जनता दल यूनाइटेड संसदीय दल के नेता आरसीपी सिंह ने कहा कि एनडीए गठबंधन पूरी मजबूती के साथ विधान सभा 2020 का चुनाव लड़ने जा रहा है। सांगठनिक स्तर पर एनडीए के दल खुद को मजबूत करने में लगे हुए हैं। बाद में गठबंधन के दलों के सांगठनिक ढांचा का तालमेल को-ऑडिनेशन कमेटी द्वारा बनाया जाएगा। लोकसभा चुनाव 2019 इस तालमेल का अद्भुत व मजबूत उदाहरण है जहां बिहार में 40 में से 39 सीट पर जीत मिली। ये बातें उन्होंने पटना में अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत में कही।जदयू संसदीय दल के नेता ने कहा कि राज्यसभा का वर्तमान सत्र बहुत सारे मुद्दे और बिल के कारण महत्वपूर्ण रहा। जहां जदयू ने मजबूती के साथ मनरेगा से किसानों को जोड़ने, प्रतियोगी परीक्षाओं में समान उम्र, साथ ही अनाज उत्पादन में लागत मूल्य को बॉयफरके ट कर उसकी सही लागत जानने के प्रयास महत्वपूर्ण है। अब महत्वपूर्ण जिम्मेवारी संगठन की भी है। सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। इसके बाद कार्यकर्ताओं के साथ बैठक होगी। इस बार जदयू बूथ, पंचायत व प्रखंड स्तर पर एक अध्यक्ष व एक सचिव की परिकल्पना को धरातल पर उतारने जा रहा है। संगठन की इस ढांचे के साथ 2020 का विधान सभा चुनाव लड़ा जाएगा और वह भी लोकसभा चुनाव में मिली जीत से बेहतर परिणाम की उम्मीद के साथ। यह पूछे जाने पर कि गठबंधन एनडीए ही रहेगा न ? उन्होंने कहा कि राजद व कांग्रेस में कहां कुछ बचा है? लोकसभा चुनाव को उनके उम्मीदवारों के सापेक्ष ही देख लें। विधान सभा सत्र तक का महत्व नेता प्रतिपक्ष नहीं समझते। नेता प्रतिपक्ष लगातार विधान सभा से गायब रहे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और महागठबंधन की सोच में बेसिक अंतर है कि वे समाज को बांट कर राजनीति करना चाहते हैं जबकि हमारे नेता ने एनडीए गठबंधन की राजनीति में समाज को जोड़ कर देखा। महागठबंधन ने क्या किया? क ुछ नेताओं को जोड़ कर उनकी जाति पर ही बिसात बिछा डाली। उन्हें लगा मांझी, कुशवाहा व मल्लाह का पूरा बोट बैंक ही उनके साथ है। जबकि हमारे मुख्यमंत्री ने सबका साथ लिया और जीत की नई इबारत गढ़ दी। तीन तलाक पर उन्होंने कहा कि हमारे नेता ने बहुत पहले स्पष्ट कर दिया था कि किन -किन मुद्दे पर हमारा मत एक नहीं है। उसमें एक मुद्दा तीन तलाक भी है। हम लोगों ने अपनी सोच को सामने रखा। हमारे नेता का मानना है कि सामाजिक मुद्दा को समाज पर छोड़ देना चाहिए। यह उस समाज को ही फैसला करने दीजिए। बेवजह तनाव पैदा करने से क्या हासिल होगा ?
जाति जनगणना पर शीघ्र शुरू होगा कामः नीतीश
राज्य में जाति आधारित जनगणना पर काम शुरू होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। यह बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने...