बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन भी हंगामा। श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा की गाड़ी विधानसभा के अंदर रोकने पर भड़के मंत्री। दोषी अधिकारियों के निलंबन के बाद ही विधानसभा जाने की बात कही। घटना को लेकर विपक्ष ने किया हंगामा।
विधानसभा में कार्यवाही शुरू होते ही श्रम मंत्री जीवेश मिश्रा अफसरशाही पर भड़क गए। उनके समर्थन में विपक्ष के सदस्य भी आ गए। हंगामा होते थे विधानसभा की कार्यवाही को 10 मिनट के लिए रोकना पड़ा। 20 मिनट बाद दोबारा कार्यवाही शुरू हुई तो सदस्यों ने मंत्री को न्याय दो के नारे लगाए। वहीं, विधान परिषद् में मुजफ्फरपुर आंखकांड पर विपक्ष भड़क गया। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बाहर प्रदर्शन करने के अलावा सदन के अंदर भी जमकर सरकार को घेरा। इस मसले पर कांग्रेस ने भी साथ दिया और दोनों दलों ने कार्यस्थगन प्रस्ताव लाया। जिसे सभापति ने नामंजूर कर दिया।
मंत्री मिश्रा गाड़ी रोकने के मसले पर भड़के थे। दरअसल, वे विधानसभा पहुंचे थे लेकिन उसी समय CM का काफिला गुजर रहा था। उनके पीछे DM और SP की गाड़ी जा रही थी। इसलिए उनकी गाड़ी रोक दी गई। इसके बाद गुस्साए मंत्री जिवेश मिश्रा गाड़ी से उतरकर गाड़ी रोकने वाले पुलिस अधिकारी को संस्पेंड करने की मांग करने लगे। उन्होंने सदन में कहा, ‘DM बड़ा SP बड़ा या मंत्री बड़ा बताया जाए अध्यक्ष जी।” उनकी बातों पर सदन में जोरदार हंगामा हुआ।