भारत में ओमिक्रॉन अब काफी तेजी से फैलने लगा है। इसके साथ ही तीसरी लहर का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। ओमिक्रॉन अब तक 17 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में फैल चुका है। देश में ओमिक्रॉन के मरीजों की संख्या 578 हो गई है। बढ़ते मामलों को देखते हुए देश के कई राज्यों में नए साल की पार्टियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके मद्देनजर नए साल के जश्न को लेकर सरकारों ने कड़ी सख्ती बरतनी शुरू कर दी है।
रविवार को महाराष्ट्र में इसके 31 और केरल में 19 नए मरीज मिले। कोरोना का नया वेरिएंट मध्यप्रदेश और हिमाचल में भी पहुंच गया। मध्यप्रदेश के इंदौर में 8 संक्रमितों की पुष्टि हुई है। दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ने के बाद केजरीवाल सरकार ने रात 11 से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया है। वहीं हिमाचल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से ठीक पहले यहां ओमिक्रॉन ने दस्तक दे दी। जानकारी के मुताबिक यहां कनाडा से मंडी आई एक महिला ओमिक्रॉन से संक्रमित पाई गई हैं।
बीते 24 घंटों के दौरान यहां पर 63 नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद महाराष्ट्र का नंबर है जहां पर 141 मामले अब तक सामने आ चुके हैं। केंद्र सरकार के ताजा आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान देश में कोरोना के 6531 मामले सामने आए हैं, जबकि 7141 मरीज ठीक भी हुए हैं। देश में ठीक होने वालों का रिकवरी रेट 98.40 फीसद हो गया है। ओमिक्रोन की बात करें तो देश में अब तक इससे ठीक होन वालों की संख्या 151 हो चुकी है।
राज्यवार यदि ओमिक्रोन के आंकड़ों को जाने तो केरल में अब तक इसके 57 मामले सामने आ चुके हैं और एक मरीज ठीक हुआ है। गुजरात में 49 मामले सामने आए हैं और दस मरीज ठीक हुए हैं। राजस्थान में 43 मामले सामने आए हैं और 30 मरीज अब तक ठीक हुए हैं। तेलंगाना में 41 मामले सामने आए हैं ओर 10 मरीज ठीक हुए हैं। तमिलनाडु में 34 मामले सामने आए हैं जबकि यहां पर अब तक कोई भी मरीज ठीक नहीं हुआ है। कर्नाटक में 31 मामले सामने अए हैं और यहां पर 15 मरीज अब तक ठीक हुए हैं। मध्य प्रदेश में ओमिक्रोन के 9 मामले सामने आ चुके हैं जबकि सात मरीज ठीक भी हुए हैं। आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 6-6 मामले अब तक सामने आए हैं और 1-1 मरीज ठीक हुआ है।
हरियाणा और ओडिशा में 4-4 मामले सामने आए हैं जबकि ठीक होने वाले केवल दो ही हैं, वो भी हरियाणा में। चंडीगढ़ और जम्मू कश्मीर में ओमिक्रोन के 3-3 मामले सामने आ चुके हैं। इससे ठीक होने वाले चंडीगड़ में दो और जम्मू कश्मीर में 3 हैं। उत्तर प्रदेश में इसके दो मामले सामने आए हैं और दोनों ही ठीक हो चुके हैं। हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में इसके 1-़1 मामले सामने आए हैं और ठीक होने वाला केवल एक लद्दाख का मरीज है।