर, बेगूसराय), मुन्ना श्रीवास्तव (बड़ी धनेश, थाना हथुआ, गोपालगंज) एवं भरत रजक (सिमराही, थाना राघोपुर, सुपौल)।
जदयू के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ भाजपा हस्ताक्षर अभियान चला रही है। यह समय है कि भाजपा 2013 के बम विस्फोट में जान गंवाने वाले अपने कार्यकर्ताओं के स्वजनों से इसकी शुरुआत करें। उनके हस्ताक्षर लें।
जदयू नेता की मांग- BJP दिखाएं नियुक्ति पत्र
जदयू नेता ने कहा कि वह नियुक्ति पत्र भी दिखाए, जिसके आधार पर स्वजनों को सरकारी नौकरी मिली हुई है। भाजपा राज्य की जनता को यह भी बताए कि इन स्वजनों को केंद्र सरकार या भाजपा शासित किस राज्य में सरकारी नौकरी दी गई है। संभव हो तो उनके पदनाम भी बताएं।
जदयू नेता नीरज ने कहा कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले इन स्वजनों के घरों को भाजपा नेताओं ने तीर्थस्थल बना दिया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद भाजपा के किसी नेता ने इनकी सुध नहीं ली।