नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र और उत्तर बिहार में हो रही लगातार बारिश से राज्य के तेरह जिलों शिवहर, सीतामढ़ी, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, मधुबनी,सुपौल, अररिया, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सहरसा, पूर्णिया और कटिहार की 83 लाख आबादी बाढ़ की चपेट में है। राज्य के 13 जिलों के 111 प्रखंडों के 1253 ग्राम पंचायतों की जनता बाढ़ की त्रासदी झेल रही है। सरकारी आंकड़े के अनुसार बाढ़ में अभी तक 127 लोगों की जाने चली गयी है। आपदा प्रबंधन विभाग से शनिवार को जारी आंकड़े के अनुसार 6300 बाढ़ पीड़ित राहत शिविर में रह रहे हैं। जिसमें सीतामढ़ी के छह शिविरों में 5400 और मुजफ्फरपुर जिले के दो शिवर में 900 लोग रह रहे हैं। 883 सामुदायिक रसोई चलाये जा रहे हैं। जिसमें सबसे अधिक सीतामढ़ी जिले में 37 लोगों की मौत हुई है। शिवहर में 10, सीतामढ़ी में 37, पूर्वी चंपारण में दो, मधुबनी में 30, अररिया में 12, किशनगंज में सात, सुपौल में तीन, दरभंगा में 12, मुजफ्फरपुर में चार, सहरसा में एक और पूर्णिया में नौ लोगों की मौत बाढ़ में डूबने से हो गयी।
बिहार के बाढ़ग्रस्त जिलों में पिछले 24 घंटे के दौरान बारिश की रफ्तार पर ब्रेक लगने के बावजूद स्थिति यथावत बनी हुई है। जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में बाढ़ से सर्वाधित प्रभावित जिलों में सीतामढ़ी में 4.96, दरभंगा में 11.18, समस्तीपुर में 8.63 एवं अररिया में 6.91 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गयी है। हालांकि बारिश की रफ्तार पर ब्रेक लगने के बावजूद इन जिलों में बाढ़ प्रभावितों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के लोग या तो ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं या फिर अपने घरों में बंद होकर रह गए हैं। इस बीच केन्द्रीय जल आयोग से जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में बहने वाली गंडक समेत कई नदियों के जलस्तर में गिरावट का रुख है लेकिन बूढ़ी गंडक, बागमती, अधवारा समूह, कोसी, महानंदा एवं परमान नदी का जलस्तर एक या एक से अधिक जगहों पर अब भी खतरे के लाल निशान से ऊपर है। बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर आज समस्तीपुर में 71 एवं रोसड़ा में 138 सेंटीमीटर ऊपर रिकॉर्ड किया गया है। इसी तरह बागमती नदी का जलस्तर ढेगब्रिज में 12, रुन्नीसैदपुर में 257, बेनीबाद में 37 और हायाघाट में 68 सेंटीमीटर ऊपर था। अधवारा समूह नदी का जलस्तर एकमीघाट में 88 और कमतौल में 04 सेंटीमीटर पर ऊपर था। उधर, कोसी का जलस्तर बलतारा में 125, महानंदा का जलस्तर ढेंगरा घाट में खतरे से लाल निशान से 72 सेंटीमीटर ऊपर दर्ज किया गया। इनमें से नदियों के जलस्तर में अगले 24 घंटे में अधिकतर जगहों पर कमी होने की संभावना जताई गयी है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे में बिहार की सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की से साधारण वष्ा होने की संभावना जताई गयी है।