राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में उस वक्त विवाद खड़ा हो गया, जब यात्रा बनिहाल में रुक गई। इसके बाद राहुल गांधी मीडिया के सामने आए और उन्होंने बताया कि किस वजह से यात्रा को बीच में रोकना पड़ा। राहुल ने जम्मू-कश्मीर पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि यात्रा को सुरक्षा नहीं मुहैया कराई गई। राहुल ने कहा कि आगे ऐसा नहीं होना चाहिए, इसका सरकार को ध्यान रखना चाहिए। राहुल ने कहा कि जिन पुलिसवालों के पास सुरक्षा की जिम्मेदारी थी, वो कहीं नजर नहीं आ रहे थे।
बनिहाल में मीडिया को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘पुलिस की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई, जिन पुलिसकर्मियों को भीड़ को कंट्रोल करना था वे कहीं नहीं दिख रहे थे। मेरे साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों को मेरे साथ चलने में बहुत दिक्कत हो रही थी, इसलिए मुझे यात्रा को रोकना पड़ा। बाकी यात्रियों ने यात्रा जारी रखी। जो पुलिसवाले क्राउड को कंट्रोल करते हैं या रस्सियों को मैनेज करते हैं वो चले गए या दिखे नहीं। इसलिए हम नहीं चल पाए। मेरे सुरक्षाकर्मी जो सलाह दे रहे हैं उसके खिलाफ जाना बहुत कठिन है। मिनिस्ट्री को चाहिए जो क्राउड कंट्रोल होता है पुलिस का जो रोल होता है उसको गारंटी करें। मुझे नहीं पता ऐसा क्यों हुआ, लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए।’
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जयराम रमेश ने कहा, ‘आज उनको करीब 16 किलोमीटर चलना था- बनिहाल से अनंतनाग तक। मुश्किल से वो चार किलोमीटर चल पाए। बाकी सभी भारत यात्रियों ने 16 किलोमीटर पूरा किया, आज जो हुआ वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था। प्रशासन से सुरक्षा को लेकर राहुल गांधी की बातचीत चल रही है। हम आज, कल और परसों कश्मीर में हैं। 30 जनवरी को श्रीनगर में पीसीसी दफ्तर में हम तिरंगा फहराएंगे। 13 पार्टियों के नुमाइंदे वहां मौजूद होंगे। डेढ़ घंटे का यह समारोह होगा। ये भारत जोड़ो यात्रा का अंतिम समारोह होगा।’
जयराम रमेश ने कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के बारे में भी जानकारी दी। रमेश ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए मीडिया को बताया, ‘मोदी सरकार की विफलताओं के खिलाफ हाथ से हाथ जोड़ो अभियान कल से शुरू हुआ है। 26 मार्च तक हमारा ये अभियान चलेगा। मोदी सरकार की विफलताओं के बारे में हमारे कार्यकर्ता एक चार्जशीट घर-घर तक पहुंचाएंगे। इस अभियान की इसलिए जरूरत पड़ी ताकि हम सभी लोगों तक भारत जोड़ो यात्रा का संदेश पहुंचा सकें। जम्मू-कश्मीर में कई राजनीतिक मसले हैं। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हम इस पर चर्चा नहीं कर रहे हैं। जो हमारे देश और समाज के सामने खतरे हैं, उनको जनता के बीच ले जाने के लिए भारत जोड़ो यात्रा को निकाला गया है। कांग्रेस पार्टी सोचती है कि तीन ऐसे मुद्दे हैं, जिनसे हमारे समाज और लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा हुआ है। आर्थिक विषमताएं बढ़ रही हैं। एक ही उद्योगपति और पूंजीपति को सारे उद्योग सौंपे जा रहे हैं। आर्थिक विषमताओं के कारण हमारा लोकतंत्र खतरे में है। आरएसएस-बीजेपी की विचारधारा का इस्तेमाल सामाजिक ध्रुवीकरण जाति, भाषा और प्रांत के नाम पर किया जाता है। हम इन सबके खिलाफ जागरूकता लाने के लिए अभियान चला रहे हैं।’