अब कोई भी व्यक्ति अपने पितरों का ऑनलाइन पिंडदान कर सकता है। बिहार सरकार ने अब एक नयी पहल की है। पर्यटन निगम के एमडी आनंद शर्मा ने आज संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पर्यटन विभाग ने इस बार से नयी सेवा की शुरुआत करने वाली है। महज 19500 रपए के पैकेज में कोई भी व्यक्ति अपने पितरों का पिंडदान कर सकता है। उन्होंने बताया कि अगर कोई व्यक्ति विदेश में है वह गया आकर पिंडदान करने में सक्षम नहीं है तो वहीं से ऑनलाइन माध्यम से पिंडदान कर सकता है। इसके लिए पर्यटन विभाग ने 19500 रपए का पैकेज तैयार किया है। पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। अगर कोई व्यक्ति अमेरिका से पिंडदान करना चाहता है तो वहीं बैठे-बैठे कर सकता है और गया में हो रही प्रक्रिया को देख सकता है। गया में 12 सितम्बर से 29 सितम्बर तक पितृ पक्ष महासंगम होगा। इस दौरान कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन पिंडदान कर सकता। पर्यटन निगम के एमडी ने बताया कि ऐसा नहीं है कि किसी को जर्बदस्ती इस पैकेज को लेने को कहा जा रहा है बल्कि जो स्वेच्छा से लेना चाहता है वह इसका लाभ ले सकता है और अपने पितरों का पिंडदान कर सकता है।पर्यटन निगम के एमडी आनंद शर्मा ने ऑनलाइन पिंडदान को जायज ठहराते हुए कहा है कि धर्म में पिंडदान के लिए परिजनों को सशरीर उपस्थित होने की बात का कहीं जिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि विदेशों में रहने वाले लोगों के लिए यह व्यवस्था सुविधाजनक है। साथ ही कहा कि ऑनलाइन पिंडदान धर्म से खिलवाड़ नहीं है। राज्य के प्रमुख पर्यटक स्थलों पर होगा रोप-वे का निर्माणपटना। पर्यटन विभाग द्वारा विभिन्न पर्यटकीय स्थलों पर रोप-वे की निम्न योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की गयी है। नालंदा जिलान्तर्गत राजगीर में रोप-वे के निर्माण हेतु 2018.57 लाख रुपये की येजना स्वीकृत की गयी है। इस योजना का कार्य प्रगति पर है। वर्ष 2019-20 में इस योजना का पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित कर पर्यटकों की सुविधा हेतु अनावरण करने की योजना बनायी गयी है। बांका जिलान्तर्गत मंदार पर्वत, बॉका पर रोप-वे का निर्माण हेतु 854.55 लाख रूपये की योजना की स्वीकृति प्रदान की गयी है। इस योजना का भी कार्य प्रगति पर है। वर्ष 2019-20 में इस योजना का पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित कर पर्यटकों की सुविधा हेतु अनावरण करने की योजना बनायी गयी है। इसमें रोहतास जिलान्तर्गत रोहतासगढ़ किला पर रोप-वे का निर्माण होगा। जिस पर 1265.13 लाख रुपये खर्च होंगे। 735.42 लाख रुपये की लागत से कैमूर जिलान्तर्गत मुंडेश्वरी पर्वत पर रोप-वे का निर्माण होगा। इसी तरह गया जिलान्तर्गत ब्रह्म्योणी पर्वत पर रोप-वे का निर्माण,गया जिलान्तर्गत डुंगेश्वरी पर्वत,गया जिलान्तर्गत प्रेतशिला पर्वत तथा जहानाबाद जिलान्तर्गत वाणावर पर्वत पर रोप का निर्माण होगा।कावंरियों के लिए किया गया है खास इंतजामपटना। सरकार ने इस बार कावरियों की सुविधा के लिए खास इंतजाम किया है। पर्यटक विभाग के सचिव रवि परमार ने बताया कि श्रावणी मेला, 2019 में कांवरियों व श्रद्धालुओं के सुविधा हेतु राज्य सरकार द्वारा अनेक विकासात्मक कार्य कराये जा रहे हैं। इन कायरे से कांवरियों को बाबा भोलेनाथ के दर्शन करने में सहूलियत मिल रही है। मुजफ्फरपुर जिलान्तर्गत बाबा गरीबनाथ के दर्शन में कांवरियों की सुविधा हेतु टेंट सिटी का निर्माण कराया गया है। बांका जिलान्तर्गत अबरखा में श्रद्धालुओं/तीर्थयात्रियों के आवासन हेतु 500 बेड के टेंट सिटी का निर्माण पर्यटन विभाग द्वारा किया गया । नालंदा जिलान्तर्गत विश्वशांति स्तूप, राजगीर से घोड़ा-कटोरा जाने के रास्ते पर इको-सेन्सेटिविटी को ध्यान में रखते हुए 506 तांगा चालकों को जिला पदाधिकारी, नालन्दा से प्राप्त प्रस्ताव के आलोक में शत प्रतिशत अनुदान पर ई-रिक्शा उपलब्ध कराने हेतु 700.00 लाख रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी है।पटना में फाइव स्टार होटल का निर्माण व संचालन अंतरराष्ट्रीय स्तर की कंपनी करेगीपटना। पटना में अशोका होटल को तोड़कर बनने वाले फाइव स्टार होटल का निर्माण अन्तरराष्ट्रीय स्तर की कंपनी करेगी। इसके लिए छह बड़ी कंपनियों ने निविदा जमा की है। इसका संचालन पीपी मोड पर होगा। इतना ही नहीं सुल्तान पैलेस तथा बांकीपुर बस स्टैंड के पास भी होटल का निर्माण किया जायेगा। राज्य के पर्यटक मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि और विभाग के सचिव रवि परमार ने पत्रकारों को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गया के विष्णुपद मंदिर के पास पांच सौ बेड की एक धर्मशाला तथा पटना सिटी के हरमंदिर गली के पास दो हजार बेड का कम्युनिटी सेंटर का भी निर्माण होगा। उन्होंने बताया कि बिहार पर्यटन के लिए वित्तीय वर्ष 2019-20 अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इस अवधि में अक्टूबर में विश्वशांति स्तूप का 50वां वार्षिकोत्सव का आयोजन राजगीर में किया जायेगा। इस आयोजन का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रपति शामिल होंगे। वित्तीय वर्ष 2018-19 के पर्यटन राज्य स्कीम से 5500.44 लाख रुपये की विभिन्न योजना की स्वीकृति प्रदान की गयी है, केन्द्र भी कर रहा मददप्रधानमंत्री विशेष पैकेज के प्रसाद योजना अन्तर्गत पटना साहिब के विकास हेतु एक वृहत योजना 3097.74 लाख रुपये की लागत से पूर्ण की गयी है। प्रधानमंत्री विशेष पैकेज के स्वदेश दर्शन योजना अन्तर्गत बिहार के जैन परिपथ के विकास हेतु 5238.95 लाख रुपये की योजना की स्वीकृति पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार से प्राप्त हुई है।
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ज्ञानवापी से जुड़ी बड़ी खबर है। परिसर के अंदर सर्वे टीम को शिवलिंग मिला है। यह बात सामने आने...