विधानसभा में बुधवार को प्रश्नकाल से पहले हंगामा हुआ। विपक्षी सदस्यों ने राजभवन में भ्रष्टाचार का आरोप लगा राज्यपाल को बर्खास्त करने की मांग की। विपक्षी विधायक बैनर–पोस्टर लेकर सदन पहुंचे थे। अध्यक्ष ने कहा कि राज्यपाल महामहिम हैं और वे इस विधायिका के अंग हैं। उन पर आरोप लगाना उचित नहीं है। सदन की कार्यवाही प्रारंभ होते ही भाजपा के संजय सरावगी ने सदन को बताया कि दरभंगा के आरईओ के अधीक्षण अभियंता को रुûपए के साथ अगस्त में मुजफ्फरपुर पुलिस ने पकड था। उनके ठिकानों पर छापेमारी हुई और ६७ लाख रुûपये बरामद हुआ। फिर भी वे दो माह तक पद पर बने रहे। अधीक्षण अभियंता की ऊपर तक पहुंच थी। इसी से कार्रवाई नहीं की गई। इस पर ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज जवाब देने उठे‚ लेकिन जवाब नहीं पाये। मंत्री कहते रहे कि वे छु^ी पर चले गये थे। अभियंता के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू की गई है। यह जवाब सुनते ही अध्यक्ष विजय सिन्हा भी चौंक गये। उन्होंने कहा कि आप तुरंत उस अधिकारी पर कार्रवाई करिये। सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य इस इश्यू पर एक साथ हो गये। अध्यक्ष ने सदन के सदस्यों की भावना को अवगत कराते हुए नियमन दे दिया कि सदन की संयुक्त कमेटी पूरे मामले की जांच करेगी। तब जाकर सदन में हंगामा शांत हुआ।
कांग्रेस मुख्यालय में चाय-नाश्ता के लिए लोग आते रहते हैं……………
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा ने बुधवार को कहा कि पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने अपनी...