बिहार विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए बजट पेश किया गया है. इस पर सदन से बाहर निकलने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि यह बजट कुछ नहीं बस झूठ का पुलिंदा है. केवल घोषणा किया गया है जो सात निश्चय पार्ट-1 है उसे भी पूरा नहीं किया है. एक भी कारखाने का कोई जिक्र नहीं किया गया है. बंद बड़े चीनी मिल, जुट मिल का कोई जिक्र नहीं है. फूड प्रोसेसिंग के बारे में नहीं किया गया है.
उन्होंने कहा कि सदन में बजट के दौरान कोरोना काल का जिक्र किया गया लेकिन सब जानते है कि स्थिति क्या थी. राजगीर में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी लाने की बात कही गई है. महागठबंधन की सरकार ने दावा किया था कि जब राजगीर स्टेडियम बनेगा तो वहां स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाएंगे.
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में रोजगार की बात कही गई थी लेकिन अभी तक रोजगार के लिए कुछ नहीं किया गया. आईटी सेल तो दूर की बात अभी तक पलायन रोकने का भी प्रयास नहीं किया गया है. शिक्षा और स्वास्थ्य की खासकर बिहार में चमकी बुखार की स्थिति क्या है सभी जानते हैं.
उन्होंने कहा कि बजट में कुछ नही है केवल भाषण देने वाली BJP नेता और नीतीश कुमार जनता को मूर्ख बना रहे हैं. तेजस्वी ने कहा कि प्रश्न पत्र लीक होता है और पत्रकारों पर मुकदमा किया जा रहा है. आज भी हिंदी का पेपर विथ उतर के साथ लीक किया गया है. पहली पाली के बाद दूसरी पाली में भी पेपर लीक हुआ है. जब तक शिक्षा मंत्री का इस्तीफा नहीं होता तब तक कुछ नहीं हो सकता है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मेरी मांग है कि शिक्षा मंत्री इस्तीफा दें. विपक्ष और पत्रकार आवाज नहीं उठाएंगे तो कौन उठाएगा. अधिकारियों को कुछ जानकारी भी नहीं है विज्ञापन देकर डरा रहे हैं.
तेजस्वी ने कहा कि सरकार सवालों से डरती है और विपक्ष और पत्रकार उजागर कर रहे हैं तो सरकार को दिक्कत हो रही है तो जेल में हमें डाले. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अंतरात्मा बंगाल की खाड़ी में डूब मरी है. बिहार बोर्ड है. बिहार के छवि की पूरी दुनिया मे बदनामी होगी. फर्जी डीग्री और रिजल्ट में भी फर्जीवाड़ा होता है.