भारत पर अंतरराष्ट्रीय संधियों और कश्मीरियों के मानवाधिकारों के उल्लंघन का झूठा आरोप लगाने वाले पाकिस्तान और उसकी आतंकी सेना को एक बार फिर भारत ने आईना दिखाया है. शनिवार को नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के बैट कमांडोज को मार गिराए जाने के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान से उनके शव ले जाने को कहा है. गौरतलब है कि पाकिस्तान की यह फितरत बन गई है कि वह अपने जवानों को आतंकियों के रूप में भेजता है फिर उनके मारे जाने या पकड़े जाने पर उन्हें अपना मानने से इंकार कर देता है.
सफेद झंडा दिखा शव ले जाने का प्रस्ताव
भारतीय सेना ने रविवार को पाकिस्तान सेना को अपने जवानों और आतंकियों की डेड बॉडीज को ले जाने का प्रस्ताव दिया है. भारतीय सेना ने पाकिस्तान से कहा है कि वह संधि और संघर्ष विराम का प्रतीक सफेद झंडा फहरा कर शनिवार को जवाबी कार्रवाई में मारे गए बैट के पांच से सात जवानों के शव ले जाए. गौरतलब है कि पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम में पाकिस्तानी सेना के जवानों के अलावा आतंकी भी शामिल रहते हैं, जो भारतीय जवानों पर घात लगाकर हमला करते हैं.
केरन सेक्टर में हुई थी मुठभेड़
गौरतलब है कि भारतीय सेना ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में अग्रिम चौकी पर पाकिस्तानी आर्मी के बैट (बॉर्डर एक्शन टीम) के हमले को नाकाम कर दिया था. इस दौरान सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कम से कम 5 से 7 सैनिक और आतंकवादी मारे गए थे. आपको बता दें कि पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम में आमतौर पर पाकिस्तानी सेना के ही जवान और आतंकी शामिल होते हैं.
सैटेलाइट से बैट कमांडोज की ली तस्वीरें
गौर करने वाली बात यह है कि शनिवार को भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में मारे गए पाक आतंकियों के शव अब भी नियंत्रण रेखा पर पड़े हैं. भारी गोलीबारी के चलते शवों को हटाया नहीं जा सका है और ना ही उनकी पहचान हो पाई है. सेना ने सबूत के तौर पर उनमें से 4 शवों की सैटलाइट तस्वीरें भी ली हैं. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से कश्मीर की शांति भंग करने की लगातार कोशिश की जा रही है और वह फायरिंग की आड़ में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों की भारत में घुसपैठ कराने की फिराक में है.