बिहार के राजगीर में 191.12 हेक्टेयर में फैले राजगीर जू सफारी (Rajgir Zoo Safari) का आज सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) लोकार्पण करेंगे. यह जू सफारी नीतीश कुमार के प्रयास से बना है. राजगीर में जू सफारी के बनने से यह पर्यटकों के लिए बड़ा आकर्षण का केंद्र बन जाएगा. 191.12 हेक्टेयर में फैले जू सफारी के उद्घाटन के बाद यह पर्यटकों के लिए रोमांच से भरा होगा. यहां पर्यटक राजगीर की हसीन वादियों का आनंद ले सकेंगे. साथ ही शेर से लेकर दूसरे जानवरों को भी बंद गाड़ी में बैठ कर खुले में घूमते देख सकेंगे. बुधवार को होने वाले लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बिहार के दोनों डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी भी मौजूद रहेंगी. इसके साथ ही नीतीश सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी, श्रवण कुमार, और नीरज कुमार बबलू भी यहां मौजूद रहेंगे.
सोशल मीडिया पर लोकार्पण कार्यक्रम लाइव
सीएम नीतीश कुमार के दौरे को लेकर सभी प्रशासनिक तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. नालंदा के डीएम शशांक शुभंकर, एसपी अशोक मिश्रा के साथ दूसरे पदाधिकारियों ने मंगलवार को जू सफारी का जायजा लिया था और वहां तैयारियों की अंतिम तौर पर समीक्षा की थी. जायजा लेने के बाद जू सफारी के डायरेक्टर हेमंत पाटिल ने कहा है कि लोकार्पण कार्यक्रम को सोशल मीडिया के जरिए लाइव किया जाएगा.
राजगीर में 191.12 हेक्टेयर में फैला जू सफारी (Rajgir Zoo Safari) बनकर तैयार हो गया है. बिहार का यह पर्यटन स्थल (Tourist Place) सैलानियों के लिए रोमांच से भरा होगा. इसमें लोग शेर और बाघ को खुले में विचरण करते और दहाड़ मारते हुए बंद गाड़ी में बैठकर देख सकेंगे. इसके लिए पटना चिड़ियाघर से 35 जानवरों को राजगीर जू सफारी पहुंचाया गया है. बंगाल और गुजरात से भी शेर और बाघ (Tiger-Lion From Bengal an Gujarat) लाए गए हैं. बता दें कि जू सफारी पार्क को स्वर्णगिरी पर्वत एवं वैभव गिरी पर्वत के बीच की घाटी वाले हिस्से में विकसित किया गया है. इसमें 72 हेक्टेयर क्षेत्रफल का पुराना मृग विहार भी शामिल है. इसमें निम्न वन्य जन्तुओं के लिए घेरान वाले पांच जोन (केज) बनाए गए हैं, जिनमें बाघ (Tiger), शेर (Lion), तेंदुआ (Leopard), भालू (Bear), हिरण (Deer), चीता एवं सांभर (Cheetah and Sambar), चिडियों के लिए एक एवियरी (Aviary) यानी पक्षीशाला या बड़ा पिंजरा तथा तितलियों का एक पार्क है. इसी के साथ ही राजगीर में एक और बड़ा तोहफा जल्द ही मिलने जा रहा है. राजगीर में जल्द ही घने जंगलों के बीच 8.7 किमी लंबा एलिवेटेड कोरिडोर बनेगा. बता दें कि सितंबर 2021 में केंद्र सरकार ने इस परियोजना को हरी झंडी दी थी.
केंद्र सरकार के परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इसे स्वीकृति दी थी. मिली जानकारी के अनुसार 8.7 किलोमीटर लंबी कोरिडोर को बनाने में 1300 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी. एलिवेटेड कारीडोर रोड पर रोप-वे के पास उतरने और चढ़ने के लिए रैंप का भी निर्माण होगा. राजगीर वनक्षेत्र से गुजरने वाले सैलानी एलिवेटेड रोड से हरे-भरे जंगलों का नजारा देख सकेंगे. बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वकांक्षी परियोजनाओं में राजगीर को जगह मिली थी जिसे अब राजगीर फोर लेन एलिवेटेड कारीडोर रोड को भारत सरकार की ओर से हरी झंडी मिल गई थी.
बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने राजगीर के दक्षिणी दिशा में नवादा तथा नालंदा जिले की सीमा रेखा से सटे बाणगंगा पुल तथा उत्तर दिशा में राजगीर-बिहार शरीफ मार्ग के निकट अनुमंडल मुख्यालय के बीच फोर लेन एलिवेटेड कारीडोर रोड बनाने का निर्देश दिया था. दो बार स्थल निरीक्षण के बाद सीएम नीतीश कुमार के निर्देश के बाद पथ निर्माण विभाग ने भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा था जिसे मंजूरी मिलने के बाद निर्माण प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी जारी है.
बता दें कि वन क्षेत्र में निर्माण हो रहे वाइल्ड लाइफ जू सफारी भी है तथा पुरातत्व विभाग के अनेकों पर्यटन स्थल भी हैं. मिली जानकारी के मुताबिक राजगीर के एलिवेटेड रोड कारीडोर रोड के नीचे से अंडरपास फोर लेन वाली हाईवे भी बनेगा. 8.7 किलोमीटर लंबे कोरिडोर में 7.40 किलोमीटर का हिस्सा एलिवेटेड होगा. इस परियोजना के लिए 18 एकड़ जमीन अधिग्रहण करने की तैयारी है. बताया जा रहा है कि 30 महीने के भीतर इस योजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.