जम्मू-कश्मीर में हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं. इस बीच खबर है कि पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) नेता उमर अब्दुल्ला को रविवार देर रात नजरबंद किया गया है. कांग्रेस नेता उस्मान माजिद और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) नेता एम वाई तारिगामी ने ये दावा किया. पुलिस का कहना है कि कश्मीर में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है और सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी गई है, जिसके बीच इन नेताओं को नज़रबंद किया गया. नज़रबंद होने के बाद उमर अब्दुल्ला ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में आज सुबह 9:30 बजे कैबिनेट मीटिंग है. इसमें घाटी पर कुछ बड़ा फैसला होने की उम्मीद है. कहा जा रहा है कि इस बैठक के फैसले और कश्मीर के हालात पर सरकार संसद में बयान भी दे सकती है. मीटिंग से पहले पीएम मोदी ने अमित शाह और एनएसए अजित डोभाल से मुलाकात की.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है, क्योंकि आतंकवादी धमकी और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के साथ दुश्मनी बढ़ने के बीच हालात और खराब हुए हैं. इस बीच जम्मू और श्रीनगर में सोमवार सुबह 6 बजे से धारा 144 लगा दी गई है.
जम्मू कश्मीर में किसी बड़े बदलाव की दस्तक के बीच राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अहतियातन कड़े कदम उठाए गए हैं। जम्मू कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को आंशिक रूप से बंद कर दिया गया है। इसके अलावा रविवार देर रात से केबल नेटवर्क पर किसी भी न्यूज चैनल का प्रसारण नहीं हो रहा है। साथ ही श्रीनगर में सभी स्कूल-कॉलेज बंद और शिक्षण संस्थान बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। वहीं कश्मीर यूनिवर्सिटी में 10 अगस्त तक होने वाली सारी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं।
जम्मू कश्मीर में रविवार देर रात से हालात अचानक बदल गए हैं। महूबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला जैसे बड़े नेताओं को नज़रबंद कर दिया है। साथ जम्मू और श्रीनगर में धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं राजौरी, किश्तवाड़ और बनिहाल में कर्फ्यू लगा दिया गया है। राज्य में किसी प्रकार की रैली या सभा पर भी रोक लगा दी गई है।
मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद
राज्य में व्हाट्सएप और ट्विटर के जरिए अफवाहें फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। राज्य में मोबाइल सेवाएं आंशिक रूप से बंद कर दी गई हैं। इसके साथ ही राज्य में इंटरनेट सेवाओं को भी रोकने के आदेश दिए गए हैं। राज्य में पिछले कुछ वर्षों में व्हाट्सएप के जरिए फैली अफवाहों के चलते कई इलाकों में स्थिति बेकाबू हो चुकी है।
समाचार चैनलों पर प्रसारण रोका गया
राज्य में संवेदनशील सूचनाओं के आदान प्रदान को रोकने के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। राज्य में रविवार रात से समाचार चैनलों का प्रसारण बंद कर दिया गया है। मोबाइल सेवाएं बंद होने के चलते समाचार चैनलों की लाइव स्ट्रीमिेंग भी बंद है। फिलहाल ये प्रतिबंध कब तक लागू रहेगा। इस बारे में फिलहाल को गई जानकारी नहीं दी गई है।